यूपी-2022 की 22 तस्वीरें …?

यूपी-2022 की 22 तस्वीरें, जिनमें गुस्सा है और गर्व भी:500 दिन बेटे की लाश को मालिश करती रही मां; बेटी को मारकर सूटकेस में फेंका

आज साल का आखिरी दिन है। आप भी यादों के पन्ने पलट रहे होंगे कि ये साल कैसा रहा। चलिए मिलकर तस्वीरों में देखते हैं कि यूपी के लिए इस साल में क्या-क्या यादगार रहा, चाहें यादें जैसी भी हों।

साल 2022, तस्वीरें 22 और कहानियां 4 तरह कीं…
पहली- 5 तस्वीरों की 5 ऐसी कहानियां जिन्हें देख-पढ़कर चेहरा खिल उठेगा। इसमें योगी की वह फोटो भी है जिसमें उनकी मां ने पूछा था, “क्यूं रे, तुझे मेरी याद नहीं आई?”
दूसरी- 6 तस्वीरों की 6 ऐसी कहानियां जिन्हें देख-पढ़कर फख्र होगा। टीवी मैकेनिक की बेटी का कमाल देखकर तो सीना गर्व से चौड़ा हो जाएगा।
तीसरी- 5 तस्वीरों की 5 ऐसी कहानियां जिन्हें देख-पढ़कर खून खौल उठेगा। मथुरा में शासन-प्रशासन की लापरवाही से दो भक्तों को जान गंवाते देख गुस्सा आएगा।
चौथी- 6 तस्वीरों की 6 ऐसी कहानियां जिन्हें अपनी यादों से हमेशा के लिए मिटा देना चाहेंगे। राजू श्रीवास्तव की मृत्यु पर उनकी पत्नी को बिलखता देख आपकी आंखें नम हो जाएंगी।

1 जनवरी 2022, दिन: सोमवार। संसद में शीतकालीन बजट सत्र का पहला दिन था। मुलायम सिंह यादव संसद भवन की सीढ़ियों से नीचे उतर रहे थे। तभी स्मृति ईरानी भी वहां से गुजरीं। उन्होंने मुलायम को देखा तो उनके पास पहुंचीं। हाथ जोड़कर अभिवादन किया और नेताजी के पैर छुए। नेताजी ने भी स्मृति के सिर पर हाथ रख उन्हें आशीर्वाद दिया। यूपी चुनाव में सपा-भाजपा के बीच वार-पलटवार के चलते ये तस्वीर लोकतंत्र की खूबसूरती दिखती है।

जब मां ने योगी से कहा- क्यूं रे, तुझे मेरी याद नहीं आई

सीएम योगी आदित्यनाथ इस साल 3 मई को अपनी मां सावित्री देवी से मिलने पहुंचे। मां को देखा तो बोले, कैसी हो माई, मां बोली, पहले तबीयत नहीं ठीक थी, लेकिन अब तुझे देखकर मैं एकदम ठीक हो गई रे। कुछ देर बाद मां ने योगी को डांटते हुए कहा, क्यूं रे इतने सालों में तुझे मेरी याद नहीं आई? योगी आदित्यनाथ सिर्फ मुस्कुराकर रह गए।

भगवा टोपी में मोदी का इफेक्टिव रोड शो, वाराणसी में 8-0 से क्लीन स्वीप

7 मार्च 2022. पीएम का गढ़ माने जाने वाले वाराणसी में विधानसभा चुनाव थे। इससे ठीक तीन दिन पहले यानी 4 मार्च को पीएम नरेंद्र मोदी ने यहां रोड शो किया। 3 किमी इस लंबे रोड शो में करीब 2 लाख लोग शामिल हुए। ऊपर से फूल बरस रहे थे। 10 मार्च को नतीजा आया तो बीजेपी वाराणसी की सभी 8 सीटों पर कमल खिल गया। यह फोटो उसी रोड शो की है।

