एक और ट्रेन रद्द : समझौता एक्सप्रेस के बाद अब पाकिस्तान ने थार एक्सप्रेस की सेवा रोकी
नई दिल्ली : कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से बौखलाए पाकिस्तान ने समझौता एक्सप्रेस के बाद अब भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाली दूसरी ट्रेन सेवा थार एक्सप्रेस भी रोक दी है. यह ट्रेन बाड़मेर के मुनाबाओ से पाकिस्तान के सिंध प्रांत स्थित खोखरापार के बीच चलती है. इससे पहले गुरुवार को ही पाकिस्तान ने समझौता ट्रेन सेवा को हमेशा के लिए बंद करने का फैसला लिया था. पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख रशीद अहमद ने यह ऐलान किया. थार एक्सप्रेस एक साप्ताहिक यात्री ट्रेन है,
जम्मू और कश्मीर के विशेष राज्य के दर्जे को हटाने के नई दिल्ली के फैसले की पृष्ठभूमि में इस्लामाबाद द्वारा भारत और पाकिस्तान को जोड़ने वाले दोनों अंतरराष्ट्रीय लिंक को बंद कर दिया गया है
पाकिस्तान के इन कदमों पर भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि व्यापार से लेकर समझौता एक्सप्रेस तक पाकिस्तान की तरफ से एकतरफा निर्णय लिए गए हैं. पाकिस्तान की तरफ से इसको अलार्मिंग सिचुएशन बताने की कोशिश की जा रही है. पाकिस्तान नर्वस है. उनको लगता है भारत के इस कदम से वो आतंकवाद को समर्थन नही कर पाएंगे. जहां तक अनुच्छेद 370 हटाने की बात है, ये भारत का आंतरिक मामला है.
रअसल, थार एक्सप्रेस भारत और पाकिस्तान के बीच चलने वाली सबसे पुरानी रेल सेवा है. मुनाबाओ एवं खोखरापार क्रमश: भारत एवं पाकिस्तान में अंतिम सीमांत स्टेशन हैं. यह रेल सेवा 1965 के भारत पाकिस्तान युद्ध के बाद पटरियां क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण रोक दी गई थी, जिसे 41 साल बाद 18 फरवरी 2006 को फिर से शुरु किया गया था.इससे पहले गुरुवार को ही पाकिस्तान की ओर से समझौता एक्सप्रेस को हमेशा के लिए बंद करने का ऐलान किया गया था. पाकिस्तान के रेल मंत्री ने राशिद अहमद खान ने कहा था, जिन्होंने इसके लिए पहले से टिकट खरीद लिए हैं, बिना कोई चार्ज काटे रिफंड लौटा दिया जाएगा.
समझौता एक्सप्रेस से कुल 117 यात्री दिल्ली पहुंचे थे. इनमें 76 भारतीय और 41 पाकिस्तानी नागरिक शामिल थे. वाघा सीमा पर समझौता एक्सप्रेस को सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए रोक दिया था, जिसके बाद एक भारतीय चालक दल और गार्ड ने भारत की ओर ट्रेन को अटारी से बढ़ा दिया था.