जान है कीमती, जरूर पहनें हेलमेट !
जान है कीमती, जरूर पहनें हेलमेट …. क्या है हेलमेट पहनने का सही तरीका, खरीदते समय रखें 7 बातों का ध्यान
सड़कों पर हाई स्पीड, लापरवाही, जल्दबाजी और सड़क नियमों का पालन न करने की वजह से आए दिन एक्सीडेंट होते रहते हैं। दो मिनट बचाने के लिए लोग अपनी बेशकीमती जान की भी परवाह नहीं करते। कई बार में इन लोगों की हाई स्पीड का शिकार सड़क पर पैदल चलने वाले लोग भी हो जाते हैं।
सड़क पर चलते समय जैसे कार के लिए सीट बेल्ट जरूरी होती है, वैसे ही बाइक के लिए हेलमेट जरूरी होता है। कई लोग तो हेलमेट सिर्फ चालान से बचने के लिए खरीदते हैं। मानो हेलमेट लगाकर वो दूसरों पर एहसान करने वाले हैं।
जान है तो जहान है। ये समझ लीजिए कि सड़क पर बाइक चलाते हुए हेलमेट लगाना उतना ही जरूरी है, जितना हवाई जहाज टेक ऑफ करते हुए सीट बेल्ट बांधना। जरा सी लापरवाही और सीधे पहुंचे अस्पताल। भारत के सड़क सुरक्षा नियमों के तहत भी हेलमेट लगाना अनिवार्य है।
आज जरूरत की खबर में हम जानेंगे कि बिना हेलमेट पहने टू-व्हीलर क्यों नहीं चलाना चाहिए। एक्सीडेंट से बचने के लिए किस तरह का हेलमेट अच्छा रहता है?
सवाल: बिना हेलमेट गाड़ी चलाने पर क्या होता है?
जवाब: इसमें दो चीजें होती हैं- पहला एक्सीडेंट और दूसरा चालान।
पहली बात- कई लोग सड़क पर चलते समय खुद की बजाय बाइक, स्कूटी को हेलमेट पहना देते हैं तो कई लोग हेलमेट डिग्गी में ही रखे रहते हैं।
सोचने की बात है, गाड़ी को हेलमेट क्यों पहनाना। उसे तो कंपनी ने लोहा-लाट बनाया होता है। वहीं दिमाग में 10 लाख न्यूरॉन हैं, जिन्हें सुरक्षा की जरूरत है। तो जनाब, हेलमेट की जरूरत बाइक के हैंडल को नहीं, आपके सिर को है।
दूसरी बात- सड़क पर बिना हेलमेट पहने गाड़ी चलाने पर ट्रैफिक पुलिस आपको रोककर स्कूटी-बाइक किनारे लगाने को कह सकती है।
अगर आप भागने की कोशिश करते हैं तो यह आपके लिए डेंजरस हो सकता है और आपको कहीं ज्यादा सजा भुगतनी पड़ सकती है।
इसके बाद आपको ट्रैफिक पुलिस को डॉक्यूमेंट्स दिखाना होगा। चालान भरना होगा। जेब ढीली होगी और फजीहत होगी सो अलग।
सवाल: हेलमेट लगाना क्यों जरूरी है?
जवाब: इसे नीचे लगे क्रिएटिव से समझते हैं
कई बार हम हेलमेट तो खरीद लेते हैं, लेकिन शरीर की सुरक्षा के लिए नहीं बल्कि चालान से बचने के लिए। तो कई दफा लोग ठगी का शिकार भी हो जाते हैं। हेलमेट तो खरीदते हैं, लेकिन जानकारी न होने कि वजह से हल्का और लोकल क्वालिटी का खरीद लेते हैं, जो एक बार गिरने पर खुद ही टूट जाता है। ये भला एक्सीडेंट से क्या ही बचाएगा इसलिए हेलमेट खरीदते समय कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए। इसे नीचे लगे क्रिएटिव से समझते हैं-
सवाल: सेफ्टी के लिहाज से हेलमेट कैसा होना चाहिए?