जब एक हुए अखिलेश और शिवपाल

तमाम सियासी उठा-पटक के बीच शिवपाल यादव ने इस साल घर वापसी का ऐलान कर दिया। 29 अगस्त 2018 को पार्टी बनाई और 8 दिसंबर 2022 को पार्टी का विलय सपा में कर दिया। पार्टी में शामिल होने के बाद शिवपाल ने कहा, “अब हम साथ हैं, 2024 में मिलकर लड़ेंगे।” अखिलेश कुछ नहीं बोले सिर्फ चाचा के पैर छू लिए।

​​​​​​बिना मुलायम भी डिंपल का जलवा कायम

मैनपुरी के चुनाव में इस बार “जिसका जलवा कायम है, उसका नाम मुलायम है” नारा नहीं लगा। डिंपल यादव नेताजी की स्मृतियों को लेकर लोगों के बीच पहुंचीं। 8 दिसंबर को नतीजा आया तो उन्होंने बीजेपी के रघुराज सिंह शाक्य को 2 लाख 88 हजार 136 वोटों से हरा दिया। इस तरह से मैनपुरी सीट पर 1996 से चला आ रहा पार्टी का कब्जा बरकरार है।

37 साल का रिकॉर्ड तोड़कर दोबारा सिंहासन पर विराजमान हुए महंत योगी आदित्यनाथ

25 मार्च 2022 की शाम। शाम 4 बजे का वक्त था। इकाना स्टेडियम में 1 हजार 831 दिन बाद योगी आदित्यनाथ ने दूसरी बार सीएम पद की शपथ ली। यूपी में 1985 के बाद से कोई भी बैक-टु-बैक सरकार नहीं बना सका था। बीजेपी ने 273 सीटें जीतकर इस क्रम को तोड़ दिया। योगी दोबारा सीएम बने। शपथ ग्रहण में पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह समेत कई बड़े नेता मौजूद रहे।

बाहुबलियों की अवैध संपत्ति पर बुलडोजर से प्रहार

प्रयागराज के बाहुबली नेता अतीक अहमद की पिछले 5 साल में 1630 करोड़ की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। जब्त की गई सारी संपत्तियां अवैध थी। इसके अतिरिक्त अवैध पैसों से खड़े किए गए गेस्ट हाउस, लॉज और आलीशान मकान पर बुलडोजर चला दिया गया। ऊपर जो फोटो लगी है वह अतीक के भाई अशरफ की ससुराल की है। प्रशासन ने नक्शा पास नहीं होने की बात कहकर ध्वस्त कर दिया।

300 करोड़ की इमारत 20 करोड़ में गिरा दी गई

28 अगस्त को दोपहर ढाई बजे नोएडा के सेक्टर 93-A में जोरदार धमाका हुआ। 30 और 32 मंजिला ऊंची इमारत 10 सेकंड में भरभरा कर जमींदोज हो गई। इसे गिराने में 3700 किलो बारूद लगे। 20 करोड़ का खर्च आया। ट्विन टॉवर्स में 711 ग्राहकों ने फ्लैट बुक करवाए थे। 652 को रिफंड मिल गया। 59 अभी भी रिफंड के लिए चक्कर लगा रहे।

43 डॉट बॉल ने तोड़ा लखनऊ के खिताब जीतने का सपना

IPL के 15वें संस्करण में लखनऊ की टीम पहली बार खेलने उतरी और शुरुआती 14 में से 9 मैच जीतकर प्ले ऑफ तक पहुंच गई। क्वालिफायर-2 में उसका मुकाबला बेंगलुरु से था। बेंगलुरु ने 20 ओवर में 207 रन बनाए। लखनऊ ने कोशिश तो बहुत की लेकिन 193 तक ही पहुंच पाई। टीम ने 120 में 43 बॉल डॉट खेली। 7030 करोड़ रुपए की इस टीम का पहली बार खिताब जीतने का सपना अधूरा रह गया।

यूपी में 296 किमी का बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे

296 किमी के बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को बनाने में 14,850 करोड़ रुपए का खर्चा हुआ। 16 जुलाई को पीएम मोदी ने इसका लोकार्पण किया। एक्सप्रेस-वे के बनते ही दशकों से पिछड़ा हुआ बुंदेलखंड सीधे लखनऊ और दिल्ली से जुड़ने वाला था। इसके बनने से बुंदेलखंड से दिल्ली का सफर अब 14 घंटे की बजाय महज 7 घंटे में तय किया जा सकता है।

