बात जाए…पर नेता जी का ‘ठाठ’ न जाए …?
बात जाए…पर नेता जी का ‘ठाठ’ न जाए …
धूप न लगे…मंत्री जी ने बॉडीगार्ड से छाता तनवा लिया, ट्रेन पकड़ने के लिए स्टेशन में फॉर्च्यूनर चढ़वा दी
जूतों में कीचड़ न लग जाए। कपड़े भीग न जाएं। इसलिए यूपी के पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने अपने ड्राइवर को रेलवे स्टेशन परिसर में ही फॉर्च्यूनर चढ़ाने का हुक्म दे दिया। 23 अगस्त की सुबह उनकी गाड़ी हॉर्न बजाते हुए लखनऊ में चारबाग रेलवे स्टेशन के दिव्यांग पाथ-वे पर दाखिल हो गई।
यूपी के मंत्रियों के ठाठ का यह कोई पहला वाक्या नहीं था। इससे पहले भी नेताओं के कई ऐसे वीडियो वायरल हुए, जिसमें वह अपने स्टाइल और रवैये को लेकर काफी चर्चे में रहे। आज यूपी के उन नेताओं की बात करेंगे, जिनका ठाठ सोशल मीडिया से लेकर अखबारों तक सुर्खियां बन गया।
खबर की शुरुआत 4 दिन पहले हुई घटना से…
ठाठ वाले नेता जी 1:
नाम: धर्मपाल सिंह
पद: पशुधन मंत्री
विधानसभा: आंवला सीट (बरेली)
23 अगस्त 2023…लखनऊ में सुबह हल्की बारिश हो रही थी। इसी बूंदाबादी के बीच यूपी सरकार के पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह को बरेली जाना था। अपनी फॉर्च्यूनर गाड़ी से मंत्री जी चारबाग स्टेशन पर पंजाब मेल पकड़ने पहुंचे। मंत्री जी सोचे की गाड़ी से उतरे तो जूते खराब हो जाएंगे। ऐसे में क्यों न विकलांगों के लिए बने पाथ-वे से कार सीधे प्लेटफॉर्म पर चढ़वा दी जाए।
जूतों में कीचड़ न लग जाए। कपड़े भीग न जाएं। इसलिए, उन्होंने अपने सारथी को प्लेटफॉर्म पर ही अपनी फॉर्च्यूनर चढ़ाने का हुक्म दे दिया। उनकी गाड़ी हॉर्न बजाते हुए रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म तक दाखिल हो गई। प्लेटफॉर्म पर गाड़ी देखकर यात्रियों में हड़कंप मच गया। मंत्रीजी की गाड़ी प्लेटफॉर्म पर आराम से निकल जाए। इसलिए यात्री बेचारे अपना सामान लेकर इधर-उधर दौड़ने लग गए।
खैर, मंत्री तो ठहरे मंत्री। रुतबा ऐसा कि जिन पुलिसवालों को उनकी गाड़ी को रोकना था। वह भी सलामी ठोंकने में व्यस्त हो गए। थोड़ी देर में प्लेटफॉर्म पर ट्रेन आई और मंत्रीजी सवार होकर चले गए। न तो उनके कीमती जूते खराब हुए और न ही कपड़े। लोगों को क्या पता था कि पीएम मोदी ने सिर्फ गाड़ियों से लालबत्ती हटवाई है। सत्ता का नशा तो अभी भी मंत्रियों के दिमाग में भरा हुआ है।
ठाठ विधानसभा क्षेत्र: आगरा दक्षिण सीट
17 अगस्त 2023…आगरा में तेज धूप खिली थी। आगरा फोर्ट के सामने शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर वर्षगांठ मनाई जा रही थी। चीफ गेस्ट योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय बनाए गए थे। कार्यक्रम शिवाजी पर था इसलिए नेता जी भी पूरे ठाठ से छत्रपति शिवाजी महाराज जैसे बनकर पहुंच गए।
मंच पर कलाकार शिवाजी के युद्ध कौशल का प्रदर्शन कर रहे थे, उधर चिल्लाती धूप में योगेंद्र उपाध्याय परेशान हो रहे थे। इसी बीच मंत्री जी के PSO ने मोर्चा संभाल लिया। उन्हें धूप से बचाने के लिए सिक्योरिटी ऑफिसर ने छाता तान दिया। ये सीन करीब 30 मिनट तक रहा। इसके बाद जब मंत्री को एहसास हुआ कि मंच पर बाकी लोग धूप में बैठे हैं, तो उन्होंने उससे छाता हटाने को कहा।
दरअसल, 17 अगस्त 1666 को महाराज छत्रपति शिवाजी अपनी युद्ध क्षमता के बल पर औरंगजेब की कैद से मुक्त होकर आगरा से निकले थे। इस मौके पर आगरा किले के सामने शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर हर साल विशेष आयोजन किया जाता है।
