आनंद गिरि के नार्को टेस्ट अर्जी पर आज फैसला:सुनवाई से पहले वकील ने CBI पर उठाए सवाल, कहा- करोड़ों की संपत्ति बनाने वाले सभी का हो नार्को टेस्ट

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे नरेंद्र गिरी के कथित सुसाइड केस में CBI अभी तक खाली हाथ है। CBI अब सच उगलवाने के लिए नार्को टेस्ट कराएगी। नार्को टेस्ट मुख्य आरोपी आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी का कराने की तैयारी है। CBI ने इसके लिए अर्जी पहले ही कोर्ट में दाखिल कर चुकी है। आज अर्जी पर सुनवाई होगी। इस मामले में आनंद गिरि के वकील विजय द्विवेदी अपना पक्ष रखेंगे।

संदेह के घेरे में आए सबका किया जाए नार्को टेस्ट

आनंद गिरि के वकील विजय द्विवेदी ने दैनिक भास्कर से कहा कि आखिर तीन लोगों को ही क्यो टारगेट बनाया जा रहा है। जिन लोग ने पिछले तीन साल में करोड़ों की संपत्ति बनाई है उनका भी नार्कों टेस्ट होना चाहिए। इसके अलावा संदेह के घेरे में आए सभी लोगों का नार्को टेस्ट कराने के लिए CBI को अर्जी देना चाहिए।

CBI इसलिए कराना चाहती है नार्को टेस्ट

  • मुख्य आरोपी आंनद गिरी, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी से कई राउंड पूछताछ की जा चुकी है, लेकिन इसके बावजूद अभी तस्वीर साफ नहीं हुई है।
  • मामले की जांच के लिए CBI आनंद गिरी को हरिद्वार आश्रम भी लेकर गई थी, लेकिन अब तक कथित सीडी या वीडियो बरामद नहीं कर पाई है।
  • आनंद गिरी के लैपटॉप-मोबाइल और आईपैड की जांच भी बेनतीजा ही रही।
  • आनंद गिरी और महंत के कई करीबियों से सीबीआई पूछताछ कर चुकी है। टीम को अब आरोपियों के नार्को टेस्ट से मामले की तह तक पहुंचने का भरोसा है।
  • सुसाइड नोट में महंत नरेंद्र गिरी का हस्ताक्षर मैच हो चुका है। सुसाइड नोट में महंत नरेंद्र गिरी ने आनंद, आद्या व संदीप तिवारी को आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया था।

20 सितंबर को फंदे पर लटका मिला था शव
महंत नरेंद्र गिरि (70) की 20 सितंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। उनका शव प्रयागराज में बाघंबरी मठ के एक कमरे में फंदे पर लटका मिला था। मौके से 11 पन्नों का एक सुसाइड नोट मिला था। जिसमें शिष्य आनंद गिरि, लेटे हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी को मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। नोट में लिखा था कि आनंद उन्हें बदनाम करना चाहता था। इसके बाद तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। योगी सरकार की सिफारिश पर CBI इस केस की जांच कर रही है। लेकिन अभी कोई पुख्ता सबूत हाथ नहीं लगा है।

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