‘जम्मू-कश्मीर हिन्दुस्तान का गौरव, हमें इसे नई उंचाई पर ले जाना है’ – पीएम मोदी
जम्मू-कश्मीर में आयोजित रोजगार मेले को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, हमारे सामने 2047 के विकसित भारत का विराट लक्ष्य भी है, जिसे पूरा करने के लिए हमें मजबूत संकल्पों के साथ राष्ट्र निर्माण में जुट जाना होगा।
- ’21 वीं सदी घाटी के लिए महतवपूर्ण है’
- ‘जम्मू-कश्मीर के लोग भ्रष्टाचार से नफरत करते हैं’
- ‘जम्मू-कश्मीर अब नई व्यवस्थाओं में निरंतर विकास को आगे बढ़ा रहा’
जम्मू-कश्मीर में आयोजित रोजगार मेले को संबोधित करते हुए प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, आज जामु-कश्मीर के होनहार नौजवानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है। आज जम्मू-कश्मीर में 20 अलग-अलग जगहों पर 3 हजार युवाओं को सरकार में काम करने के लिए नियुक्ति पत्र सौंपे जा रहे हैं।”
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, “21वीं सदी का ये दशक जम्मू-कश्मीर के इतिहास का सबसे अहम दशक है। अब समय पुरानी चुनौतियों को पीछे छोड़कर नई संभावनाओं का पूरा लाभ उठाने का है।” उन्होंने कहा कि, मुझे खुशी है जम्मू-कश्मीर के नौजवान अपने प्रदेश के विकास के लिए, जम्मू-कश्मीर के लोगों के विकास के लिए बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि, जम्मू-कश्मीर में जिस तरह इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हो रहा है, कनेक्टिविटी बढ़ रही है, उसने टूरिज्म सेक्टर को भी मजबूत किया है।
‘जम्मू-कश्मीर अब नई व्यवस्थाओं में निरंतर विकास को आगे बढ़ा रहा’
पीएम मोदी ने कहा कि, हमें नई सोच के साथ काम करना है। जम्मू-कश्मीर अब नई व्यवस्थाओं में निरंतर विकास को आगे बढ़ा रहा है। प्रदेश में 2019 से अब तक 30,000 सरकारी पदों पर भर्ती हुई है। इनमें से करीब 20,000 नौकरियां बीते साल में दी गई हैं। आने वाले दिनों में दूसरे अन्य विभागों में भी 700 से ज्यादा नियुक्ति पत्र देने की तैयारी ज़ोरों पर है। 21वीं सदी का यह दशक जम्मू-कश्मीर के इतिहास का सबसे अहम दशक है।
‘जम्मू-कश्मीर के लोग भ्रष्टाचार से नफरत करते हैं’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, कुछ समय पहले जब मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों से मिलता था, उनका एक दर्द हमेशा महसूस करता था। ये दर्द था- व्यवस्थाओं में भ्रष्टाचार। जम्मू-कश्मीर के लोग भ्रष्टाचार से नफरत करते हैं। जम्मू-कश्मीर के लोगों ने हमेशा पारदर्शिता पर बल दिया है, पारदर्शिता को सराहा है। आज जो नौजवान सरकारी सेवाओं में आ रहे हैं, उन्हें पारदर्शिता को अपनी प्राथमिकता बनाना है।