दिखावे की मॉनिटरिंग …!
दिखावे की मॉनिटरिंग:आरआरएल तिराहे से 11 मील तक 9 किलोमीटर हाईवे सिर्फ एक सीसीटीवी कैमरे के भरोसे, घटना और एक्सीडेंट के बाद पुलिस को नहीं मिलते फुटेज ….
- आईटीएमएस के कैमरे की पहली लोकेशन हबीबगंज नाके स्थित गणेश मंदिर के पास, लास्ट लोकेशन-11 मील तिराहा …
यह कैमरे भी बीआरटीएस कॉरिडोर को कवर करते हैं। इन कैमरे की रिकार्डिंग की क्वालिटी ठीक नहीं होती है। इसका फायदा तेज रफ्तार वाहन चलाने वाले और वारदातों को अंजाम देकर भागने वाले बदमाशों का मिलता है। बीती 18 जनवरी को भी यहां बावर्ची रेस्टोरेंट के सामने सड़क पार कर रही छात्रा कृति फुलरे को बीआरटीएस कॉरिडोर में एक तेज रफ्तार ने टक्कर मारकर उसकी जान ले ली थी, लेकिन पुलिस अब तक आरोपी कार चालक का सुराग नहीं लगा सकी है। छात्रा के पिता ने पिता मनोज फुलरे ने पुलिस महानिदेशक को भी पत्र लिखा है।
दुकानों, शोरूम और बैंक के कैमरे नहीं करते कॉरिडोर को कवर
फुटपाथ के बाद बनी दुकानों, शोरूम, बैंक, एटीएम बूथ, रेस्टोरेंट आदि के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे अपने प्रतिष्ठान की निगरानी करते हैं। यह कैमरे मुख्य हाईवे या बीआरटीएस कॉरिडोर को कवर नहीं करते हैं। हाईवे केवल थाना बाग सेवनिया तिराहे पर लगे आईटीएमएस के कैमरे के भरोसे है। इसके अलावा पुलिस का एक कैमरा मिसरोद थाने के बाहर लगा है।
सिर्फ बीआरटीएस कॉरिडोर को कवर करते हैं आईटीएमएस कैमरे
इस रास्ते में हबीबगंज नाका स्थित गणेश मंदिर के पास आईटीएमएस के कैमरे हैं। दूसरी लोकेशन बाग सेवनिया थाना तिराहे पर हैं। कैमरे की आखिरी लोकेशन 11 मील तिराहा है। हाईवे की चौड़ाई 150 फीट है। आईटीएमएस के कैमरे बीआरटीएस कॉरिडोर को कवर करते हैं। हाईवे के दोनों तरफ फुटपाथ, सर्विस लेन, ग्रीन बेल्ट, साइकिल ट्रैक और बीआरटीएस कॉरिडोर हुआ है।
सीसीटीवी फुटेज मिले, लेकिन कार की पहचान ही नहीं हो सकी
स्टर्लिंग केसल्स निवासी 19 वर्षीय छात्रा कृति फुलरे को 18 जनवरी को बावर्ची रेस्टोरेंट के सामने सफेद रंग की कार ने टक्कर मार दी थी। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस को सीसीटीवी कैमरे के जो फुटेज मिले उसमें कार की पहचान नहीं हो सकी। पुलिस का दावा है कि कार मिसरोद थाने के बाद लगे कैमरे में कैद हुई है, लेकिन नंबर नहीं दिखाई दिया।
153 से ज्यादा लोकेशन पर पुलिस के कैमरे
शहर में 153 से ज्यादा लोकेशन पर पुलिस के सिटी सर्विलांस के 775 सीसीटीवी कैमरे और 30 लोकेशन पर स्मार्ट सिटी के आईटीएमएस के 315 कैमरे लगे हैं। इन कैमरों से पुलिस ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों के ऑनलाइन चालान बनाती है।