टीवी मैकेनिक की बेटी ने कमाल कर दिया

मिर्जापुर की सानिया मिर्जा ने NDA की परीक्षा में 149वीं रैंक हासिल की है। अगर वह फाइटर पायलट बनीं तो यूपी की पहली महिला फाइटर पायलट होंगी। यूपी बोर्ड से पड़ी सानिया ने 12वीं में जिला टॉप किया। गांव में रहकर ही NDA की कोचिंग ली और दूसरे प्रयास में सफल हो गई। सानिया अपना रोल मॉडल अवनी चतुर्वेदी को मानती हैं।

पुलिस बोली, “बस अब बहुत हुआ”

10 जून को प्रयागराज के अटाला में नमाज के बाद पत्थर चलने लगे। रोकने पहुंचे सिपाही का सिर फोड़ दिया गया। उपद्रव बढ़ा और पीएसी की ट्रक फूंक दी। इसके बाद पीएसी की कई बटालियन उतार दी गई। पत्थरबाजों को गलियों से खोज-खोजकर निकाला गया। पुलिस ने जावेद पंप को मुख्य आरोपी बनाते हुए घर पर बुलडोजर चला दिया।

अग्निपथ की आग में फूंक गई 1 हजार करोड़ की संपत्ति

सेना में जाने की तैयारी कर रहे युवाओं को 4 साल की नौकरी पसंद नहीं आई। प्रयागराज, बलिया, गोरखपुर में हिंसा शुरू हो गई। ट्रेनों को फूंका जाने लगा। हजारों लड़कों का ग्रुप पूरे शहर में उपद्रव करने लगा। 14 जून से 18 जून तक संघर्ष चला। रेलवे ने बताया कि 1 हजार करोड़ की संपत्ति बर्बाद कर दी गई। 264 उपद्रवी लड़कों को गिरफ्तार किया गया।

अफसर VIP दर्शन में बिजी थे पीछे दो भक्तों की सांस उखड़ गई

मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में जन्माष्टमी के दिन रात के 2 बजे मंगला आरती हो रही थी। जिन अफसरों पर व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी थी वो वीआईपी दर्शन में बिजी थी। जिस आंगन में 800 लोग होने चाहिए वहां 50 हजार इकट्ठा हो गए। लोगों की सांस फूलने लगी। निर्मला देवी और भूलेराम की मौत हो गई। 6 लोग बेहोश हो गए। बाद में वीडियो आया तो अफसर बालकनी से वीडियो बनाते नजर आए।

मां भागते-भागते बेहोश हो गई, होश आया तो बेटियां पेड़ पर लटकी मिलीं

15 सितंबर को लखीमपुर में तीन लड़के दो लड़कियों को घर से उठा ले गए। बेटियों को बचाने के लिए बीमार मां पीछे भागी। 200 मीटर आगे बेहोश हो गई। करीब 30 मिनट बाद होश आया तो दोनों बेटियों की रेप के बाद हत्या करके लाश पेड़ में टांग दी गई। पुलिस ने अगले दिन 6 आरोपियों को पकड़ लिया। कांग्रेस समेत कई संगठन घर पहुंचे, मदद के लिए चेक दिया। बाद में वो बाउंस हो गए।

बेटी ने प्यार किया, बाप ने मार दिया

22 साल की आयुषी यादव ने छत्रपाल राजपूत से शादी कर ली। आयुषी के पिता नितेश को यह पसंद नहीं था। 17 नवंबर घर में विवाद हुआ। नितेश ने लाइसेंसी रिवॉल्वर निकाली और आयुषी के सीने में दो गोलियां दाग दीं। हत्या के बाद बाजार गए पॉलीथीन खरीदी। लाश को सूटकेस में डाला और पत्नी के साथ 150 किलोमीटर दूर यमुना एक्सप्रेस-वे पर फेंककर भाग गए। 2 दिन बाद राज खुला तो पिता रो पड़े। कहा- गुस्सा बर्दाश्त नहीं हुआ।

