नोएडा में 200 लोगों से करोड़ों की ठगी …
नोएडा में 200 लोगों से करोड़ों की ठगी …
‘इंडिया मार्ट’ से 2500 रुपए में खरीदा 10 हजार लोगों का डेटा; 11आरोपी अरेस्ट
नोएडा में लोन व बीमा पॉलिसी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले 11 लोगों को पुलिस ने पकड़ा। इनके पास से एक 81 डेटा शीट मिली। ये डेटा शीट इंडिया मार्ट कंपनी में 2500 रुपए में खरीदी गई।
इसके अलावा डार्क वेब से भी डेटा चोरी किया गया। इन लोगों ने 200 लोगों से करोड़ों रुपए ठगे। ये पैसा एक किराए के खाते में ट्रांसफर कराया। इसके बाद एटीएम से पैसा निकाला और आपस में बाट लिया।
किन किन लोगों से ठगी की इसका पूरी जानकारी एक काली रंग की डायरी में लिखा। ये डायरी पुलिस के हाथ लगी है। इस डायरी के हिसाब से ही पुलिस पीड़ितों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। इसमें उन लोगों के नाम भी शामिल है जिन्होंने कॉल सेंटर चलाने में इनकी मदद की। पैसों का कितने कमाए किस किस को दिए इसकी जानकारी भी है।
जो युवतियां यहां काम करती थीं वह सोशल मीडिया पर नौकरी का विज्ञापन देखने के बाद आरोपियों के संपर्क में आईं। ठगी कर आरोपियों ने करोड़ों रुपये कमाए, जिसका हिसाब बरामद डायरी में लिखा है।
आरोपी बीते दो साल से फर्जी कॉल सेंटर चला रहे थे। सभी महिलाओं को सरगना द्वारा सात से दस हजार रुपए प्रतिमाह सैलरी दी जाती थी। कमीशन से महिलाओं को अच्छी कमाई होती थी।
पहले सरगना के बारे में जानते है
डीसीपी क्राइम शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि सरगना आशीष दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकाम का छात्र रहा है। साल 2019 उसकी मुलाकात जितेंद्र से हुई । दोनों ही एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस में पॉलिसी बेचने का काम करते थे।
कुछ बड़ा काम किया जाए इस उद्देश्य से दोनों ने कुछ लड़कियों को अपने साथ जोड़कर फर्जी कालिंग करके बीमा व लोन देने के नाम पर इंडिया मार्ट की साइट से 2500 रुपए में करीब 10 हजार लोगों का डेटा खरीदा। होशियारपुर में किराये के जिस कमरे में कॉल सेंटर संचालित हो रहा था उसका किराया दस हजार रुपए प्रतिमाह था।
जितनी युवतियां पकड़ी गई सभी के दो नाम
इस मामले में जिन युवतियों को पकड़ा उनकी पहचान निशा र्फ स्नेहा, भदोही निवासी रेजू उर्फ दिव्या, फिरोजाबाद निवासी लवली यादव उर्फ स्वेता, छलेरा निवासी पूनम उर्फ पूजा,आजमगढ़ निवासी आरती कुमारी उर्फ अनन्या, दिल्ली के सरिता विहार निवासी काजल कुमारी उर्फ श्रुति, बदरपुर निवासी सरिता उर्फ सुमन, न्यू अशोक नगर निवासी बबीता पटेल उर्फ माही और सर्फाबाद निवासी गरिमा चौहान उर्फ सोनिया है।
इन सभी के दो नाम है। दरअसल ये लोग नाम बदलकर बातचीत करती थी। एक क्लाइंट से एक नाम से दूसरे से दूसरे नाम से बातचीत करती थी। हो सकता है से इनकी ट्रेनिंग का हिस्सा हो। बहरहाल सभी युवतियों को थाने से जमानत मिल गई है।
रांची के व्यक्ति के साथ की थी ठगी
पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि वह कई राज्यों जिसमें झारखंड, बिहार, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक के लोगों से धोखाधड़ी की। कॉल सेंटर सुबह 8 बजे से लेकर रात 8 बजे तक चलता था।
पकड़े गए आशीष व जितेंद्र ने बताया कि उन्होंने अपनी पहचान छिपाने के लिए फर्जी आधार कार्ड बना रखा था। हाल ही में उन्होंने रांची झारखंड निवासी अखिलेश नामक व्यक्ति से पांच लाख 20 हजार रुपए ठगे थे। वहां भी ये गैंग सक्रिय था।
युवतियों को मिलता था कमीशन
इनके कॉल सेंटर में काम करने वाली युवतियों को कमीशन मिलता था। ये कमीशन क्लाइंट के हिसाब से मिलता था। जितना मोटा क्लाइंट फंसा उस युवती को उतना ज्यादा पैसा दिया जाता था। ये सारा पैसा कैश में दिया जाता था।
ताकि ट्रांजैक्शन डिटेल की जानकारी बाहर न आ सके। ठगी का सारा पैसा कर्नाटक के अरविंद नाम के एक व्यक्ति के खाते में आता था जिसे बतौर 10 रुपए महीने का किराया दिया जाता था।