ग्वालियर शहर के अंदर अघोषित बस स्टैण्ड, सड़कों पर लगता है जाम
शहर का प्रमुख इलाका लश्कर। जहां यात्री बसें आम लोगों के लिए परेशानी बन गई हैं। लश्कर के हुजरात पुल, राक्सी पुल, कंपू, ईदगाह, जवाहर कालोनी, छप्परवाला पुल और आसपास के इलाकों में बसों की वजह से सुबह-शाम घंटों जाम लगता है।
ग्वालियर। शहर का प्रमुख इलाका लश्कर। जहां यात्री बसें आम लोगों के लिए परेशानी बन गई हैं। लश्कर के हुजरात पुल, राक्सी पुल, कंपू, ईदगाह, जवाहर कालोनी, छप्परवाला पुल और आसपास के इलाकों में बसों की वजह से सुबह-शाम घंटों जाम लगता है। करीब दो साल पहले यहां से संचालित होने वाली बसों के लिए झांसी रोड पर जगह चिन्हित की गई, लेकिन दो साल बाद भी सभी बसें यहां शिफ्ट नहीं हो सकी। संकरे रास्तों पर ही दिनभर बसों पर सामान लोड-अनलोड होता है, सुबह यहीं यात्रियों को उतारा जाता है और शाम को यहीं से सवारियां बैठाई जाती है। इसके चलते हर रोज जाम लग रहा है, लेकिन न तो ट्रैफिक पुलिस इसे लेकर गंभीर है, न उन थानों का स्टाफ जिन थानों की सीमाओं में अनाधिकृत रूप से बसें खड़ी हो रही हैं और न ही नगर निगम। जबकि इन सभी की जिम्मेदारी यहां से बसों को शिफ्ट करने की है। जिम्मेदार अधिकारियों की बेपरवाही के कारण आम जनता रोज घंटों जाम से जूझ रही है।
– ट्रैफिक सुधार को लेकर हुई हर बैठक में इन बसों की वजह से लगने वाले जाम का मुद्दा उठा, लेकिन फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। बैठक में कागजों पर निर्णय हो जाते हैं, लेकिन इन पर अमल नहीं होता।
– बस आपरेटरों ने बताई थी समस्याएं: जहां बसों को शिफ्ट किया जाना था, वहां पूरी जमीन कच्ची है, इसके चलते बारिश में पानी भर जाता है। पर्याप्त रोशनी और यात्रियों के लिए सुविधाएं उपलब्ध करवाने की मांग की। डीएसपी नरेश अन्नोटिया का कहना है कि कुछ समय पहले जब बैठक हुई तब झांसी रोड स्थित वीडियोकोच बस स्टैंड पर कच्ची जमीन को पक्का करने के लिए निर्णय हुआ। बारिश खत्म हो चुकी है, लेकिन इसका काम शुरू नहीं हो सका।
– लोडिंग वाहन और सवारी वाहन घेर लेते हैं सड़क: जैसे ही बस शहर के अंदर आती हैं तो यहां सामान ले जाने के लिए लोडिंग और यात्रियों के लिए सवारी वाहन इकठ्ठे हो जाते हैं। कंपू इलाके में तो यह स्थिति बनती है कि आधी सड़क तक यह लोग घेर लेते हैं।
– कार्रवाई करते ही छोड़ने के लिए आते हैं सिफारिशी फोन: ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि जैसे ही कार्रवाई की जाती है, कुछ लोगों के फोन छोड़ने के लिए आने लगते हैं कई बार कुछ लोग मौके पर ही आकर कार्रवाई न करने के लिए दबाव बनाने लगते हैं, ऐसे में विवाद की स्थिति बनती है।
बसें शहर के अंदर से संचालित हो रही हैं तो मैं इसे दिखवाती हूं। ट्रैफिक बिगाड़ने वाली बसों पर कार्रवाई की जाएगी।
मृगाखी डेका एएसपी ट्रैफिक
शहर के अंदर से चलने वाली बसों पर कार्रवाई करते हैं। अब लगातार अभियान चलाएंगे। ट्रैफिक बिगाड़ने वालों पर एफआइआर भी कराई जाएगी।
अभिषेक रघुवंशी प्रभारी, यातायात थाना कंपू