कैश रखना बैन; जानिए लॉकर के नियम ?
लॉकर में रखे 18 लाख दीमक चाट गई:बैंक ने मुआवजा देने से किया मना, कहा- कैश रखना बैन; जानिए लॉकर के नियम
मुरादाबाद में बैंक ऑफ बड़ौदा के लॉकर में रखे 18 लाख रुपए दीमक चाट गई। लॉकर में दीमक के खाए नोटों के टुकड़े मिले। ये रुपए एक महिला ने बेटी की शादी के लिए रखे थे। 25 सितंबर 2023 को महिला ने अपना बैंक लॉकर खोला तब उसे दीमक लगे नोट के टुकड़े ही मिले।
महिला की शिकायत करने पर बैंक ने लॉकर के नियमों और एग्रीमेंट का हवाला देकर पल्ला झाड़ लिया। बैंक का कहना था कि लॉकर में कैश नहीं रखा जा सकता।
कुछ समय पहले कानपुर के एक बैंक में लॉकर को तोड़कर साढ़े तीन किलो सोना और 8 किलो चांदी की चोरी की घटना सुर्खियों में रही। पुलिस की जांच में लॉकर मेंटेनेंस करने वाला व्यक्ति पकड़ा गया।
बैंकों के लॉकर को लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने नए रूल्स बनाएं हैं। आज ‘टेकअवे’ में लॉकर रूल्स के बारे में जानते हैं।

यदि कोई कस्टमर बैंक लॉकर न ऑपरेट करे और न ही इसका किराया दे तो बैंक के सामने मुश्किलें खड़ी हो जाती हैं। इसलिए RBI ने बैंकों को सिक्योरिटी के रूप में टर्म डिपॉजिट लेने की छूट दी है। लेकिन इस नए निर्देश से पहले किसी कस्टमर का बैंक लॉकर है तो बैंक उसे FD देने के लिए दबाव नहीं डाल सकता। अगर कोई लंबे समय से बैंक का विश्वसनीय कस्टमर है तो भी उसे FD देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

बैंक लॉकर का किराया कितना होगा, यह मुख्य रूप से बैंक पर निर्भर करता है। अलग-अलग बैंक अपने तरीके से लॉकर का चार्ज ले सकते हैं। लॉकर का साइज और बैंक की लोकेशन भी महत्वपूर्ण है। ये ग्रैफिक देख लेते हैं-

कई लोग इस बात से अनजान रहते हैं कि बैंक के लॉकर में क्या-क्या रखना चाहिए। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इसे लेकर स्पष्ट निर्देश दिए हैं। कस्टमर को किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, ये जानते हैं-

बैंक लॉकर की सुरक्षा को लेकर सबसे ज्यादा चिंता रहती है। बैंक के लॉकर में दीमक ने रुपए चाट लिए तो क्या बैंक कस्टमर को मुआवजा देगा? अगर बैंक मुआवजा देगा तो कितना मुआवजा मिलेगा। इस ग्रैफिक के जरिए जानते हैं-

अमेरिका जैसे विकसित देश में बैंक लॉकर को लेकर कस्टमर को अधिक प्रोटेक्शन नहीं मिलता। वहां के कई बैंक अपने ब्रांचों में सेफ डिपॉजिट लॉकर यानी लॉकर अब नहीं रख रहे। अमेरिका के बैंकों में लॉकर से पैसा चुराने, लॉकर टूटने, डकैती की घटनाएं हो रही हैं। इन घटनाओं पर भी अमेरिका के बैंक कस्टमर को मुआवजा नहीं देते।