हमेशा नया करने के बारे में सोचें ..?

हमेशा नया करने के बारे में सोचें:इनोवेशन ही आपको आगे बढ़ा सकता है, एपल इसका सबसे बड़ा उदाहरण …

जानिए गूगल और एपल जैसे टेक जायंट्स इस इनोवेशन कल्चर को किस तरह अपनाते हैं…

इनोवेशन यानी पुराना सब छोड़ दीजिए

नया करना है तो पुराने को भूल जाइए। एपल ने टेक्नोलॉजी में कई ट्रेंड सेट किए हैं। फास्ट कंपनी ने उसे दुनिया की सबसे इनोवेटिव कंपनी माना है। हाल ही में एपल सीईओ टिम कुक ने कहा था- एपल सिर्फ लोगों के जीवन को बेहतर से बेहतर बनाने पर ध्यान देती है। ग्राहक उसके लिए सर्वोपरि हैं।

एपल इनोवेशन के लिए क्या करती है?

1. लोगों को सर्वप्रथम रखते हैं

टिम कुक कहते हैं- एपल में हम स्मार्ट प्रोडक्ट्स बनाकर लोगों का जीवन स्तर बेहतर बनाते हैं। हमारे यहां तकनीक बैकग्राउंड में रहती है, प्रोडक्ट को लोगों से जोड़ने का प्रयास किया जाता है। हम चाहते हैं हमारे प्रोडक्ट में हमारे मूल्यों की झलक मिले। चीजों को लगातार आसान बनाने की इस कोशिश में ही इनोवेशन की झलक मिलती है।

2. इनोवेशन और कॉर्पोरेट कल्चर साथ लेकर चलते हैं

स्टीव जॉब्स के समय से ही एपल ने इनोवेशन के लिए कॉर्पोरेट कल्चर को अपनाया हुआ है। एपल की इनोवेशन स्ट्रेटेजी और कॉर्पोरेट कल्चर दोनों ही मजबूती से बने हुए हैं। यही वजह है कि एपल आज अपने प्रतियोगियों से मीलों आगे है। टिम कुक कहते हैं कि हम समस्याओं का सामना साहस और महत्वाकांक्षा के साथ करते हैं। हम मानते हैं कि इनोवेशन की कोई सीमा नहीं है। इनोवेशन हमारे डीएनए में है। अगर आप अपने बिजनेस को बूस्ट देना चाहते हैं तो बहुत जरूरी है ये देखना कि आपका कॉर्पोरेट कल्चर और इनोवेशन स्ट्रेटेजी दोनों मजबूती से एक साथ चलें।

3. स्मार्ट लोगों को हायर करते हैं

इनोवेशन बहुत हद तक सही लोगों के चुनाव पर निर्भर करता है। ज्यादातर कंपनियों को इसके लिए कठिन प्रक्रिया अपनानी पड़ती है। लोगों को चुनते हुए उनकी जिम्मेदारियों के अलावा उनकी पेयरिंग स्किल्स, एक्सपर्ट, टैलेंट पर फोकस किया जाता है। अक्सर कंपनियां अपने कर्मचारियों की क्षमताओं का पूरा फायदा नहीं उठा पाती हैं। स्टीव जॉब्स कहते थे कि स्मार्ट लोगों को हायर कर अगर आप उन्हें बताते हैं कि क्या करना है…तो यह दुनिया का सबसे बेकार प्रबंधन है। अच्छा यह होगा कि हम स्मार्ट लोगों को हायर करें और उनसे कहें कि वो हमें बताएं कि किसी नाम को नए तरीके से कैसे किया जा सकता है। टैलेंटेड लोगों को हायर करके उन्हें एक कमरे में बंद न कर दें, उन्हें ड्राइवर्स सीट पर बैठने का मौका दें और चीजों को बेहतर शैली से करने के लिए उन्हें आगे लाएं।

4. महान विचारों को भी ना कहने का साहस रखें

कंपनी सब कुछ नहीं कर सकती। हर डिजाइन और हर इंजीनियर द्वारा दिए गए नए और महान विचार पर कंपनी गौर नहीं कर सकती। कई बार महान विचारों को भी मना करना पड़ता है और इसके लिए बहुत साहस चाहिए। मॉडर्न इनोवेशन की यही सच्चाई है। ज्यादातर कंपनियों के लिए चुनौती विचारों की कमी नहीं होती है बल्कि विचारों की भरमार होती है। इतनी कि समझना मुश्किल होता है कि कौन सा विचार पहले रखें कौन सा बाद में। बढ़ते व्यवसाय के लिए नए और महान विचार को मना करना आसान नहीं है।

इनोवेशन के लिए गूगल क्या करती है?

1. इनोवेशन कहीं से भी आ सकता है

गूगल मानता है कि इनोवेशन कहीं से भी, कभी भी और किसी भी रूप में आ सकता है। इसके लिए गूगल कर्मचारियों को प्रोत्साहित करता है कि वो अपने सर्वश्रेष्ठ विचार सामने लेकर आएं।

2. यूजर सबसे पहले है

आम समस्याओं के रचनात्मक हल निकालने के लिए गूगल कर्मचारियों को यूजर फर्स्ट अप्रोच के साथ काम करने की सलाह दी जाती है। प्रॉफिट के बारे में बाद में सोचते हैं। गूगल की यही अप्रोच उसकी यूजर फर्स्ट थिंकिंग बताती है।

3. दस गुना बेहतर होने का लक्ष्य

गूगल में केवल इंक्रीमेंटल सुधार पर फोकस नहीं किया जाता। कर्मचारियों को ऊंचा लक्ष्य तय करने की सलाह दी जाती है। उन्हें वर्ल्ड चेंजिंग प्रोडक्ट्स पर विचार करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इसका उदाहरण गूगल मैप्स में देखने के मिलता है। किस तरह गूगल ने दुनिया का ट्रिप प्लान करने का तरीका बदल दिया। एक ऐसा सिस्टम तैयार किया जो हर यात्रा के साथ सुधरता चला गया। गूगल मैप्स आज दुनिया का बेस्ट नेविगेशन इंटरफेस है।

4. असफलता कोई बुरी बात नहीं है

गूगल का मानना है कि हर इनोवेशन सफल नहीं हो सकता। इसलिए कंपनी असफलता को आसानी से पचाती है। वो असफलता को इनोवेशन का ही हिस्सा मानती है। इस तरह कंपनी में बेहद सपोर्टिव और फॉरगिविंग इनोवेशन कल्चर विकसित किया जाता है।

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