पुलिस ने 500 लाठियां मारकर नसें फाड़ दी

कानपुर देहात में पुलिस ने शक के आधार पर बलवंत सिंह को उठा लिया। थाने ले जाकर 500 से ज्यादा लाठियां मारी। बलवंत की दर्दनाक मौत हो गई। लाश पोस्टमॉर्टम के लिए गई तो डॉक्टर हैरान रह गए। शरीर पर चोट के 40 गहरे निशान थे। हाथ-पैर की नसें फट गई थी। मारने वाले पुलिसवालों ने हार्ट अटैक बताया। लेकिन बाद में वही आरोपी निकले। 11 पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया।

जिम में वर्कआउट करते हुए गिरे और फिर कभी नहीं उठे

राजू श्रीवास्तव…नाम ही इतना मशहूर की चर्चा होते ही लोगों के चेहरे पर हंसी आ जाए। 42 दिन तक जिंदगी-मौत के बीच संघर्ष चला और आखिर में मौत जीत गई। राजू 21 सितंबर को इस दुनिया को अलविदा कहकर चले गए। डॉक्टर बताते हैं, राजू को जब कार्डियक अरेस्ट आया तो उनका ब्रेन डैमेज हो गया। जिसे सुधारने की कोशिश होती रही लेकिन हम सफल नहीं हुए।

पांच सेकंड की चूक ने 10 जानें ले ली

सीतापुर के अटरिया में 46 लोग ट्रैक्टर से उनाई देवी मंदिर चढ़ावा चढ़ाने जा रहे थे। मंदिर से करीब 4 किलोमीटर पहले ही पीछे से एक ट्रक आया और टक्कर मारते हुए आगे बढ़ गया। ट्रैक्टर तालाब में पलट गया। चीख-पुकार मच गई। गांव के लोग बचाने के लिए कूद पड़े। 36 लोगों को तो जिंदा निकाल लिया लेकिन 10 लोगों को नहीं बचा सके। इसी तरह 4 अक्टूबर को कानपुर के घाटमपुर में ट्रैक्टर तालाब में पलट गया। 26 लोगों की मौत हुई थी।

93 दिन पहले जहां पत्नी का निधन, वहीं नेताजी ने भी अंतिम सांस

10 अक्टूबर की सुबह सवा 8 बजे मेदांता के बाहर खड़े अखिलेश यादव को बुरी खबर मिली। खबर थी, नेताजी नहीं रहे। मुलायम सिंह की मौत के बाद सपा के तमाम नेता मेदांता पहुंचने लगे। सपा को ट्वीट के जरिए कहना पड़ा कि यहां भीड़ न लगाएं। 93 दिन पहले इसी अस्पताल में नेताजी की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता का भी निधन हुआ था।

बेटे की लाश को रोज डेटॉल से साफ करते रही मां

कानपुर में 35 साल के आयकर अधिकारी विमलेश सोनकर की 22 अप्रैल 2021 की कोरोना से मौत हो गई। हॉस्पिटल ने डेथ सर्टिफिकेट जारी कर दिया। लेकिन मां को बेटे के फिर से उठने की उम्मीद थी। रोज डेटॉल से बॉडी धुलते और मालिश करती। ये क्रम डेढ़ साल तक चला। विमलेश को खोजते हुए विभाग के लोग पहुंचे तो मामला खुला। तब तक लाश ममी बन चुकी थी।

यूपी के 4 शहीदों का अंतिम सफर

23 दिसंबर 2022. शुक्रवार की सुबह। भारतीय जवानों से भरी बस भारत-चीन बॉर्डर के पास उत्तरी सिक्किम इलाके से गुजर रही थी। रास्ते में बस अचानक मोड़ते समय बेकाबू हो गई। सेना की गाड़ी खाई में जा गिरी। देश के 16 जवान शहीद हो गए। हादसे ने यूपी के भी 4 जवानों को उनके परिवार से हमेशा के लिए दूर कर दिया।

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