उन्नाव हादसे पर ADG बोले, आमने-सामने हुई टक्कर, एक गवाह की हुई मौत
उन्नाव हादसे पर लखनऊ रेंज के एडीजी राजीव कृष्ण ने सोमवार को कहा कि इस हादसे में दोनों गाड़ी की आमने-सामने टक्कर हुई है। इस हादसे में एक गवाह की भी मौत हुई। एडीजी ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि हमने फॉरेंसिक टीम भेज दी है। घटना को रिक्रिएट किया जा रहा है। वहीं, गाड़ी का नंबर प्लेट छिपाने पर गाड़ी के मालिक का कहना है कि उसने ट्रक को फाइनेंस कराया था और जिनसे यह फाइनेंस कराया था, उनके रुपये बाकी थे। जिसकी वजह से वे ट्रक को पहचान न लें, इसलिए ट्रक के नंबर प्लेट को छिपा दिया था।
ADG राजीव कृष्ण ने कहा कि हादसे में दो घायलों इलाज चल रहा है और इसका सारा खर्च सरकार उठाएगी।एडीजी ने कहा कि जैसा कि डीजीपी ने कहा है अगर जरूरत पड़ती है तो यह यह मामला सीबीआई को ट्रांसफर किया जा सकता है। इससे पहले डीजीपी ओ पी सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि अगर पीडिता की मां या अन्य कोई रिश्तेदार आग्रह करता है तो राज्य सरकार रविवार की रायबरेली में हुई दुर्घटना की सीबीआई जांच कराने को तैयार है।
उन्होंने बताया कि पीडिता को तीन सुरक्षा गार्ड मुहैया कराये गये थे जो रविवार को उसके साथ नहीं थे । उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया लगता है कि यह दुर्घटना है लेकिन फिर भी मामले की निष्पक्ष जांच जारी है। इस बीच राज्य सरकार ने तय किया है कि अस्पताल में भर्ती पीडिता और उसके वकील के इलाज का खर्च वह वहन करेगी।
लखनऊ के जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार दोनों घायलों के इलाज का पूरा खर्च वहन करेगी । पीडिता और उसके वकील इस समय केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती हैं। बलात्कार पीडिता और उसके परिवार वाले जिस कार में जा रहे थे, उसे एक तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी थी। परिवार के दो सदस्यों की मौत हो गयी जबकि पीडिता और उसके वकील गंभीर रूप से जख्मी हो गये। दोनों घायलों की हालत स्थित बतायी गयी है।
इस बीच, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि यह पीडिता को मारने की साजिश हो सकती है । उन्होंने प्रकरण की सीबीआई जांच कराने की मांग की। कांग्रेस ने भी सीबीआई जांच की मांग की है। अखिलेश ने कहा कि मामला भाजपा विधायक से जुडा है और राज्य में भाजपा सरकार है। अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। सीबीआई जांच से ही रहस्य पर से पर्दा हटेगा।