लोकसभा में थमा हंगामा, निलंबित सांसदों की हुई वापसी, स्पीकर ओम बिड़ला बोले- आखिरी मौका दे रहा हूं
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने उन्हें ‘आखिरी मौका’ दिया है और सदन के अंदर फिर से तख्तियां लहराने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।
- सदन में फिर से तख्तियां लहराने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी
- लोकसभा से कांग्रेस के चार निलंबित सांसदों का निलंबन हुआ रद्द
- कांग्रेस सांसदों की वापसी के बाद लोकसभा में महंगाई पर चर्चा शुरू
मानसून सत्र के दौरान लोकसभा में चला आ रहा गतिरोध खत्म हो गया। लोकसभा से निलंबित सांसदों की वापसी हो गई है। उनके निलंबन को हटाने वाला प्रस्ताव पास हो गया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने उन्हें ‘आखिरी मौका’ दिया है और सदन के अंदर फिर से तख्तियां लहराने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।
स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा, “मैं सभी दलों से सदन में तख्तियां नहीं लाने का अनुरोध करूंगा। अगर सांसद दोबारा तख्तियां लेकर आए, तो मैं न तो सरकार की सुनूंगा और न ही विपक्ष की और निश्चित रूप से कार्रवाई करूंगा। मैं उन्हें आखिरी मौका दे रहा हूं।”
गतिरोध थमने के बाद महंगाई को लेकर चर्चा शुरू
कांग्रेस के चार सांसदों मणिकम टैगोर, जोतिमणि, राम्या हरिदास और टीएन प्रतापन को लोकसभा में महंगाई के मुद्दे पर हंगामा करने और तख्तियां लहराने के बाद सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया गया था। वहीं, अब गतिरोध थमने के बाद सदन में महंगाई को लेकर चर्चा शुरू हो गई है।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने आज सांसदों के निलंबन को वापस लिए जाने से पहले कहा था कि अगर सांसद माफी मांगते हैं या उनके नेता यह सुनिश्चित करते हैं कि सरकार भविष्य में ऐसा व्यवहार नहीं दोहराएगी, तो सरकार सदन में उनकी वापसी की सिफारिश करेगी। गोयल ने कहा कि संसद के अंदर तख्तियां लाना नियमों के खिलाफ है।
दोनों सदनों में कई मुद्दों को लेकर विरोध प्रदर्शन हुआ
संसद के दोनों सदनों में आज सोमवार को कई मुद्दों को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन हुआ और कार्यवाही स्थगित करना पड़ा। लोकसभा में महंगाई पर चर्चा तभी शुरू हो सकी, जब कांग्रेस सांसदों को वापसी हुई। बता दें कि पिछले सप्ताह 23 राज्यसभा सदस्यों को भी अभद्र व्यवहार के लिए निलंबित कर दिया गया था। हालांकि, उनका निलंबन कुछ ही दिनों तक चला।