जवाब: ओरिजिनल हेलमेट का इस्तेमाल करें। हर व्यक्ति के सिर का शेप और साइज अलग होता है। नॉर्मली हेलमेट गोल, अंडाकार, लंबे अंडाकार आकार में आते हैं। ऐसे में हेलमेट खरीदते समय अपने सिर का साइज और शेप जरूर ध्यान में रखें।
ये आपके सिर पर पूरी तरह फिट भी होना चाहिए। कई बार ढीला होने पर एक्सीडेंट होने की सिचुएशन में ये सिर से निकल जाता है। वहीं अगर ज्यादा टाइट है तो बाइक चलाने में दिक्कत हो सकती है।
हेलमेट में ठीक-ठाक वेंटिलेशन भी होना चाहिए। ताकि भारी ट्रैफिक में फंसने पर सांस लेने में परेशानी न हो।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) के मुताबिक हेलमेट के बारे में कई बातें बताई गईं हैं, इसे नीचे लगे क्रिएटिव से समझते हैं।
भारत में रोड एक्सीडेंट पर रोक लगाने के लिए हेलमेट से जुड़े कुछ नियम भी हैं-
सड़क पर गाड़ी चलाते समय आपको ट्रैफिक के नियमों को पालन करना जरूरी है। जरा सी लापरवाही एक बड़े हादसे की वजह बन सकती है। इसे नीचे लिखे पॉइंट्स से समझते हैं-
- मोटर वाहन अधिनियम की धारा 129 के अनुसार बिना हेलमेट के दो पहिया वाहन चलाना दंडनीय अपराध है। ऐसा करते पकड़े जाने पर 500 से 1000 रुपये तक का चालान, गाड़ी सीज और ड्राइविंग लाइसेंस के सस्पेंशन के साथ 3 महीने तक की सजा भी हो सकती है।
- चालान से बचने के लिए हेलमेट को माथे पर सजा लेने से कुछ नहीं होगा। गाड़ी चलाते समय अगर ठीक ढंग से हेलमेट नहीं पहना है तो 1,000 रुपये का जुर्माना भरना पड़ सकता है।
- हेलमेट लगाकर गाड़ी चलाते समय अगर उसकी स्ट्रिप यानी पट्टी नहीं बंधी है तो ऐसे में 194डी एमवी एक्ट के तहत 1 000 रुपये का चालान काटा जा सकता है।
सवाल: भारत में आधा हेलमेट पहनने पर क्या कानून है?
जवाब: मोटर व्हीकल एक्ट के अनुसार आधा हेलमेट पहनना अपराध है। इससे पूरी तरह से सिर को प्रोटेक्शन नहीं मिलता है।
सवाल: बाइक में पीछे बैठने वाले को भी हेलमेट पहनना चाहिए क्या?
जवाब: हां बिल्कुल। एक्सीडेंट होने पर दोनों को चोट लग सकती है। इससे बचने के लिए दोनों को हेलमेट लगाना जरूरी है।
सवाल: हेलमेट पहनने का सही तरीका क्या है?
जवाब: अगर आप टू व्हीलर चलाते हैं या फिर पीछे बैठते हैं तो आपको हेलमेट पहनने का सही तरीका पता होना जरूरी है। लोग जाने-अनजाने में गलत तरीके से हेलमेट लगाकर सड़क पर चलते हैं। जिसकी वजह से कई बार एक्सीडेंट हो जाते हैं।
- हेलमेट और हेलमेट के वाइजर को साफ करके ही पहनें।
- हेलमेट लगाने पर उसकी स्ट्रिप को सही तरह से बांधें।
- टू व्हीलर से चलते समय अपने साइज का ही हेलमेट कैरी करें।
ध्यान दें: गिरने या एक्सीडेंट होने पर हेलमेट अगर खराब हो जाता है, तो टूटा हेलमेट न लगाएं। उसे हटा दें और नया ओरिजिनल हेलमेट खरीद लें।
सवाल: किस तरह का हेलमेट पहनना सही माना जाता है?
जवाब: हर बाइक के लिए एक तरह का हेलमेट सही नहीं होता है। जैसी बाइक है, उसी हिसाब से ही हेलमेट का सिलेक्शन करना चाहिए। जैसे-
- हाई स्पीड वाली बाइक के लिए फुल फेस हेलमेट
- ऑफ रोड बाइकिंग के लिए ऑफ रोड हेलमेट
- शहरों में बाइकिंग के लिए हाफ फेस हेलमेट या मॉड्यूलर हेलमेट पहनना जरूरी है।