कमजोर पड़ रहा पीएम मोदी का मैजिक?

हिंदी हार्टलैंड में कमजोर पड़ रहा पीएम मोदी का मैजिक? सर्वे में हुआ हैरान करने वाला खुलासा …

2014 और 2019 में एनडीए को केंद्र की सत्ता तक पहुंचाने में हिंदी भाषी प्रदेशों की अहम भूमिका रही थी. 2024 में क्या होगा, इसे लेकर एक सर्वे आया है.

2024 में केंद्र की सत्ता पर चाहे जो बैठे, लेकिन एक बात तो लगभग सभी मानते हैं कि दिल्ली की राह उसी के लिए आसान होगी जो हिंदी हार्टलैंड (हिंदीभाषी प्रदेशों) में बढ़त बनाएगा. हिंदी भाषी प्रदेशों में कुल मिलाकर लोकसभा की करीब 215 सीटें आती हैं. इन क्षेत्र में ही उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली जैसे महत्वपूर्ण राज्य आते हैं. टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछली बार के चुनाव में बीजेपी ने इसमें 194 सीटों पर कब्जा जमाया था. आइए हिंदी पट्टी के प्रमुख राज्यों पर एक नजर डालते हैं.

उत्तर प्रदेश

टाइम्स नाउ-ईटीजी सर्वे के अनुसार, अगर हिंदी हार्टलैंड के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां पर 2024 के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए को 69-73 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि विपक्ष के इंडिया ब्लॉक को 5-9 सीटें मिलती दिखाई गई हैं. उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं.

बिहार का सर्वे

हिंदी पट्टी में यूपी के बाद बिहार का नंबर है, जहां लोकसभा की 40 सीटें हैं. बिहार में भी एनडीए को बढ़त मिलती दिखाई गई है और यह 22-24 सीट पाता दिखाया गया है. हालांकि, नीतीश कुमार की जेडीयू के अलग होने का नुकसान भी यहां दिखाई दे रहा है. 2019 में एनडीए को बिहार में 39 सीटें मिली थीं. बिहार में विपक्ष के इंडिया गठबंधन को 16-18 सीटें मिलते का अनुमान है.

मध्य प्रदेश में क्या हैं अनुमान?

बीजेपी के एक और गढ़ मध्य प्रदेश में एक बार फिर एनडीए को बढ़त दिखाई दे रही है. सर्वे में मध्य प्रदेश में एनडीए को 24-26 सीटें मिलने की संभावना जाहिर की गई है. वहीं, विपक्षी गठबंधन को सिर्फ 3-5 सीटें ही दी गई हैं. 29 लोकसभा सीटों वाले मध्य प्रदेश में बीजेपी ने 2019 में 28 सीटों पर कब्जा जमाया था.

राजस्थान में एनडीए अभी भी आगे

राजस्थान से लोकसभा के लिए 25 सांसद चुने जाते हैं. 2019 में बीजेपी ने सभी सीटों पर जीत हासिल की थी. सर्वे में 2024 को लेकर जो आंकड़ें आये हैं, उसके अनुसार एनडीए को 20-22 सीटें मिलती दिखाई गई हैं, जबकि इंडिया ब्लॉक वाले विपक्ष को 2 से 3 सीट ही मिलने का अनुमान है.

अब बात देश की राजधानी दिल्ली की, जहां लोकसभा की 7 सीटें हैं. यहां पर एनडीए को 5 से 6 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि इंडिया गठबंधन को 1 से 2 सीटें मिलने की संभावना है. 2019 में दिल्ली की सभी 7 सीटों पर बीजेपी का कब्जा रहा था.

हिंदी हार्टलैंड में क्या है अनुमान?

टाइम्स नाउ के सर्वे के मुताबिक, हिंदी पट्टी में बीजेपी को कुल मिलाकर 170 सीटें मिलने का अनुमान जाहिर किया गया है. पिछली बार (194 सीटों) से तुलना करें तो इस बार एनडीए को इस क्षेत्र से कम सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं.

543 सीटों पर क्या होंगे नतीजे?

सर्वे में देश की 543 लोकसभा सीटों को लेकर अनुमान जाहिर किया गया है. इसके मुताबिक, 2024 के चुनाव में एनडीए के खाते में 296-326 मिलने का अनुमान है. इंडिया ब्लॉक को 160-190 सीटें मिलती दिखाई गई हैं. जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआरसीपी को 24 से 25 सीटें, बीजेडी को 12-14, बीआरएस को 9-11 और अन्य को 11-14 सीटें मिलने का अनुमान जाहिर किया गया है.

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