गाजियाबाद: देश के 10 शहरों में महिला सुरक्षा ऑडिट ..NWC और IIPA टीम गाजियाबाद-मेरठ में करेगी सर्वे,
NWC और IIPA टीम गाजियाबाद-मेरठ में करेगी सर्वे, 18 हजार लोग बताएंगे सच्चाई
29 अक्टूबर 2021 को लखनऊ में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था, ‘कोई भी त्योहार हो, छठ का हो या दीपावली का हो, 16 साल की बच्ची गहने लादकर स्कूटी पर रात को 12 बजे भी यूपी की सड़कों पर निकल सकती है। कोई डर नहीं है। ये परिवर्तन केवल और केवल भारतीय जनता पार्टी ने किया है।’ इस बयान को एक साल से ज्यादा हो गया। आज महिला सुरक्षा की क्या स्थिति है, राष्ट्रीय महिला आयोग ये जानना चाहता है। महिला सुरक्षा पर देश के 10 प्रमुख शहरों में ऑडिट होगा। उत्तर प्रदेश से दो शहरों को चुना गया है, गाजियाबाद और मेरठ। आयोग के निर्देशन में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन (IIPA) की टीम 10 शहरों का सर्वे करके ये पता लगाएगी कि इनमें महिला सुरक्षा के इंतजाम क्या हैं?
पथ प्रकाश व्यवस्था और पुलिस चौकसी भी देखेगी टीम
गाजियाबाद के CDO विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया, अगले पांच दिन के भीतर ये सर्वे शुरू हो जाएगा जो तीन महीने में पूरा होना है। इस सर्वे में राष्ट्रीय महिला आयोग के तीन और IIPA के पांच लोग रहेंगे। ये गाजियाबाद में 9 हजार लोगों पर सर्वे करेंगे। गाजियाबाद नगर निगम में 5 जोन और 100 वार्ड हैं। रेंडमली 30 वार्डों में ये टीम जाएगी। देखेगी कि प्रमुख रास्तों पर पथ प्रकाश की क्या व्यवस्था है? बैंक, मंदिर, फुटपाथ समेत पब्लिक प्लेस पर पुलिस चौकसी कैसी है? कितने थाना-चौकी हैं? कितना पुलिस स्टाफ है? आदि बिंदुओं पर सर्वे होगा और 9 हजार लोगों से इस बारे में पूछा भी जाएगा। इसी तरह मेरठ में भी करीब 9 हजार लोगों से सर्वे में बातचीत होगी।
विभागों को सूचनाएं देने का निर्देश
CDO विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया, इस संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक राष्ट्रीय महिला आयोग, IIPA और गाजियाबाद जिला प्रशासन की हो चुकी है। किस विभाग को क्या सूचनाएं देनी है, ये बता दिया गया है। निर्देश दिए गए हैं कि वे अपनी सूचनाएं तय समय में उपलब्ध करा दें। IIPA टीम अपनी रिपोर्ट राष्ट्रीय महिला आयोग को सौंपेगी। सीडीओ ने बताया, इस तरह का सर्वे पहली बार हो रहा है।
अपराध | 2022 | 2021 | 2020 |
दुष्कर्म | 84 | 59 | 22 |
हत्या | 21 | 14 | 17 |
दहेज हत्या | 41 | 36 | 27 |
अपहरण | 104 | 107 | 100 |
छेड़छाड़ | 158 | 162 | 126 |
स्त्रोत : गाजियाबाद पुलिस
सेफ सिटी में काम कराने के दावे हवाई
केंद्र सरकार ने इसी साल सेफ सिटी में यूपी के 17 शहरों को शामिल किया था, इसमें गाजियाबाद भी है। प्लान बना था कि सेफ सिटी में महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी महिला पुलिसकर्मियों पर होगी। इन सुरक्षाकर्मियों पर पिंक स्कूटी और एसयूवी वाहन होंगे, जिन पर घूमते हुए वे पूरे शहर में नजर रखेंगी।
प्रशासन ने ऐसे 284 पॉइंट चिह्नित किए थे, जहां महिला सुरक्षा के लिहाज से पथ प्रकाश की जरूरत थी। पिंक टॉयलेट बनाने की योजना भी सेफ सिटी का हिस्सा थी। इसके अलावा सभी बसों में CCTV कैमरे, हर 2 किलोमीटर पर महिला कियोस्क स्थापित करने की भी योजना थी। सच्चाई की बात करें तो अभी सिर्फ पिंक टॉयलेट बन पाए हैं, बाकी कुछ काम नहीं हुआ।