मुरैना में नकली पाइप बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी …! बानमोर में कई चल रही अन्य फर्जी कंपनियां
मुरैना में नकली पाइप बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी:किसान इरिगेशन इन्फ्रॉस्ट्रक्चर के नाम से पाइप बना रही थी बालाजी पॉली पाइप कंपनी
मुरैना के बानमोर में एक प्रतिष्ठित कंपनी का नकली पाइप बनाने वाली कंपनी पर छापा मारा गया। छापा न्यायालय के आदेश पर मारा गया। इस दौरान बालाजी कंपनी में उस कंपनी के ट्रेडमार्क का एक करोड़ रुपए की राशि का नकली पाइप जब्त किया गया है।

मुंबई की कंपनी किसान इरिगेशन इन्फ्रॉस्ट्रक्चर कंपनी लिमिटेड कृषि कार्य में सिंचाई में उपयोग आने वाले पाइप निर्माता कंपनी है। इस कंपनी के नाम से बानमोर में बालाजी पोली पाइप नामक कंपनी नकली पाइप बनाती थी। इस बात का पता किसान इरिगेशन इन्फ्रॉस्ट्रक्चर कंपनी लिमिटेड को तब लगा, जब किसानों ने उनके पाइप की शिकायत करना शुरू कर दी। उन्होंने जब मार्केट में जाकर अपने पाइप की जांच की तो पता लगा कि वह पाइप है ही नहीं, जो उनकी कंपनी बनाती है।
जब बारीकी से पता लगाया तो उन्हें पता लगा कि उनकी कंपनी के नाम से बानमोर में बालाजी पोली पाइप के नाम से एक फर्जी कंपनी पाइप बना रही है। इस पर उन्होंने इस कंपनी के मालिक को लीगल नोटिस जारी कर कहा कि इससे उनकी कंपनी का नाम बदनाम हो रहा है तथा उन्हें राजस्व का घाटा हो रहा है। लिहाजा यह काम तत्काल बंद कर दें। लेकिन बालाजी पोली हाउस के मालिक ने उनकी बात मानने से इनकार कर दिया और उनकी कंपनी के ट्रेड मार्क से नकली पाइप बनाकर बेचता रहा। उसे पाइप बनाकर बेचते हुए लगभग 8 साल बीत गए।
न्यायालय में केस चलता रहा। अन्त में न्यायालय के आदेश पर गठित टीम ने बानमोर स्थित बालाजी कंपनी में छापा मारा तो वहां किसान कंपनी के नाम से नकली पाइप बनता पाया गया। इस मौके पर टीम ने वहां रखा एक करोड़ रुपए की राशि का पाइप सील कर जब्त कर लिया है।

हर साल होता 5 करोड़ का नुकसान
किसान इरीगेशन इन्फ्रास्टक्चर लिमिलटेड के इंदौर स्थित कार्यालय के प्रमुख एसपी सिंह ने बताया कि इस बालाजी पोली पाइप नामक कंपनी द्वारा उनकी कंपनी के नाम से नकली माल बनाकर बेचने से उनकी कंपनी का नाम तो खराब हुआ ही है साथ ही हर साल 5 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा था। इसके साथ ही जो टैक्स उनकी कंपनी सरकार को देती थी, उसका भी नुकसान हो रहा था।

चल रही अन्य फर्जी कंपनियां
बता दें, कि मुरैना के बानमोर में कई टायर निर्माता व तेल निर्माता फर्जी कंपनियां संचालित हैं। इन कंपनियों में दूसरी प्रतिष्ठित कंपनियों का ट्रेड मार्क लगाकर नकली माल तैयार किया जा रहा है। अगर इस मामले की बारीकी से पड़ताल की जाए तो ऐसी कंपनियों की संख्या दर्जनों में निकल सकती है।
