इंदौर शहर से दोगुने ब्लैक स्पाट गांवों में, दस महीने में 1129 हादसे, 302 मौतें
पिछले वर्ष के मुकाबले 2022 में विभिन्न दुर्घटनाओं में 30 प्रतिशत ज्यादा मौतें हुई हैं। तीन साल में ग्रामीण इलाकों के नौ थाना क्षेत्रों में 134 और इस साल कुल 302 लोगों ने जान गंवाई है।
इंदौर । पुलिस द्वारा हाल ही में जारी किए गए सड़क हादसों के आंकड़ों से चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। इंदौर शहर से ज्यादा ग्रामीण इलाकों में दुर्घटनाएं हो रही हैं। दस महीनों में 302 लोग 1129 हादसों में जान गंवा चुके हैं। ज्यादातर दुर्घटनाएं नेशनल हाईवे व उसके आसपास हुई हैं। एसपी ने ग्रामीण क्षेत्रों के 22 ब्लैक स्पाट चिह्नित किए हैं।
इधर, नगरीय सीमा में दस महीने में 223 लोगों की मौतें हुई हैं। ब्लैक स्पाट भी 12 ही चिह्नित हुए हैं। हर साल बढ़ रही घटनाएं बता रही हैं कि इंदौर जिला हादसों का गढ़ बन चुका है। पिछले वर्ष के मुकाबले 2022 में दुर्घटनाओं में 30 प्रतिशत ज्यादा मौतें हुई हैं। तीन साल में ग्रामीण इलाकों के नौ थाना क्षेत्रों में 134 और इस साल कुल 302 लोगों ने जान गंवाई है। एसपी (ग्रामीण) भगवतसिंह बिरदे के मुताबिक, कुछ हादसे खराब सड़क और ग्रामीणों की लापरवाही के कारण भी हुए हैं। एनएचएआइ की मदद से ब्लैक स्पाट सुधारने के प्रयास चल रहे हैं।