भूकंप के उच्च क्षति जोखिम क्षेत्र में दिल्ली…!
भूकंप के उच्च क्षति जोखिम क्षेत्र में दिल्ली, तुर्किये में विनाश के बाद अलर्ट रहने को कहा गया
देश के भूकंपीय मानचित्र पर दिल्ली उच्च क्षति जोखिम क्षेत्र चार में आ गया है, ऐसे में किसी भी आपदा से बचाव के लिए तैयार रहना होगा। साथ ही दिल्ली में बढ़ते एच3एन2 फ्लू, एच1एन1 फ्लू और कोविड-19 की स्थिति से निपटने के लिए सतर्क रहने को कहा गया है।
तुर्किये और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप को देखते हुए दिल्ली प्रशासन को अलर्ट रहने को कहा गया है। साथ ही दिल्ली में कमजोर भवनों व बचाव के लिए खुली जगहों की पहचान की जाएगी। शनिवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना की अध्यक्षता में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की 38वीं बैठक हुई। इसमें मुख्यमंत्री केजरीवाल, राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत के अलावा सेना, एनडीएमए, एनआईडीएम और राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान संस्थान के अधिकारी शामिल रहे।
जोन | सेफ्टी ऑडिट के लिए चिन्हित | सेफ्टी ऑडिट | बिल्डिंगें गिराईं |
सिटी-एसपी | 391 | 69 | 38 |
सिविल लाइंस | 88 | 33 | 0 |
केशवपुरम | 176 | 78 | 1 |
नरेला | 22 | 14 | 0 |
रोहिणी | 1296 | 101 | 5 |
करोल बाग | 222 | 11 | 2 |
सेंट्रल | 495 | 74 | 1 |
साउथ | 450 | 47 | 0 |
नजफगढ़ | 228 | 54 | 0 |
वेस्ट | 574 | 66 | 6 |
शाहदरा (साउथ) | 444 | 146 | 0 |
शाहदरा (नॉर्थ) | 267 | 65 | 0 |
कुल | 4655 | 758 | 53 |
एमसीडी के सर्वे के मुताबिक, दिल्ली में 26,62,135 बिल्डिंगें हैं, जिनमें से 24,73,179 बिल्डिंगों का सर्वे किया गया। इसमें से 266 बिल्डिंग खतरनाक पाई गईं। इन 266 खतरनाक बिल्डिंगों में से 265 तो नॉर्थ दिल्ली में है। एमसीडी ने इन खतरनाक बिल्डिंगों की जांच के लिए जो पैमाना अपनाया, वह कोई वैज्ञानिक नहीं है। पहली नजर में बिल्डिंगों की हालत देखकर उन्हें खतरनाक घोषित कर दिया। अब यह लोगों के ऊपर निर्भर है कि इन बिल्डिंगों का सेफ्टी ऑडिट कराएं और उन्हें दुरुस्त करें। सेफ्टी ऑडिट की जो पॉलिसी एमसीडी ने बनाई है, उसके तहत बिल्डिंगों का सेफ्टी ऑडिट लोगों को अपनी जेब से ही कराना है। इसलिए लोग इस काम से बचने की ही कोशिश करते हैं। पिछले ढाई-तीन सालों में एमसीडी के स्ट्रक्चरल इंजीनियरों ने सिर्फ 4655 बिल्डिंगों को सेफ्टी ऑडिट के लिए चिन्हित किया और इनमें से 750-800 बिल्डिंगों का ही सेफ्टी ऑडिट हो सका।
रेड जोन – यमुना फ्लड प्लेन, पटपड़गंज, मयूर विहार, प्रीत विहार, लक्ष्मी नगर, अक्षरधामऑरेंज जोन – जनकपुरी, वजीराबाद, गीता कॉलोनी, सरिता विहार, लुटियंस जोन, जहांगीरपुरी, पश्चिम विहार, रोहिणी, रिठाला, नॉर्थ कैंपसग्रीन जोन – जेएनयू, एम्स, छतरपुर, नारायणा, वसंत कुंज, हौज खास
दिल्ली-एनसीआर में 7 फॉल्ट लाइन
सोहना, दिल्ली फोल्डिंग, दिल्ली-हरिद्वार, दिल्ली-मुरादाबाद, मथुरा, मेन मुरादाबाद और जानकी देवी फॉल्ट हैं। इनमें सबसे खतरनाक सोहना फॉल्ट और दिल्ली फोल्डिंग हैं। मेन मुरादाबाद फॉल्ट के एक्टिव होने पर मेवात, गुड़गांव, तावडू और राजस्थान के कुछ हिस्सों में भूकंप से खतरा हो सकता है।