ग्वालियर.  गजराराजा मेडिकल कालेज में नर्सिंग भर्ती घोटाले में पूर्व डीन डा समीर गुप्ता आर्थिक अपराध अन्वेषण ईकाई (ईओडब्ल्यू ) बयान देने से बच रहे हैं। ईओडब्ल्यू पांच बार बयान दर्ज करने के लिए पत्र जारी कर चुकी है लेकिन डा गुप्ता बया नहीं दे रहे। जांचकर्ता अधिकारी के अनुसार अलग अलग तर्क कभी बीमार तो कभी मीटिंग बताए जा रहे हैं। ईओडब्ल्यू अब इन बहानों के कारण बिना बयान के ही रिपोर्ट फाइल करने की तैयारी में है। डा समीर गुप्ता के अलावा स्क्रूटनिंग कमेटी से लेकर चयन समिति सभी के पदाधिकारी-सदस्यों के बयान दर्ज हाे चुके हैं। संभागायुक्त की जांच में खुद डा गुप्ता भर्ती घोटाले की त्रुटि को स्वीकार चुके हैं। वहीं संभागायुक्त द्वारा भेजी गई जांच रिपोर्ट ईओडब्ल्यू तक नहीं पहुंची है। डा गुप्ता के लिए इस ामामले में दो आरोप पत्र हैं।

यहां यह बता दें कि …….. जीआरएमसी नर्सिंग भर्ती घोटाले में नई जांच व उसकी रिपोर्ट का खुलासा किया था। इसमें बताया कि संभागायुक्त दीपक सिंह ने इस मामले की जांच संयुक्त आयुक्त से कराई और पूरी भर्ती ही गडबड़ निकली। इस मामले में पहले तत्कालीन संभागायुक्त आशीष सक्सेना ने जांच कराई थी और शासन को रिपोर्ट भेजी थी। इस बार भेजी गई जांच रिपोर्ट में भर्ती प्रक्रिया में घोटाला बताते हुए तत्कालीन डीन डा समीर गुप्ता सहित दोनों कमेटियों के सदस्यों को आरोप पत्र जारी कर एसीएस को भेज दिए गए हैं।

क्या है जीआरएमसी नर्सिंग भर्ती घोटाला

वर्ष 2021 में गजराराजा मेडिकल कालेज में 204 नर्सिंग भर्ती के लिए 8 मार्च 2021 को पहला नोटिफिकेशन जारी किया गया था। इसमें 93 पद एसटी, 7 पद एससी, 88 पद ओबीसी , 16 पद आर्थिक रूप से कमजोर और 03 पद अनारक्षित कैटेगरी की जगह निकाली गई। एमपी आनलाइन की परीक्षा के बाद मेरिट लिस्ट बनी। अनारक्षित का कट आफ 57,ओबीसी का 61,एसटी का 59,एससी का 50 गया। कटआफ के आधार पर अनारक्षित,ईडब्ल्यूएस, एससी,एसटी के उम्मीदवारों की स्क्रूटनी और दस्तावेज परीक्षण की डेट जारी की,यहां ओबीसी कैटेगरी के उम्मीदारों की बिना स्क्रूटनी के मेरिट लिस्ट जारी कर दी। ओबीसी वर्ग के 20 और अन्य को कामन मेरिट लिस्ट के आधार पर ओबीसी वर्ग में ही भर्ती किया गया जबकि इनकी भर्ती अनारक्षित श्रेणी में होना थी। यहां हड़कंप मचा और भोपाल शिकायत हुई। इसमें ईओडब्ल्यू भी केस दर्ज कर जांच कर रही है। यह नई जांच जेयू के पूर्व ईसी मेंबर सर केपी सिंह की शिकायत पर हुई।

जांच अधिकारी बोले-नहीं दे रहे बयान डा गुप्ता

जीआरएमसी के नर्सिंग भर्ती के मामले में डा समीर गुप्ता को छोड़कर सभी के बयान दर्ज किए जा चुके हैँ। इस मामले में डा गुप्ता को पांच बार पत्र जारी किया जा चुका कि उनके बयान दर्ज होने हैं। उनकी ओर से मीटिंग व अस्वस्थ होना ऐसे कारण बताए जाते हैं। बयान दर्ज होने हैं लेकिन इसी कारण नहीं हो पा रहे हैं। इस मामले में लगभग जांच पूर्ण हो चुकी है।

यशवंत गोयल, जांच अधिकारी, ईओडब्ल्यू