2023 का आपका रिजॉल्यूशन कितना अलग है?

इस रविवार को मैं अपने एक निजी काम से इंदौर में था। जैसे ही मैं दोपहर को इंदौर पहुंचा, एक सज्जन ने यह कहते हुए आकर हाथ मिलाया, ‘इस साल मैंने आपकी जिंदगी से नए साल का संकल्प (रिजॉल्यूशन) लिया है।’ मेरे दिमाग में चलने लगा कि क्या मैं इन शख्स को इतनी अच्छी तरह से जानता हूं जो पूरे साल के लिए मुझसे रिजॉल्यूशन ले सकें!

मेरे चेहरे पर विस्मय के भाव देखकर वो बोले, ‘डॉ. सुधीर परवानी ने मुझे कहा था कि उनके यहां अब तक कई किराएदार रहे, पर आपके जितना करीब कोई नहीं रहा।’ तब याद आया कि मैं एक दशक पहले एक प्रोजेक्ट के सिलसिले में इंदौर के प्रसिद्ध नेत्ररोग विशेषज्ञ के यहां चार महीने से कम किराए पर रहा हूं।

हालांकि वो मैं था जो उनके घर में जाकर सिंधी पकवानों का लुत्फ उठाता था और काम से देर रात लौटकर उन्हें डिस्टर्ब करता था, इतने सालों बाद उनसे सरहाना पाकर मैं चकित था। उनके शब्दों पर मुस्कराते हुए मैंने बस इतना कहा, ‘क्या आप मुझे टारगेट कर रहे हैं कि अब आपके घर किराएदार बनूं’।

इन नए परिचित ने कहा, ‘काश मैं कर पाता, लेकिन मेरा संकल्प 2023 में एक अच्छा पड़ोसी बनना है!’ इससे मेरे कान खड़े हो गए और दिमाग चलने लगा कि एक अच्छा पड़ोसी का वर्णन कोई कैसे कर सकता है। मेरे लिए हाल के वर्षों का यह एक अलग तरह का रिजॉल्यूशन है।

मैंने उनके साथ तौर-तरीकों पर चर्चा करते हुए कुछ और मिनट बिताए। उन्होंने इस पर सहमति जताई कि एक अच्छा पड़ोसी मतलब उनके लिए बार-बार पार्टियां करना नहीं है। पर वे छोटी-छोटी चीजें करना चाहते थे जो उन्हें अहम व सम्मानित महसूस कराए। मैं उनसे सहमत था और वहां से निकलने से पहले वादा लिया कि वो रोज जो छोटी-छोटी चीजें करते हैं, उनके बारे में मुझे बताते रहेंगे ताकि साल के अंत में उसे एक किताब की शक्ल दे सकें।

मैं जानता हूं हमेशा अच्छा पड़ोसी होना आसान नहीं, खासकर इन दिनों, जब सब राजनीतिक विचारधारा वाले व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े हैं, जो भारी मतभेद पैदा करते हैं। अच्छा पड़ोसी कैसे बनें, ये समझने के लिए मैंने कुछ सामाजिक मनोविज्ञानियों से बात की। उन्होंने बताया:

1. पड़ोसी दोस्त हो, जरूरी नहीं। इसलिए उनसे राजनीति पर चर्चा न करें। वैचारिक मतभेद मन में बुरी छाप छोड़ सकते हैं। 2. कभी-कभी एक मिनट के लिए उनके घर जाएं और दरवाजे से ही कहें, मैं आपकी और आपकी पत्नी की कुशलक्षेम पूछने आया हूं। अगर मैं आपके लिए कुछ कर सकूं, तो बताइएगा। और बाहर आ जाएं। 3. अगर आप उन्हें हैलो कहें और वे कोई प्रतिक्रिया न दें, तो बुरा न मानें। उन्हें संदेह का लाभ दें हो सकता है कि किसी कारण से परेशान हों। याद रखें अच्छा पड़ोसी हमेशा ऐसा माहौल बनाता है कि जहां मुस्कराहट और हैलो कहना मुमकिन हो। 4. अगर आप कहीं दूर जा रहे हैं कार से सामान लाने वाले हैं, तो वहां से कुछ लाने की पेशकश कर सकते हैं। 5. अगर आपको पता है कि उनके बच्चे बोर्ड परीक्षा दे रहे हैं तो उनके लिए चॉकलेट लाएं और भले उन्हें पढ़ाने का समय न निकाल पाएं पर शुभकामनाएं दें। अगर आपका कुछ ऐसा अनोखा रिजॉल्यूशन है तो अपनी डायरी में नियमित तौर पर उसके बिंदु लिखें। कौन जानता है कि इससे साल के आखिर में आपको किताब लिखने में मदद मिले।

फंडा यह है कि अच्छा पड़ोसी बनने के लिए उदार और अपना बेहतर रूप दिखाने के साथ नियमित अंतराल पर दिखना भी जरूरी है और उन्हें बताएं कि कठिन समय में आप उनके साथ खड़े हैं।

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