अधिकारी के खिलाफ पारित किया निंदा प्रस्ताव …!
जिपं अध्यक्ष के ससुर सिंह बोले- वर का पुरा गांव में 50 घर, फिर कनेक्शन 150 कैसे? पीएचई का ईई का जबाव- ऐसा नहीं होगा …
जिला पंचायत अध्यक्ष कामना सिंह भदौरिया के ससुर एवं भिंड विधायक के प्रतिनिधि केपी सिंह भदौरिया ने पीएचई के कार्यपालन यंत्री आरके सिंह से पूछा कि वर का पुरा गांव में 50 मकान हैं। लेकिन वहां 150 कनेक्शन कहां कर दिए गए। 100 कनेक्शन की पाइप लाइन, नल, कनेक्शन आदि का पैसा कौन खा गया। इस पर पीएचई के कार्यपालन यंत्री ने जवाब दिया कि ऐसा नहीं है। वहीं बैठक में अन्य सदस्यों ने भी जमकर पीएचई विभाग को घेरा। साथ ही विभाग के कार्यपालन यंत्री आरके सिंह के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया। साथ ही खाद्य नागरिक आपूर्ति के खिलाफ भी निंदा प्रस्ताव पारित किया गया।
बैठक की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष कामना सिंह ने की। वहीं उनके ससुर और विधायक प्रतिनिधि केपी सिंह ने बैठक की शुरुआत में सबसे पहले जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण इलाकों में चल रहे कार्य का हिसाब मांगा। उन्होंने पूछा बताएं कितने गांवों में योजना पर काम पूरा कर लिया है। इस पर पीएचई के कार्यपालन यंत्री ने जवाब दिया कि 287 में से 31 पूरी हो गई हैं। केपी सिंह ने कहा एक भी योजना पंचायत को हैंडओवर नहीं की गई है।
तीन साल से काम चल रहा है और वर्ष 2024 तक योजना को पूरा करने का लक्ष्य था।, लेकिन 272 करोड़ रुपए की जल जीवन मिशन योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही है। बैठक में जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी मनोज वार्ष्णेय नहीं पहुंच पाए। इस पर उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया।
ई साहब गलत काम नहीं चलेगा, आप अपना ट्रांसफर करा लें
बैठक में गोहद विधायक प्रतिनिधि धर्मेंद्र सिंह भदौरिया पिंकी ने भी पीएचई की जमकर क्लास ली। वे बोले ई साहब भिंड में गलत काम नहीं चलेगा। आप अपना ट्रांसफर करा लें। उन्होंने कहा कि पीएचई में विभिन्न विभागों में 300 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है, जिसकी जांच होना चाहिए। पीएचई के राजेश शर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच चल रही है। फिर भी उन्हें प्रभार दिया गया है। पिंकी ने बिजली कंपनी की समीक्षा के दौरान कहा कि किसान को पंप चलाने के लिए साढ़े आठ घंटे बिजली दी जा रही है, जो टुकड़ों में मिल रही है। उसे साढ़े 9 घंटे एक साथ दिया जाए। उन्होंने कहा कि विधायक के कहने पर आप किसानों के ट्रांसफार्मर बिना वसूली के रख दिए जाते हैं। लेकिन जब किसी गरीब किसान का ट्रांसफार्मर खराब होता है तो उससे पहले बकाया बिल की 10 प्रतिशत वसूली की जाती है। इस पर एसई अशोक शर्मा ने कहा कि ऐसा कोई मामला है, तो उसे दिखवाएंगे।