स्वास्थ्य नियमों में धोखा …… सीएचएल जैन दिवाकर अस्पताल, कागज में बता रखे थे 4 रेसीडेंट डॉक्टर, हकीकत में एक भी नहीं, रजिस्ट्रेशन रद्द
- 4 में से 2 डॉक्टर ने इस्तीफा दिया, दो बोले- वो सिर्फ मरीज देखने आते हैं
- जिले के अन्य निजी अस्पताल घेरे में, एक और अस्पताल पर हो सकती है कार्रवाई
शहर के एक बड़े अस्पताल का कागजों में बड़ा धोखा सामने आया है। सीएचएल जैन दिवाकर अस्पताल सरकार काे 4 रेसीडेंट (आवासीय) डॉक्टर बताकर बेखौफ मरीजों का इलाज कर रहा था, हकीकत में पड़ताल हुई तो यहां एक भी रेसीडेंट डॉक्टर नहीं मिला। नर्सिंग होम एक्ट में इस अस्पताल का रजिस्ट्रेशन निरस्त हो गया है, सीएमएचओ ने स्पष्ट कर दिया है कि यह संस्था अस्पताल का संचालन नहीं कर सकती। यदि ऐसा होता है तो कार्रवाई की जाएगी।
किसी अस्पताल के संचालन के लिए रेसीडेंट डॉक्टर होना जरूरी है। यानी ऐसे डॉक्टर जो वहीं रहते हो। स्वास्थ्य विभाग की टीम 6 सितंबर को सागोद रोड स्थित सीएचएल जैन दिवाकर अस्पताल में पहुंची थी। यहां निरीक्षण हुआ, जिसमें एक भी रेसीडेंट डॉक्टर मौजूद नहीं थे। इस अस्पताल ने पंजीयन के लिए 4 रेसीडेंट डॉक्टर के सहमति पत्र बताए थे।
सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे ने एक भी रेसीडेंट डॉक्टर नहीं होते हुए संस्था संचालन पर नर्सिंग होम एक्ट के तहत किया रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया है। अब इस अस्पताल का संचालन नहीं हो सकता है। इधर, सीएचएल अस्पताल दोबारा नए सिरे से पंजीयन करवाने की तैयारी कर रहा है।
नियमानुसार अस्पताल संचालन के लिए रेसिडेंशियल डॉक्टर जरूरी
जिले में 36 प्राइवेट अस्पताल और नर्सिंग होम रजिस्टर्ड है। इन सभी की जांच जारी है। शहर के एक और अस्पताल पर कार्रवाई होना है। दरअसल, गड़बड़ी मिलने पर पहले सीएमएचओ कार्यालय से नोटिस भेजा जाता है, जवाब नहीं मिलने या संतुष्टिपूर्वक जवाब नहीं होने पर आगे कार्रवाई होती है। सीएचएल जैन दिवाकर अस्पताल को दो नोटिस जारी किए थे, लेकिन समय सीमा में जवाब ही नहीं दिया।
चारों डॉक्टर को दिए नोटिस… जवाब मिले तो चौंक गए
जिन 4 डॉक्टरों के नाम पर अस्पताल जिंदा था। उन डॉक्टरों से स्वास्थ्य विभाग ने सवाल-जवाब किए। जवाब सुनकर अधिकारी चौंक गए। क्योंकि उनमें दो ने इस्तीफा दे दिया और बचे हुए 2 डॉक्टर ने आवासीय होने से इनकार करते हुए खुद काे विजिटर डॉक्टर यानी मरीजों का इलाज करने के लिए आने वाले बता दिया।
इन चार डॉक्टर के भरोसे थे हकीकत ये है
- 1. डॉ. अंजुम सैयद संस्था से त्याग पत्र दे दिया।
- 2. डॉ. एए सैयद संस्था से त्याग पत्र दे दिया।
- 3. डॉ. एसजी बैंजामिन सुबह 9 से दोप. 1 बजे तक सेवा देते हैं।
- 4. डॉ. देवेंद्र वैष्णव विजिटर डॉक्टर के तौर पर सेवा देते हैं।
नवीनीकरण के लिए फिर अप्लाई किया है
पंजीयन 2023 तक का था, बीच में डॉक्टर चले गए हैं। अब दोबारा नवीनीकरण के लिए अप्लाई कर दिया है। उम्मीद है जल्द रजिस्ट्रेशन हो जाएगा। -प्रबंधन, सीएचएल जैन दिवाकर अस्पताल, रतलाम
रेसीडेंट डॉक्टर होना अनिवार्य है
सभी निजी अस्पतालों की जांच की जा रही है। सीएचएल अस्पताल में एक रेजिडेंट डॉक्टर मौजूद नहीं था। पंजीयन निरस्त कर दिया है। जहां भी कमी सामने आएगी, कार्रवाई होगी। -डॉ. प्रभाकर ननावरे, सीएमएचओ, रतलाम