‘आप’ ने मध्यप्रदेश में फूंका चुनावी बिगुल, विधानसभा की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का किया एलान

सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान करने वाली आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को मध्यप्रदेश में चुनावी सफर की शुरुआत कर दी है। इस पार्टी के मुखिया दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भोपाल की सरजमी से मध्यप्रदेश में सरकार बनाने का दावा किया है।

आम आदमी पार्टी ने मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव का शंखनाद कर दिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को भेल दशहरा मैदान पर आयोजित सभा को संबोधित किया। मंच पर आते ही सबसे पहले केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं से कहा, आई लव यू टू। उन्होंने कहा, मध्यप्रदेश में सरकारें बेची और खरीदी जाती हैं। यहां MLA की खरीदी-बिक्री पर डिस्कांउट भी मिलता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली-पंजाब में हमारी सरकार ने बिजली, इलाज और स्कूल में शिक्षा मुफ्त कर दी है। मध्यप्रदेश में भी एक मौका दीजिए, यहां भी सब मुफ्त कर देंगे। युवाओं को नौकरी भी देंगे।

केजरीवाल बोले, मध्यप्रदेश में जनता ने भाजपा को बहुत मौका दिया। काम करने के लिए 20 साल बहुत होते हैं। अब एक-एक आदमी ‘मामा’ को हटाना चाहता है। ‘आप’ को मौका दीजिए। काम न करूं, तो दोबारा वोट मांगने नहीं आऊंगा।

मध्यप्रदेश में बनेगी आम आदमी पार्टी की सरकार…
केजरीवाल ने लोगों से कहा कि मध्यप्रदेश में आम आदमी पार्टी की ही सरकार बनेगी। लेकिन आपको मेहनत करना होगा। घर-घर जाना होगा लोगों को बताना होगा। भाजपा-कांग्रेस वालों के पास पैसा है, बाहुबल है। हमारे साथ ऊपर वाला है।

हमारे दो शानदार मंत्रियों को जेल भेज दिया…
केजरीवाल ने कहा कि मेरे दो शानदार मंत्रियों को जेल में डाल दिया। सत्येंद्र जैन बहुत इंटेलीजेंट आदमी हैं। उन्होंने पूरे दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक बनाया। दवाइयां फ्री कर दी। एक मनीष सिसोदिया हैं। आज भी आजादी के 75 साल में हम हमारे बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं दे सकते सरकारी स्कूलों में हैं। 10 लाख देशभर के सरकारी स्कूलों में 18 करोड़ बच्चे पढ़ते हैं। पूरे देश में सरकारी स्कूलों का बुरा हाल है। उसने दिल्ली के अंदर सरकारी स्कूलों को संवारा। मैं मजाक नहीं कर रहा। आपको मैं न्योता दे रहा हूं। आप दिल्ली के सरकारी स्कूलों को देखिए। 98 प्रतिशत नतीजे आ रहे हैं। रिक्शेवालों के बच्चे डाक्टर इंजीनियर बन रहे हैं। लोग बड़े-बड़े प्राइवेट स्कूलों से बच्चों को निकालकर सरकारी स्कूलों में भर्ती कर रहे हैं।

केजरीवाल ने कहा कि यदि देश के प्रधानमंत्री पढ़े-लिखे होते तो वे शिक्षा का महत्व समझते। यदि देश के प्रधानमंत्री देशभक्त होते तो वे मनीष सिसोदिया जैसे व्यक्ति को देश का शिक्षा मंत्री बना देते। केजरीवाल ने कहा कि कम पढ़ा लिखा प्रधानमंत्री होगा तो कोई भी आकर बना देगा। नोटबंदी कर दी बस। भ्रष्टाचार खत्म हुआ? आतंकवाद खत्म हो जाएगा, हुआ क्या?

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