शरद पवार ने कहा- केवल पुलवामा जैसे हमले ही महाराष्ट्र में BJP के लिए हवा बदल सकती है

औरंगाबाद: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार को कहा कि महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार के खिलाफ बहुत नाराजगी है और पुलवामा जैसी घटना ही चुनाव के पहले इस स्थिति को बदल सकती है. पवार ने कहा, ‘‘2019 के लोकसभा चुनाव के पहले नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ बहुत गुस्सा था. लेकिन, पुलवामा हमले ने पूरी स्थिति बदल दी.’’

 

इस साल फरवरी में जम्मू कश्मीर में पुलवामा आतंकी हमले में अर्द्धसैनिक बल के 40 जवानों की मौत हो गयी थी. हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के भीतर बालाकोट में आतंकी बेस पर हवाई हमला किया था. राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि एयर स्ट्राइक से मोदी सरकार की लोकप्रियता में और इजाफा हुआ.

पवार ने कहा कि वह अगले महीने विधानसभा चुनाव के पहले राज्य सरकार के खिलाफ लोगों का गुस्सा देख रहे हैं. पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘केवल पुलवामा हमले जैसी स्थिति ही लोगों की सोच को बदल सकती है.’’

पवार ने कहा, ‘‘हम (चुनाव के लिए) धर्मनिरपेक्ष ताकतों को साथ लाने का प्रयास कर रहे हैं . कांग्रेस और एनसीपी साथ आए हैं. हम बहुजन विकास अघाड़ी, समाजवादी पार्टी और अन्य छोटे दलों को अपने साथ लाने का प्रयास कर रहे हैं.’’ आपको बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए आज निर्वाचन आयोग घोषणा कर सकता है. कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन का मुकाबला सत्तारूढ़ बीजेपी-शिवसेना गठबंधन से है.

पीएम मोदी पर पलटवार

शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी आलोचना की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को आलोचना करने के पहले पाकिस्तान के बारे में उनके बयान का पता करना चाहिए था. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले नासिक में एक रैली में मोदी ने बृहस्पतिवार को दावा किया था कि पवार ने हाल में एक कार्यक्रम में कहा कि उन्हें पाकिस्तान अच्छा लगता है.

 

पवार ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे अपने पड़ोसी देश से प्यार है… मैं इस देश का रक्षा मंत्री रहा हूं. प्रधानमंत्री को मेरी आलोचना करने के पहले मेरे बयान का पता लगाना चाहिए था.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कहा था कि पाकिस्तान के राजनीतिक और सैन्य नेता पाकिस्तानी राजनीति में अपना दबदबा बनाए रखने के लिए भारत के खिलाफ झूठे बयान देते रहते हैं. ये शब्द पाकिस्तान के लिए किसी भी तरह प्रेम को जाहिर नहीं करते हैं.’’

 

उन्होंने कहा, ‘‘मैं आगे मोदी की आलोचना नहीं करूंगा क्योंकि मैं प्रधानमंत्री कार्यालय की गरिमा को ठेस नहीं पहुंचाना चाहता.’’

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