इंदौर-अहमदाबाद फोरलेन की हालत खराब !
इंदौर-अहमदाबाद फोरलेन की हालत खराब ….
जगह-जगह हुए गड्डे, चंबल नदी के पुल पर सरिया बाहर आए, वाहन चालकों की मुसीबतें बढ़ीं
धार जिले से गुजर रहे इंदौर-अहमदाबाद फोरलेन की राह इन दिनों आसान नहीं हैं। फोरलेन होने के बाद भी सड़क पर बडे़-बडे़ गड्ढे हो गए हैं। बीते दिनों हुई तेज बारिश के बाद सड़क की स्थिति और ज्यादा खराब हो चुकी है। गड्ढों के कारण कई मर्तबा चार पहिया वाहनों के टायर तक फंस जाते हैं, जिसके कारण चालकों को वाहन चलाने में दिक्कतों का सामना करना पड रहा है। इस रोड से प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में वाहन निकलते हैं। इसके बावजूद मार्ग की सुधार को लेकर कोई विशेष कदम नहीं उठाया जा रहा है। नेता से लेकर अफसर भी गडडे वाली सड़क से गुजरकर ही इंदौर की और जाते हैं। लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। सबसे ज्यादा गडडे धार-बायपास से लेकर बेटमा टोल नाके तक हैं। इस रोड पर छोटे बडे़ कुल 250 से ज्यादा गड्ढे हो चुके हैं।
दरअसल, धार से लेकर इंदौर का सफर तय करने में पहले लोगों को लेबड घाटाबिल्लोद क्षेत्र के अंदर से होकर गुजरना पड़ता था। इसके बाद इंदौर-अहमदाबाद फोरलेन प्रोजेक्ट की स्वीकृति हुई, इस प्रोजेक्ट के तहत 155 किमी का हिस्सा बनना था। वर्ष 2009-10 में यह सड़क बनना शुरु हुई थी, जिसमें से 139 किलो मीटर सडक का निर्माण पांच साल पहले ही पूरा हो गया था।
लेकिन सरदारपुर तहसील में 15 किलोमीटर का निर्माण होना शेष है। इस रोड पर दत्तीगांव सहित बेटमा पर टोल वसूली भी होती हैं। इसके बाद भी टोल कंपनी सड़क पर हो रहे गड्ढों को लेकर ध्यान नहीं दे रही है। गुजरात, झाबुआ से इंदौर जाने वाले सैकड़ों वाहन प्रतिदिन इसी रोड से गुजरते हैं।
पुलिया की स्थिति बहुत ज्यादा खराब
लेबड़ से घाटाबिलोद तक कि सड़क में 4 से 5 जगह एक्सीडेंट जॉन बन चुका है। सड़क पर गडडों के साथ ही अंदर के नुकीले सरिया बाहर आ गए जिस कारण इस मार्ग से निकलने वाले दो पहिया वाहन के साथ चार पहिया वाहन पंचर हो जाते हैं वहीं कहीं वाहन गड्ढे में पहिया फस जाने के कारण गिर जाते हैं। घाटाबिलोद में स्थित चंबल नदी की पुलिया की स्थिति भी दिन पर दिन खराब होती जा रही है पुलिया पर भी बड़े बड़े गड्ढे हो गए है। लेबड से होकर अंदर जाने वाली बसे प्रतिदिन इस मार्ग से गुजरती हैं।
बस चालकों के अनुसार, गडडों के कारण कई मर्तबा संतुलन भी बिगड़ता है। इसके बाद भी कोई ध्यान नहीं दे रहा है। धार जिले के खलघाट में एक यात्री बस पुलिया से नीचे गिर गई थी, जिसमें कई लोगों की मौत भी हुई थी। ऐसे में चंबल की पुलिया पर समय रहते ध्यान नहीं दिया तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
एमपीआरडीसी अधिकारी श्याम गुप्ता के अनुसार, घाटा बिल्लौद की चंबल पुलिया की स्थिति को निरीक्षण करके देखा गया था। पानी के कारण काम नहीं हो पाया। जल्द ही सुधार कार्य शुरू करवाया जाएगा।
मेठवाडा टोल के मैनेजर तनवीर सिंह ने बताया कि बारिश के बाद गड्डे हो गए हैं। हमारी टीम लगातार सड़क की निगरानी का काम करती है। गड्डों को भरने के लिए पेंचवर्क किया जाएगा