CBI ने बाइक बोट घोटाले में दर्ज की FIR …..करोड़ों के घोटाले का आरोपी पूर्व बसपा विधायक संजय भाटी पर कसा शिकंजा
यूपी के चर्चित बाइक बोट घोटाले की जांच अब पूरी तरह से CBI ही करेगी। CBI ने इस मामले की FIR दर्ज कर ली है। इसमे घोटाले के मास्टरमाइंड पूर्व बसपा विधायक संजय भाटी और उसके 14 सहयोगियों को आरोपी बनाया गया है। CBI ने मामले की अभी तक जांच कर रही एजेंसियों की कार्यशैली पर भी सवाल खड़ा किया है। CBI ने कहा कि यह घोटाला हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की ओर से किए गए फ्रॉड से भी बड़ा है। लेकिन एजेंसियों उस गंभीरता से कार्रवाई नही की।
नोएडा से शुरू हुए इस घोटाले में देश भर के निवेशकों से करीब 1400 करोड़ रुपये की ठगी की गई है। मास्टरमाइंड संजय भाटी ने गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड के नाम से कंपनी बनाई थी। बाइक बोट नाम से टैक्सी कैब की स्कीम लांच किया। इसमे निवेशकों को 1,3,5 या फिर 7 बाइकों में निवेश के बाद आकर्षक रिटर्न का ऑफर दिया गया। यह कहा गया कि इसमें पैसे लगाने पर लोगों को बड़ा रिटर्न मिलेगा। हालांकि ऐसा कुछ नहीं हुआ और हजारों करोड़ की ठगी करने के बाद संजय भाटी और उसके साथी फरार हो गए।
हर महीने रिटर्न की शर्त पर कराया गया था निवेश
स्कीम में लोगों को ऑफर दिया गया था कि बाइकों को खरीदने के लिए जो निवेश करेंगे, उसके बदले में उन्हें हर महीने रिटर्न मिलेगा। इसके अलावा अन्य लोगों को जोड़ने पर कुछ अलग इंसेंटिव देने की भी बात कही गई थी। कंपनी ने देश के कई शहरों में अपनी फ्रेंचाइजी भी दी थी। हालांकि यह स्कीम कहीं भी जमीन पर नहीं उतरी और लोगों से फ्रॉड जारी रहा। इस स्कीम को कंपनी ने 2017 में लॉन्च किया था और 2019 के शुरुआती दिनों तक यह घोटाला लगातार जारी रहा। इस दौरान देश भर से लाखों लोगों ने कंपनी में करीब 14,000 करोड़ रुपये का निवेश कर दिया था। सीबीआई से पहले इस केस में ईडी और ईओडब्ल्यू ने जांच शुरू की थी। एजेंसी की ओर से कंपनी के प्रमोटरों की 216 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त की थी। सीबीआई ने अपनी एफआईआर में लिखा है कि 2 लाख लोगों से ठगी का यह मामला है। इसके तहत कंपनी ने विज्ञापन जारी करके लोगों से स्कीम में निवेश की अपील की थी। सीबीआई ने एफआईआर में जिक्र किया है कि शुरुआती जांच में पुलिस ने भी ढिलाई की जिसकी वजह से निवेशकों से ठगी होती रही। इतना ही नही शुरू में पुलिस ने पीड़ितों पर खेद वापस लेने का भी दबाव बनाया था।