भारतीय सेना की कार्रवाई में मारे गए 20 आतंकी, रक्षा मंत्री ने की सेना प्रमुख से बात

नई दिल्लीः जम्मू कश्मीर के तंगधार सेक्टर से भारतीय सेना द्वारा पीओके में आतंकी कैंप पर हुए हमले में 20 आतंकियों के मारे जाने की खबर है. सूत्रों के हवाले से यह भी जानकारी मिल रही है कि इस हमले में पाकिस्तानी सेना के 10 जवान भी मारे गए हैं. केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत से बात की है. रक्षा मंत्री ने सेना प्रमुख से पाकिस्तान द्वारा किए तंगधार सेक्टर में किए गए सीजफायर उल्लंघन और उसके बाद उपजे हालात के बारे में जानकारी ली. रक्षा मंत्री खुद पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और उन्होंने सेना प्रमुख से पल पल की अपडेट देने के लिए भी कहा है.

बता दें कि भारतीय सेना ने पीओके की नीलम घाटी में चल रहे लश्कर और जैश के लॉन्च पैड को तबाह कर दिया है. शनिवार रात को भारतीय सेना ने पुख्ता जानकारी के आधार पर पीओके के जूरा, अथमुकम और कुंदलशाही को भारतीय सीमा से आर्टिलरी गन के जरिए निशाना बनाया था. ऐसी जानकारी है कि यहां पर बड़ी संख्या में आतंकी मौजूद थे.

इससे पहले पाकिस्तान (Pakistan ) ने पीओके (PoK) में भारतीय सेना (Indian Army,) के ऑपरेशन की बात मान ली है . पाकिस्तान ने यह भी माना है कि भारतीय सेना के हमले में एक सैनिक मौत हो हुई हैं. हालांकि पाकिस्तान ने भारतीय सेना पर बिना उकसावे के सीजफायर उल्लंघन (Ceasefire violation) का आरोप लगाय है.

पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि भारत ने जुरा, शाहकोट और नौशेरी सेक्टर में बिना उकसावे के सीजफायर का उल्लंघन किया. पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने 9 भारतीय सैनिकों को मार गिराया जबकि दो भारतीय बंकरों को भी तबाह कर दिए गए हैं.  पाकिस्तान ने कहा है कि दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में हमारा 1 सैनिक और 3 नागरिक मारे गए जबकि 2 सैनिक और 5 नागरिक घायल हो गए हैं.

भारतीय सेना ने रविवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए पीओके की नीलम घाटी स्थित आतंकी ठिकानों (Terrorist camp) को निशाना बनाया. भारतीय सेना ने इन ठिकानों पर तोप से हमला किया जिसमें आतंकियों के चार लॉन्चिंग पैड्स तबाह हो गए. भारतीय सेना की कार्रवाई में पाकिस्तान के 4-5 सैनिक भी ढेर हो गए.

भारतीय सेना ने यह कार्रवाई पाकिस्तान (Pakistan) द्वारा किए जा रहे सीजफार उल्लंघन और आतंकी घुसपैठ के जवाब में की है. बता दें शनिवार रात को ही पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी में दो भारतीय सैनिक शहीद हुई थे. गोलीबारी में एक नगारिक की भी मौत हो गई थी जबकि तीन घायल हो गए थे. इसके अलावा पाकिस्तान ने जम्मू कठुआ सेक्टर में भी भारी गोलीबारी की थी.

2019 में सीजफायर उल्लंघन में हुई बढ़ोतरी
पाकिस्तान की ओर से बीते पांच वर्षो में 2019 में संघर्ष विराम उल्लंघन (Ceasefire Violation) की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है. इस वर्ष आज की तारीख में संघर्ष विराम उल्लंघन की 2300 से ज्यादा घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं. जबकि वर्ष 2018 में इसकी संख्या 1629 थी.

 

भारतीय सेना के अनुसार, संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाओं में बढ़ोतरी आतंकवादियों को जम्मू एवं कश्मीर में घुसपैठ कराने के उद्देश्य से हुई है. खुफिया रिपोर्ट से पता चला है कि पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों को नियंत्रण रेखा के पास रखा गया है, ताकि मौका मिलते ही वे भारतीय सीमा में प्रवेश कर सकें.

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