क्या कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले का चुनाव पर असर पड़ेगा? जानिए लोगों ने क्या जवाब दिया है
कानून वापस लेने के फैसले का चुनाव पर असर पड़ेगा ? इस सवाल पर सर्वे में 55 फीसदी लोगों ने कहा कि हां कानून वापसी के फैसले का आने वाले चुनावों पर असर पड़ेगा.
साल 2022 में पंजाब और उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव हैं. ऐसे में कृषि कानूनों को वापस लेने के नरेंद्र मोदी सरकार के फैसले को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. लोगों के मन में सवाल है कि क्या इस फैसले का आने वाले चुनावों पर कोई असर पड़ेगा. ऐसे में एबीपी न्यूज़ ने सी वोटर के साथ इस सवाल को लेकर एक स्नैप पोल किया है.
कानून वापस लेने के फैसले का चुनाव पर असर पड़ेगा ? इस सवाल पर सर्वे में 55 फीसदी लोगों ने कहा कि हां कानून वापसी के फैसले का आने वाले चुनावों पर असर पड़ेगा. हालांकि 31 फीसदी लोगों ने कहा कि कोई असर नहीं पड़ेगा. कह नहीं सकते ऐसा कहने वाले 14 फीसदी लोग थे.
हां 55%
नहीं 31%
कह नहीं सकते 14%
सर्वे के नतीजों से साफ है कि ज्यादातर लोग मानते हैं कि इस फैसले का चुनाव पर असर पड़ेगा. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 नवंबर को सुबह देश को संबोधित करते हुए एलान किया कि तीनों कृषि कानूनों का वापस लिया जाएगा. दरअसल इन कानूनों के खिलाफ किसान करीब एक साल से दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
इस सर्वे में लोगों से ये भी सवाल किया गया कि केंद्र की मोदी सरकार किसान विरोधी है या किसान समर्थक ? इस पर 59 फीसदी लोगों ने कहा कि मोदी सरकार किसान समर्थक है. जबकि 29 फीसदी लोगों ने सरकार को किसान विरोधी करार दिया. 12 फीसदी लोगों ने कहा कि वो कह नहीं सकते हैं.
किसान समर्थक 59%
किसान विरोधी 29%
कह नहीं सकते 12%
नोट: 19 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान कानून वापस लेने का एलान किया. दिल्ली बॉर्डर पर करीब साल भर से किसान धरने पर बैठे हैं. किसानों का धरना अब भी जारी है. ऐसे में apn न्यूज के लिए सी वोटर ने दो दिनों में स्नैप पोल के जरिये देश के लोगों का मूड जाना है. इस स्नैप पोल में 2 हजार 596 लोगों ने हिस्सा लिया है.