ग्वालियर, ब्लैकमेलिंग, चोरी, लूट और ठगी जैसे सनसनीखेज अपराध करने वाले अपराधियों का नया ठिकाना ऐसी फायनेंस कंपनियां और बैंक बन गए हैं, जो सोना गिरवी रखकर लोन देते हैं। अब ऐसे अपराध करने वाले अपराधी ज्वेलर्स नहीं बल्कि कंपनियों में चोरी, लूट का सोना गिरवी रखकर लोन ले रहे हैं। ग्वालियर में ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जिसमें अपराधी अब चोरी का सोना ठिकाने लगाने के लिए सोने के बदले लोन देने वाली कंपनियों में पहुंचे। इसके पीछे वजह है- जब से ऐसे मामलों में ज्वेलर्स पकड़े जाने लगे तो कई जगह तो अब सोना खरीदने से पहले इसकी पूरी पड़ताल की जाने लगी है। लेकिन ऐसी कंपनियों में सोना असली है तो सिर्फ एक पहचान पत्र की जरूरत है और आपका सोना गिरवी रखकर आपको नकद में भुगतान कर दिया जाएगा। ज्वेलर्स के यहां सोना बेचने जाने पर पकड़े जाने का भी डर रहता है।

1- मुरार के सीपी कालोनी में बाइक सवार दो लुटेरों ने एक ही दिन में दो महिलाओं की चेन लूटी थी। इसमें एक आरोपित के पिता सीआरपीएफ में सब इंस्पेक्टर थे। दोनों को जब पकड़ा गया तो सामने आया इन लोगों ने कई लूट की थी। जब लूटे गए माल के बारे में पूछताछ की तो बताया- मुथूट फायनेंस कंपनी में सोने की चेन अपने पहचान पत्र पर गिरवी रखी और इससे जो पैसा मिला, उससे स्मैक का नशा किया, खरीदारी की और दिल्ली घूमने निकल गए थे।

2- ग्वालियर के थाटीपुर स्थित सुरेश नगर में रहने वाली 20 वर्षीय बी.काम की छात्रा को ब्लैकमेल कर उसके दोस्त उमेश गुर्जर ने ही करीब 8 लाख रुपये कीमत के गहने ले लिए। कुछ समय में यह गहने लौटाने का वादा किया। यह गहने आरोपित ने मणपुरम गोल्ड कंपनी में गिरवी रखकर लोन निकाल लिया और छात्रा को गहने लौटाने से इंकार कर दिया। तब छात्रा ने स्वजनों को घटना बताई और इस मामले में एफआइआर दर्ज हुई।

3- महाराजपुरा पुलिस ने जुलाई 2022 में चोरों की एक गैंग पकड़ी थी, इस गैंग में शामिल शातिर बदमाश दीपा जाटव ने स्वीकार किया था कि उसने घरों से सोने के गहने चोरी कर फायनेंस कंपनी में गिरवी रखे। उससे कुछ माल भी पुलिस ने बरामद किया था।

दावे कुछ भी हों, हकीकत- सिर्फ सोना असली लो, गिरवी रख लिया जाएगा: सोने के बदले लोन देने वाली कंपनियां दावे भले ही कुछ भी करें, लेकिन हकीकत यह है कि सिर्फ सोना असली होना चाहिए। इसकी जांच यह लोग बारीकी से करवाते हैं, इसके बाद आसानी से इसे गिरवी रखकर भुगतान कर दिया जाता है। जब सोना गिरवी रखने वाला इसे नहीं वापस उठाता तो इसे जब्त कर लिया जाता है।

मणपुरम गोल्ड कंपनी का मैनेजर ही सोना लेकर हो गया था फरार: मणपुरम गोल्ड कंपनी का मैनेजर ही विनय नगर शाखा से 4 किलो 297 ग्राम सोने के 13 पैकेट लेकर फरार हो गया था। इस तरह से यह कंपनियां कटघरे में हैं।

वर्जन:

ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें अपराधियों ने चोरी, लूट का सोना फायनेंस कंपनी, बैंक में गिरवी रखा है। ऐसे संस्थानों को एडवायजरी जारी करेंगे कि पूरा वेरीफिकेशन करने के बाद ही सोना गिरवी रखें, सोने के गहनों से जुड़ी रसीदें भी लें इसके बाद ही लोन स्वीकृत करें।

राजेश दंडोतिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, क्राइम