देश में बिक रहा 36% गुड़ मानक से नीचे …? फूड सेफ्टी जांच में खुलासा; बिहार- पंजाब का गुड़ सबसे घटिया, त्रिपुरा-उत्तराखंड क्वालिटी में टॉप पर

गुड़ की जांच के लिए फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने पहली बार देश के सभी राज्यों के 249 जिलों से 3,060 नमूने जुटाए थे। नतीजे चौंकाने वाले हैं। कई राज्यों में बिक रहे गुड़ में केमिकल मिले हुए हैं। कई शहर तो ऐसे हैं, जहां के सभी नमूने फेल साबित हुए हैं। कुल मिलाकर देश के बाजारों में 36% गुड़ मानकों पर खरा नहीं उतर पाया।

पैक्ड की तुलना में खुला बिकने वाला गुड़ ज्यादा खराब
FSSAI ने जांच में यह भी पाया कि पैक्ड गुड़ की तुलना में खुला बिकने वाला गुड़ ज्यादा खराब है। लिहाजा FSSAI ने पैक्ड गुड़ खाने की सलाह दी है। जांच के दौरान एक अच्छी बात यह भी सामने आई है कि गुड़ में जिन 7 ठोस धातुओं (हेवी मेटल्स) की जांच की गई थी, वे सभी गुड़ में नहीं पाए गए। हालांकि, अभी यह रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है।

कर्मचारियों को जागरूक करने की सलाह
जांच को आधार बनाते हुए FSSAI ने FACI कृषि मंत्रालय, उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय और सूक्ष्म-लघु उद्योगों का रेगुलेट करने वाली अथॉरिटीज को पत्र लिखे हैं। इनमें बताया गया है कि गुड़ के कारोबार में लगे लोगों को जागरूक किया जाना जरूरी है। उन्हें सही ट्रेनिंग दी जानी चाहिए।

इसके अलावा इंडियन काउंसिल फॉर एग्रीकल्चर रिसर्च और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ शुगरकेन रिसर्च इंस्टीट्यूट (IISRI) और नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट एंड स्टेट रिसर्च इंस्टीट्यूट को भी शुद्ध गुड़ के बारे में जागरूकता फैलाने को कहा गया है।

गुड़ का रिपोर्ट कार्ड

  • टॉप-10 राज्य, जहां गुड़ सबसे अच्छा : त्रिपुरा-100%, उत्तराखंड 95%, मेघालय 90.6%, अंडमान-निकोबार 90%, आंध्रप्रदेश 87.5%, जम्मू-कश्मीर 87.5%, तेलंगाना 87%, सिक्किम 85%, असम 83.3% और कर्नाटक 80.6%।
  • इन राज्यों में सबसे खराब : बिहार-15.6%, पंजाब-18.5%, अरुणाचल प्रदेश 20%, गोवा 25%, UP 38.5%, मणिपुर 40%, ओडिशा 44.4%, गुजरात 46.9% और हिमाचल प्रदेश 50%।
  • इन शहरों में 100% शुद्ध : भोपाल, रांची, दिल्ली, इंदौर, जयपुर, पुणे, सिलीगुड़ी और वाराणसी में 100% गुड़ शुद्ध पाया गया। जबकि, गुजरात के राजकोट, UP के मेरठ और पंजाब के लुधियाना से लिए गए नमूनों में शुद्धता 10% भी नहीं पाई गईं।
  • दक्षिण में नियम सबसे कम टूट रहे : गुड़ तैयार करने के दौरान फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड का ध्यान सबसे ज्यादा दक्षिण भारत में रखा जा रहा है। वहां का 78.3% गुड़ मापदंडों पर सही पाया गया है। जबकि, पूर्वोत्तर में 59.4%, पश्चिम में 53.3% और उत्तर भारत में सबसे कम 47.2% मामलों में ही फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड का ख्याल रखा जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *