यात्राओं की राह पर सरकार; विकास के बहाने 10 माह पहले नाप देंगे पूरा प्रदेश
जीएडी ने कलेक्टरों को दिए निर्देश: 1 से 15 फरवरी के बीच चलेंगी विकास यात्राएं, मुख्यमंत्री-मंत्री-विधायक और सांसद भी होंगे शामिल …
भोपाल. प्रवासी भारतीय सम्मेलन, ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट और अब जी-20 की बैठकों से निपटने के बाद सरकार ने विकास यात्रा का रुख किया है। आगामी 1 फरवरी से 15 फरवरी के बीच प्रदेशभर में विकास यात्राएं निकाली जाएंगी। इसकी जिम्मेदारी कलेक्टरों को दी गई है। हर दिन कलेक्टर को बताना होगा कि यात्रा कितने किलोमीटर, कितने गांव और कितने वार्ड तक पहुंची। हर जिले में वार्ड और गांव स्तर तक लोकार्पण, शिलान्यास और शुभारंभों का कार्यक्रम बनेगा। इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित सरकार के मंत्री, विधायक, सांसद और अन्य जनप्रतिनिधि अलग-अलग जगह कार्यक्रमों में शामिल होंगे। इन यात्राओं के बहाने भाजपा सरकार और संगठन विधानसभा चुनाव के 10 महीने पहले ही पूरे प्रदेश को नाप देंगे।
सूर्योदय से सूर्यास्त
जीएडी की गाइडलाइन के तहत विकास यात्राएं सूर्योदय के साथ शुरू होंगी और सूर्यास्त के साथ खत्म होंगी। जनप्रतिनिधि पैदल भी चलेंगे और गाड़ियों से भी वार्ड-गांव को नापेंगे। यात्राओं का स्वरूप ऐसा होगा कि रैली की शक्ल में भी दौरे होंगे। लोकार्पण के रूप में कार्यक्रम होंगे।
विभागीय मंत्री यात्राओं में निरीक्षण करेंगे। प्रभारी भी जिलों में उतरेंगे।
यात्रा के दौरान जनता की समस्याएं सुन उनका समाधान किया जाएगा।
राज्य सरकार की अलग-अलग योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
कलेक्टरों पर जिम्मा
सा मान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) ने सभी कलेक्टरों को तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर रोडमैप तैयार करेंगे। उन्हें अपने जिले के पहले वार्ड और पहले गांव से यात्रा शुरू कराकर अंतिम वार्ड-गांव तक की रिपोर्ट देनी होगी। लोकार्पण और अन्य कार्यक्रमों की सूची पहले से तैयार रहेगी।
सरकार के लिए सियासी फायदा इस तरह
सरकार चुनाव से पहले विकास योजनाओं के आरंभ का कैम्पेन इन यात्राओं के जरिए कर रही है। इसका फायदा चुनावी तौर पर मिल सकता है। पात्र लोगों को योजनाओं का लाभ भी इसमें दिलाया जाएगा। वहीं विधायकों-नेताओं का जन-सम्पर्क अभियान भी चलेगा, जो चुनावी रोडमैप के तहत बड़ा कैंपेन है।