ग्वालियर. : फैबिमैक्स टेबलेट घोटाला …! ड्रग इंस्पेक्टर बदल गए रिपोर्ट नहीं आई ..

कोरोना काल के दौरान उपयोग में आने वाली नकली फैबिमैक्स टेबलेट का एक साल से ज्यादा समय पहले जो सैंपल लिया गया था, वह रिपोर्ट ही नहीं आई है। रिपोर्ट आई या जांच ही नहीं हुई, किसी को कुछ पता नहीं है।

ग्वालियर में भी नकली फैबिमैक्स टेबलेट के संदेह में हुई थी सैंपलिंग

भोपाल से अभी तक नहीं आई रिपोर्ट,ड्रग इंस्पेक्टर तक बदल गए

एक साल से ज्यादा हो गया, ड्रग इंस्पेक्टर बदल गए रिपोर्ट नहीं आई

ग्वालियर. । कोरोना काल के दौरान उपयोग में आने वाली नकली फैबिमैक्स टेबलेट का एक साल से ज्यादा समय पहले जो सैंपल लिया गया था, वह रिपोर्ट ही नहीं आई है। रिपोर्ट आई या जांच ही नहीं हुई, किसी को कुछ पता नहीं है। इतनी बेपरवाही सीधे सीधे सांठगांठ का इशारा कर रही है। जिस फैबिमैक्स टेबलेट के कारण देशभर के कई शहरों में हड़कंप मच गया था उसी की रिपोर्ट अफसर भूल गए। यहां ग्वालियर में महादेव मेडिकल से इस टेबलेट के सैंपल लिए गए थे और 14 जून को ग्वालियर से भोपाल भेजे गए थे।

ज्ञात रहे कि महाराष्ट्र में नकली फैबिमैक्स टेबलेट पकडी गईं थी, जो कि मैक्स रिलीफ केयर कंपनी सोलन हिमाचल प्रदेश की कंपनी की थीं। इन टेबलेट को सुदीप मुखर्जी ने तैयार किया था, जो कि ग्रेटर नोएडा में अवैध ढंग से दवा की फैक्ट्री चलाता था। सुदीप ने मेरठ से सात लाख रूपये की पैरासिटामोल खरीदी थी और इसे अपनी फैक्ट्री में ले जाकर कोरोना काल की जीवन रक्षक दवा फैबिमैक्स बना दी। इस दवा पर सोलन हिमाचल प्रदेश की कंपनी का नाम लिखा गया। इसी कंपनी से मेडीलायड कंपनी ने दवा खरीदी और पूरे देश में इसकी सप्लाई हुई। ग्वालियर में भी चालीस हजार टेबलेट सप्लाई हुई। यह पहले महादेव मेडीकल पर आई, क्योंकि इसके पास सीएंडएफ है। महादेव मेडिकल ने पवन मेडिकल को सप्लाई दी थी। ड्रग इंस्पेक्टर ने महादेव मेडिकल से इस दवा का सैंपल जांच के लिए 14 जून को भेजा था। जिसकी अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है।

बड़ा सवाल: इतनी देर क्यों

फैबिमैक्स टेबलेट के मामले में अभी तक रिपोर्ट न आना बड़ी सांठगांठ की ओर इशारा कर रहा है। ग्वालियर में ड्रग इंस्पेक्टर की ओर से सैंपल भेजा गया और एक से दो माह में अधिकतम रिपोर्ट आ जाना चाहिए थी लेकिन अभी तक रिपोर्ट नहीं आई। यहां से कोई रिमाइंडर भी नहीं लिखा गया कि रिपोर्ट नहीं आई तो इसकी जानकारी मंगवा ली जाए।

कथन

फैबिमैक्स टेबलेट नकली होने के संदेह में जून 2021 में सैंपल लिया गया था। तत्कालीन ड्रग इंस्पेक्टर की ओर से यह कार्रवाई की गई थी। अभी तक सैंपल की रिपोर्ट भाेपाल लैब से प्राप्त नहीं हुई है।

किरण कुमार, ड्रग इंस्पेक्टर,ग्वालियर

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