किसान आंदोलन खत्म होने पर राहुल ने शेयर किया VIDEO, कहा- ‘अभी संघर्ष बाकी है… MSP भी लेके रहेंगे’
राहुल गांधी ने अपने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी शेयर किया है। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा- ‘अपना देश महान है, यहाँ सत्याग्रही किसान है! सत्य की इस जीत में हम शहीद अन्नदाताओं को भी याद करते हैं।’
- किसान आंदोलन की वापसी पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी
- राहुल ने ट्वीट के साथ 33 सेकेंड का वीडियो भी किया शेयर
- ‘किसानों के सत्याग्रह को सलाम!, विजय सत्य की होनी थी, हुई है… लेकिन अभी संघर्ष बाकी है…’
Rahul Gandhi Reaction on Farmers Protest Kisan Andolan ends: किसान आंदोलन की वापसी पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है। राहुल गांधी ने एक बार फिर से आंदोलन में शहीद अन्नदाताओं को याद किया है। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी शेयर किया है। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा- ‘अपना देश महान है, यहाँ सत्याग्रही किसान है! सत्य की इस जीत में हम शहीद अन्नदाताओं को भी याद करते हैं।’ राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में #FarmersProtest #SatyaKiJeet का इस्तेमाल किया है।
राहुल गांधी ने जो 33 सेकेंड का वीडियो शेयर किया है उसमें किसान आंदोलन के दौरान की फोटो दिखाते हुए लिखा गया है कि ‘किसानों के सत्याग्रह को सलाम!, विजय सत्य की होनी थी, हुई है… लेकिन अभी संघर्ष बाकी है… MSP भी लेके रहेंगे… अन्याय अब नहीं सहेंगे… साथ हैं, साथ रहेंगे… जय किसान!’
किसानों का आंदोलन स्थगित, 11 दिसंबर से खाली करना शुरू करेंगे दिल्ली सीमा: SKM
आंदोलन करने वाले 40 किसान संगठनों का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ एक साल से अधिक समय से जारी प्रदर्शन को गुरुवार को स्थगित करने का फैसला किया और घोषणा की है कि किसान 11 दिसंबर को दिल्ली की सीमाओं वाले विरोध स्थलों से घर लौट जाएंगे। किसान नेताओं ने कहा कि वे 15 जनवरी को यह देखने के लिए फिर बैठक करेंगे कि क्या सरकार ने उनकी मांगों को पूरा किया है।
आंदोलन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) को केंद्र सरकार द्वारा हस्ताक्षरित पत्र मिलने के बाद यह घोषणा हुई है। पत्र में किसानों के खिलाफ मामलों को वापस लेने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को लेकर एक समिति बनाने सहित उनकी लंबित मांगों पर विचार करने के लिए सहमति व्यक्त की गई। एसकेएम ने बुधवार को कहा था कि वह अपनी लंबित मांगों पर केंद्र के संशोधित मसौदा प्रस्ताव को लेकर आम सहमति पर पहुंच गया है।
किसान नेता और एसकेएम कोर कमेटी के सदस्य बलबीर सिंह राजेवाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘यह अंत नहीं है क्योंकि आंदोलन अभी स्थगित हुआ है। हमने 15 जनवरी को फिर से मिलने का फैसला किया है।’’ किसान नेता और एसकेएम के सदस्य गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा, ‘‘सरकार ने सभी मांगों को पूरा किया है या नहीं, यह देखने के लिए 15 जनवरी को एक समीक्षा बैठक बुलाई जाएगी। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो हम धरना फिर से शुरू करने पर फैसला ले सकते हैं।’’
किसान नेताओं ने कहा कि किसान 11 दिसंबर को अपने-अपने स्थानों पर विजय मार्च निकालेंगे। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, ‘‘किसान 11 दिसंबर से दिल्ली की सीमा को खाली करना शुरू कर देंगे और इसमें कुछ समय लग सकता है।’’ मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान पिछले साल 26 नवंबर से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। तीनों कृषि कानून वापस लिए जा चुके हैं।