ठाठ वाले नेता जी 3:
नाम: संजय निषाद
पद: मत्स्य विभाग
गृहक्षेत्र: गोरखपुर
23 अगस्त 2023…सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हुई। देखते ही देखते वो वायरल तस्वीर खबर बन गई। हर तरफ मंत्री जी की ठाठ की बातें चल रही थी। ये तस्वीर थी निषाद पार्टी के अध्यक्ष और योगी कैबिनेट में मंत्री संजय निषाद की।
तस्वीर में दो व्यक्ति संजय निषाद का पैर दबाते नजर आ रहे हैं। जिस तस्वीर को कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए लिखा “पहचान तो रहे ही होंगे इन्हें आप! मंत्री संजय निषाद। कार्यकर्ताओं से पांव दबवाकर फोटोशूट करा रहे हैं। ये आए थे निषादों का भला करने। मगर, सत्ता की हवा ऐसी लगी कि इनकी आंख का सारा पानी ही सूख गया। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, इसके पहले भी संजय निषाद अपने कार्यकर्ताओं से आरती उतारवाते नजर आए थे।
मंत्री संजय निषाद गाजियाबाद के मसूरी क्षेत्र में मत्स्य विभाग की झील पर एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। मंत्री के पहुंचने से कुछ देर पहले ही जोरदार बारिश हुई। इस वजह से झील की तरफ जाने वाले रास्ते पर कीचड़ हो गया। सबसे पहले तो मंत्री की फॉरच्यूनर को वहां तक पहुंचने में दिक्कत आई। एक जगह जाकर जब रास्ता बंद हो गया तो मंत्री को गाड़ी से उतरना पड़ा और पैदल चल दिए।
कीचड़ से मंत्री का कुर्ता गंदा होने का डर था, वहीं उनके फिसलने का भी। सो, जैसे-जैसे संजय निषाद आगे बढ़ रहे थे, रास्ते में बोरे बिछाए जाने लगे। मंत्री बोरे से एक कदम आगे रखे, वैसे ही पीछे वाला बोरा उठाकर आगे रख दिया जाता। यह सिलसिला उनकी गाड़ी से झील तक चला, जहां ये कार्यक्रम आयोजित था। पूरे रास्ते बोरे बिछाने और उठाने के लिए दो कर्मचारी खासतौर पर तैनात किए गए थे।
ठाठ वाले नेता जी 4:
नाम: बेबी रानी मौर्य
पद: महिला कल्याण बाल विकास सेवा पुष्टाहार मंत्री
विधानसभा: आगरा ग्रामीण सीट
14 मई 2022…उन्नाव के घाटमपुर गांव में अन्न प्रासन प्रेरणा महिला लघु उद्योग पुष्टाहार इकाई में मंत्री बेबी रानी मौर्य का दौरा था। मंत्री जी ने गर्भवती महिलाओं और कुपोषित बच्चों के लिए बनने वाले पुष्टाहार की गुणवत्ता को चेक किया। जब वह यूनिट का निरीक्षण करके बाहर आ रही थी…तभी उन्होंने अपने पास खड़े कर्मचारी को शू कवर उतारने के लिए इशारा किया। उनके इशारा करते ही कर्मचारी उनके पैर से डिस्पोजल शू कवर उतारने लगा। इसी बीच किसी ने पूरी घटना का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया।
वीडियो सामने आने पर RLD ने एक ट्वीट किया। इसमें लिखा कि, ‘बेबी रानी मौर्य के ठाठ देखिये, सत्ता के नशे में चूर महोदया ने उन्नाव में पुष्टाहार उत्पादन इकाई का निरीक्षण करने के बाद अपने जूते के डिस्पोजल कवर भी वहां के कर्मियों से उतरवाए।’
मामले में समाजवादी पार्टी ने भी बेबी रानी मौर्या को घेरा है। सपा ने ट्विटर पर लिखा कि, ‘सत्ता के नशे में मगरूर हो चुके हैं हुक्मरान, उन्नाव में पुष्टाहार उत्पादन इकाई का निरीक्षण के बाद कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य ने अपने जूते के डिस्पोजल कवर को वहां पर मौजूद स्टाफ से निकलवाया। मंत्री महोदया आपको अपने इस कृत्य के लिए माफी मांगनी चाहिए।’