महिलाएं घर से ही कर सकती हैं ये 3 बिजनेस …?

महिलाएं घर से ही कर सकती हैं ये 3 बिजनेस:यू-ट्यूब ब्लॉग्गिंग, फूड सर्विसिंग और क्लॉथ केयर सेंटर

ब्रह्मा से कुछ लिखा भाग्य में, मनुज नहीं लाया है। अपना सुख उसने अपने, भुजबल से ही पाया है।

प्रकृति नहीं डरकर झुकती है, कभी भाग्य के बल से। सदा हारती वह मनुष्य के, उद्यम से, श्रम-बल से।

ब्रह्मा का अभिलेख पढ़ा, करते निरुद्यमी प्राणी। धोते वीर कुअंक भाल के, बहा ध्रुवों से पानी।

भाग्यवाद आवरण पाप का, और शस्त्र शोषण का। जिससे रखता दबा एक जन, भाग दूसरे जन का।

डबल काम करने वालों को सलाम

आज का आर्टिकल महिला माइक्रोएंटरप्रेन्योर (Women micro-entrepreneurs) को समर्पित है, खास-तौर पर उन गृहणियों को जो घर के सारे काम निपटाने के बाद (जो अपने आप में फुल-टाईम काम है), अपने परिवार को आर्थिक रूप से सपोर्ट करने के लिए कुछ काम करना चाहती हैं।

भारत में 6 करोड़ सूक्ष्म उद्यम हैं जो लगभग 11 करोड़ लोगों को रोजगार देते हैं और देश के सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 29.7% योगदान करते हैं। भारत की लगभग 80% आबादी अनौपचारिक अर्थव्यवस्था (informal economy) का हिस्सा है। इसे लैंगिक दृष्टिकोण से देखने पर, रोजगार बल में 81% महिलाएं अनौपचारिक अर्थव्यवस्था (ILO, 2018) का हिस्सा हैं और लगभग 20% सूक्ष्म उद्यम महिलाओं के स्वामित्व में हैं।

महिलाओं के लिए 3 अच्छे अवसर

आज मैं अपने अनुभव और रिसर्च के आधार पर कुछ व्यवसायों को सुझाने की कोशिश करूंगा जिसमें पहले ही गृहणियों ने सफलता हासिल की है, और जिन्हें जानकार अन्य ऐसी गृहणियों को आइडियाज मिल सकते हैं जो घर से अपना व्यवसाय शुरू करना चाहती हैं।

1) यू-ट्यूब ब्लॉगर

भारत में मध्यमवर्ग में अधिकतर बेटियों की शिक्षा-दीक्षा और ग्रूमिंग एक अच्छी हाउसवाइफ बनने के लिए की जाती है, जैसे उन्हें अच्छा खाना बनाना सिखाया जाता हैं, घर के अन्य कामों में पारंगत बनाया जाता हैं, इसके अलावा उपयोगी आर्ट फॉर्म्स जैसे सिलाई (स्टिचिंग), कढ़ाई (एम्ब्रॉयडरी), बुनाई (निटिंग) इत्यादि में एक्सपर्ट बनाया जाता है।

जिनमें से कई वास्तव में मूलयवान स्किल्स हैं, कई लोग इन्हें सीखना चाहते हैं। तो यदि आप इन स्किल्स जैसे कुकिंग, स्टिचिंग, निटिंग इत्यादि में तो आप इन्हें सीखाने के वीडियोज रेकॉर्ड कर के उन्हें यू-ट्यूब पर लांच कर सकती है।

कई सक्सेसफुल यू-ट्यूब ब्लोगर्स हुई हैं जैसे कुकिंग में निशा मधुलिका, हाउसकीपिंग में मेरी कोंडो इत्यादि।

इसमें नाम धीरे-धीरे बनता है, और कमाई भी एकदम नहीं होती। तो धैर्य रखना जरूरी है।

2) फूड सर्विस बिजनेस

यह स्किल भारत में लगभग सभी गृहिणियों को आती भी है, और इस क्षेत्र में घर से कार्य करना सामाजिक रूप से भी स्वीकार्य है।

इस क्षेत्र में कई कार्य किए जा सकते हैं जैसे टिफिन सर्विस, बेकिंग (जैसे केक, कुकीज) के ऑर्डर्स लेना, आर्डर बेस्ड फ़ूड डिलीवरी, अदरक-लहसुन के बने बनाए पेस्ट की बिक्री, छिली और कटी सब्जियों की बिक्री, इडली, डोसा इत्यादि के रेडीमेड मिश्रण इत्यादि सैकड़ों चीजों के बारे में सोचा जा सकता है।

आप अपने लोकल लेवल पर रिसर्च कर देखें कि किस चीज की मांग हैं या कौनसी चीज की मांग बनाई जा सकती है। लोगों को डेली आने वाली समस्याओं को देखिए, उनके समाधान में ही एक सफल बिजनेस आइडिया छुपा होता है।

जैसे मेरी एक कजिन ने यह पाया कि दिवाली पर अब अधिक लोग घर पर व्यंजन बनाने की बजाय बाहर से खरीदना पसंद करते हैं। लेकिन दीवाली पर बनाए जाने वाले कुछ स्पेशल व्यंजन जैसे गुजिया, अनारसा, शकरपारे, चकली इत्यादि या तो मार्केट में बनते ही नहीं है या फिर उनकी क्वालिटी घर जैसे नहीं होती।

तो वह साल भर में केवल दिवाली के पहले एक महीने के लिए ही घर पर आर्डर लेती है और अपना स्वयं के साल भर के खर्च करने लायक पैसे कमा लेती है।

3) कपड़ों का केयर सेंटर

यह जोरदार आइडिया है, जिस पर शायद अभी तक कम ही लोगों ने काम किया होगा। आप सिलाई, तुरपाई, कढ़ाई और कपड़ों की लांड्री, वाशिंग, ड्राइक्लीनिंग के बिजनेस को एक कर दीजिए। कपड़ों की देख-रेख और साज संभाल का ‘वन स्टॉप सोल्यूशन दीजिए’।

जब हम कपडे पहनते हैं तो कभी कपड़े कहीं से उधड़, फट जाते हैं, गंदे तो होते ही है, तो आप इन सबसे निपटने का सोल्यूशन प्रदान कर सकती हैं। आप घर में एक वाशिंग मशीन और एक सिलाई मशीन से शुरू कर सकती हैं।

आज के आर्टिकल में इतना। आइडियाज और भी हैं जिन्हें मैं आगे आने वाले आर्टिकल्स में शेयर करता रहूंगा।

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