नोएडा : किसानों ने घेरा पंकज सिंह का घर, भड़के विधायक ,,,
किसानों ने घेरा पंकज सिंह का घर, भड़के विधायक ……कहा- IDC लखनऊ में बैठकर तमाशा न देखें, उद्योग मंत्री को 15 दिन का समय दे रहा हूं
नोएडा में किसान आंदोलन उग्र होता जा रहा है। सोमवार को बड़ी संख्या में किसान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के विधायक बेटे पंकज सिंह के घर पहुंचे। इस बीच प्रदर्शनकारी किसान और पुलिस में जोरदार भिड़ंत हो गई। किसान सड़क पर बैठकर धरना देने लगे।
किसानों के धरना-प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही पंकज सिंह उनके बीच पहुंचे। भड़कते हुए कहा, “हम जनप्रतिनिधि हर रोज किसानों का धरना-प्रदर्शन झेल रहे हैं और इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कमिश्नर (IDC) लखनऊ में बैठकर तमाशा देखते हैं।” नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी को फटकारते हुए कहा, “विधायक ने कहा कि उनसे कहिए, लखनऊ में बैठकर तमाशा नहीं देखें। मैं 15 दिन का समय दे रहा हूं। ये समय उद्योग मंत्री को भी दे रहा हूं। जल्दी से समस्या का समाधान करें।”
पुलिस ने रोका तो उग्र हुए किसान

किसान पिछले एक महीने नोएडा प्राधिकरण पर प्रदर्शन कर रहे हैं। सोमवार को भी पहले किसान सेक्टर-6 स्थित प्राधिकरण के कार्यालय पर जुटे। इसके बाद वहां से पैदल मार्च करते हुए दोपहर बाद सेक्टर-26 विधायक के घर पहुंचे। पुलिस ने यहां बैरिकेड कर रखी थी। जिसके बाद किसानों ने पहले मांग की उन्हें विधायक से मिलना है। इसके बाद विरोधी नारेबाजी की। किसानों को आगे जाने से रोकने पर वो उग्र हो गए।
बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़े किसान
किसानों ने बैरिकेड को तोड़ दिया और आगे बढ़ गए। पुलिस और किसानों के बीच जमकर नोकझोंक हुई। नौबत खींचातानी तक की आ गई। इसके बाद प्राधिकरण अधिकारियों की एक टीम वहां पहुंची। किसान विधायक से मिलने की बात पर अड़ गए और वहीं धरने पर बैठ गए।

विधायक पंकज सिंह ने दिया आश्वासन
हंगामा की सूचना मिलते ही पंकज किसानों के बीच पहुंचे। सख्त रुख दिखाते हुए प्राधिकरण अधिकारियों को फटकार लगाई। इसके बाद आईडीसी पर जमकर भड़के। किसानों को आश्वस्त किया उनकी सभी मांगों को पूरा किया जाएगा। इसके बाद वे धारना स्थल पर वापस लौट आए। इस दौरान सेक्टर-20, सेक्टर-27 और एमपी-1 सड़क पर जाम लगा रहा।
30 दिन से दे रहे धरना
मांगों को लेकर किसान पिछले 30 दिनों से प्राधिकरण के बाहर प्रदर्शन कर रहे है। इस दौरान उनकी दो से तीन बार प्राधिकरण अधिकारियों के साथ बैठक भी हो चुकी है। लेकिन उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया। जिसके बाद सोमवार को किसान उग्र हो गए। प्रदर्शन में नोएडा के 80 गांवों के किसान मौजूद थे।
किसानों की है ये मांग
- 1997 के बाद के सभी किसानों को बढ़ी दर से मुआवजा दिया जाए। चाहे वह कोर्ट गए हो या नहीं
- किसानों को 10 प्रतिशत विकसित भूखंड दिया जाए।
- आबादी जैसी है वैसी छोड़ी जाए। विनियमितीकरण की 450 वर्गमीटर सीमा को बढ़ाकर 1000 प्रति वर्गमीटर किया जाए।
- भूमि उपलब्धता न होने के कारण पात्र किसानों के 5 प्रतिशत आबादी भूखंड भू लेख विभाग में नहीं रोके जाएंगे। उनका नियोजन किया जाए।
- भवनों की ऊंचाई को बढ़ाए जाने की अनुमति दी जाए। क्योंकि गांवों के आसपास काफी हाइराइज इमारत है। ऐसे में उनका एरिया लो लेयिंग एरिया में आ गया है।
- 5 प्रतिशत विकसित भूखंड पर व्यवसायिक गतिविधियां चलने की अनुमति दी जाए।
- गांवों के विकास के साथ खेल बजट का प्राविधान किया जाए।
- गांवों में पुस्तकालय बनाए जाए।
इससे पहले 122 दिन चला था धरना
इन मांगों को लेकर प्राधिकरण के प्रशासनिक खंड के कार्यालय पर करीब 122 दिन धरना चला था। ये धरना 2021 में किया गया था। सांसद और विधायक के हस्ताक्षेप के बाद धरना समाप्त किया गया। इस दौरान किसानों ने भूख हड़ताल के साथ ताला बंदी तक की थी। अब दोबारा से किसान प्रदर्शन कर रहे है।
जानिए कौन हैं IDC

1988 बैच के आईएएस अधिकारी मनोज कुमार सिंह इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कमिश्नर (IDC) हैं। मनोज कुमार सिंह की गिनती यूपी के प्रभावशाली नौकरशाहों में होती है। यही नहीं मनोज सीएम योगी के काफी करीबी माने जाते हैं। एक समय में उनका नाम यूपी में मुख्य सचिव पद के संभावित दावेदार के रूप में चर्चा में था। लेकिन मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा को सेवाविस्तार मिला और वह मुख्य सचिव नहीं बन सके।