अपराधी पर खाकी मेहरबान!
अपराधी पर खाकी मेहरबान! गोरखपुर में जिस पुलिस बूथ के शिलापट का अधिकारियों ने किया उद्घाटन, उस पर हिस्ट्रीशीटर का है नाम
गगहा थाना क्षेत्र के कराहकोल घाट पर नवनिर्मित पुलिस बूथ पर शिलापट लगा है। इसका उद्घाटन 23 अक्टूबर को अधिकारियों ने किया उसका निर्माण हिस्ट्रीशीटर द्वारा कराने की चर्चा ने जोर पकड़ा है। लोगों का कहना है कि पुलिस को हिस्ट्रीशीटर की हर गतिविधि की जानकारी है बावजूद इसके उसका साथ दिया और उसके द्वारा निर्माण कराए गए शिलापट का अधिकारियों ने उद्घाटन किया।
यह है पूरा मामला
एसएसपी बदमाशों पर सख्ती के लिए थानावार चिह्नित कर हिस्ट्रीशीट खोल रहे हैं। आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त मिलने पर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भिजवा रहे हैं। उधर, गगहा क्षेत्र में जिस पुलिस बूथ का उद्घाटन 23 अक्टूबर को अधिकारियों ने किया, उसका निर्माण हिस्ट्रीशीटर द्वारा कराने की चर्चा ने जोर पकड़ा है।
लोगों का कहना है कि सबकुछ जानने के बाद भी पुलिस ने कैसे हिस्ट्रीशीटर का साथ दिया और उसके द्वारा बनवाए गए बूथ का उद्घाटन कर दिया। बड़हलगंज कोतवाली में दर्ज 260 ए नंबर का हिस्ट्रीशीटर ललकू यादव है। इसके विरुद्ध कोतवाली में 14 और मऊ के दोहरीघाट थाने में एक मुकदमा दर्ज है।
पुलिस के अनुसार वह भू-माफिया है और विवादित जमीन की खरीद फरोख्त करता है। सूत्रों की मानें तो गजपुर के सियर में उसने कुछ जमीन खरीदी है। आसपास की जमीन पर भी उसकी नजर है। उसे कब्जाने की नीयत से ही उसने स्थानीय पुलिस से मिलकर पुलिस बूथ का निर्माण कराया। सियर में ही कांप्लेक्स बनाया है। इसका उद्घाटन भी 23 अक्टूबर को एक पार्टी के नेता ने किया था। बड़हलगंज पुलिस इसकी हिस्ट्रीशीट की जांच कर रही है।
गोला थाने में किया था सरेंडर
दो वर्ष पहले गैंगस्टर के एक मामले में लाल बाबू ने गोला थाने में सरेंडर किया था। उसे जेल भेजा गया था। बड़हलगंज कोतवाली में भी उस पर गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई हुई थी।
फर्जी बैनामा करा जमीन कब्जाने का आरोप
खड़ेसरी के लोगों ने हिस्ट्रीशीटर लाल बाबू पर फर्जी बैनामा करा जमीन कब्जाने का आरोप लगाया है। सीएम पोर्टल और आइजीआरएस पर हुई शिकायत में गोविंद शरण, सच्चिदानंद, अवध बिहारी, शिवाकांत तिवारी, दिवाकर, वीरेन्द्र तिवारी, हरेन्द्र तिवारी ने उसके द्वारा फर्जी तरीके से जमीन कब्जाने का आरोप लगाया है।
क्या कहते हैं अधिकारी
देवरिया और गोरखपुर का सीमा क्षेत्र होने से कराहकोल घाट पर पुलिस बूथ की जरूरत थी। लाल बाबू उर्फ ललकू के कहने पर पुलिस ने बूथ बनाने की सहमति दी थी। उद्घाटन के बाद जैसे ही यह पता चला कि ललकू बड़हलगंज कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर है। तत्काल शिलापट को हटवा दिया गया है। शिलापट पर कई नाम भी गलत लिखे थे। -अरुण कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक, दक्षिणी