तीन हजार फर्जी किसानों के नाम पर दो करोड़ सत्तर लाख निकाले

राखासुमि योजना में कृषि विभाग ने किया 2.70 करोड़ का गोलमाल….
तीन हजार फर्जी किसानों के नाम पर दो करोड़ सत्तर लाख निकाले…..

भिण्ड. उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास कार्यालय भिण्ड में पदस्थ जिम्मेदार अफसरों ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना अंतर्गत डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर से 3000 फर्जी किसानों के नाम पर 2.70 करोड़ रुपए का गोलमाल कर लिया। यह खुलासा किसान संगठन की शिकायत पर शुरू हुई जांच में सामने आया है। बावजूद इसके संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है।

बता दें कि वर्ष 2020-21 में खरीफ व रबी फसल के मध्य अतिरिक्त फसल की पैदावार करने वाले किसानों को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार द्वारा कृषि विभाग में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन अंतर्गत डीबीटी (डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर) योजना संचालित की जा रही है।

उक्त योजना के तहत जिले के 3000 किसानों को वर्ष 2020-21 के लिए फर्जी तरीके से चिन्हित कर प्रति किसान 9000 रुपए धनराशि के मान से 3000 किसानों को दो करोड़ 70 लाख रुपए भुगतान दर्शा दिया गया है। हैरानी की बात ये है कि जिन किसानों को धनराशि भुगतान की गई उनमें से जिले का एक भी किसान नहीं है।

ये है पूरा मामला

वर्ष 2020-21 में विभागीय स्तर पर प्रोत्साहन राशि के लिए लगभग 3000 किसानों को चिन्हित किया जाना था। ऐसे में असल कृषकों को चिन्हित किए जाने के बजाए विभागीय कारिंदों ने मनगढंत कृषकों के नाम की सूची तैयार कर प्रति किसान 9000 रुपए के मान से दो करोड़ 70 लाख कुल धनराशि वितरित दर्शा दी गई। उल्लेखनीय है कि उक्त प्रोत्साहन राशि अतिरिक्त फसल उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उन्हीं किसानों को प्रदान की जाती है जो रवी तथा खरीफ फसल के बीच अतिरिक्त फसल करते हैं।

जो वास्तविक किसान हैं उन्हें धनराशि देने के बजाए कथित किसानों के नाम की सूची दो फर्मों को देकर फर्मों के खाते में धनराशि दे दी गई। असल किसान चक्कर लगा रहे हैं।

राकेश शर्मा, कृषक अकोड़ा भिण्ड

मूंग फसल पैदावार के लिए राखासुमि के अंतर्गत डीबीटी की प्रोत्साहन राशि प्रदान नहीं की गई है। जबकि वास्तविक रूप से हम हकदार हैं।

बंटी कुमार, कृषक बिलाव ऊमरी

मेरे स्तर पर की गई जांच में किसानों के नाम पर किए गए भुगतान में खामियां पाई गई हैं। मामले में अलग से जांच समिति बनाई गई है जिसकी रिपोर्ट आना शेष है।

डीएल कोरी, संयुक्त संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास चंबल संभाग मुरैना

वर्ष 2020-21 में लगभत 18 हजार किसानों ने की थी मूंग फसल

वर्ष 2020-21 में जिले भर के करीब करीब 15 से 18000 किसानों ने मूंग की फसल की थी। इनमें से बेहतर प्रदर्शन करने वाले लगभग तीन हजार किसानों को प्रोत्साहन राशि प्रदान किए जाने की पात्रता श्रेणी में रखा जाना था। विभाग के कर्ताधर्ताओं ने उनमें से एक भी किसान नहीं चुना बल्कि सभी कथित किसानों के नाम राशि आवंटित दर्शा दी। जिन किसानों के नाम से धनराशि का भुगतान किया गया दरअसल वह कृषि विभाग अधिकारियों द्वारा बनाए गए काल्पनिक नाम हैं।

 

 

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