5 साल में 1 हजार परमाणु हथियार…

5 साल में 1 हजार परमाणु हथियार… सेना को कैसे पावरफुल बना रहे जिनपिंग? जानिए क्या है ड्रैगन का प्लान
सेना को लेकर चीन जो नीतियां अपना रहा है कि उससे साफ है कि वो युद्ध के लिए खुद को तैयार कर रहा है. विदेशी मामलों के जानकारों का कहना है कि बीजिंग जिस तरह से हथियारों को बनाने और सेना की ताकत को बढ़ाने में पैसा झोंक रहा है वो अमेरिका समेत कई देशों के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है.जानिए क्या है ड्रैगन का प्लान.
5 साल में 1 हजार परमाणु हथियार... सेना को कैसे पावरफुल बना रहे जिनपिंग? जानिए क्या है ड्रैगन का प्लान

चीनी राष्‍ट्रपति जिनपिंग सेना को ताकतवर बना रहे हैं और परमाणु हथियारों की संख्‍या बढ़ाने की तैयारी में हैं.
कभी अमेरिका तो कभी ताइवान, दुनिया के कई देशों के साथ चीन की दुश्मनी कम नहीं हो रही. न ही ड्रैगन इसे कम करने में मूड में है. सेना को लेकर चीन जो नीतियां अपना रहा है कि उससे साफ है कि वो युद्ध के लिए खुद को तैयार कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स कहती हैं, चीन सेना में न्यूक्लियर वॉरहेड्स की संख्या को बढ़ाकर 500 करने की तैयारी में है. वर्तमान में अमेरिका और रूस के पास 5 हजार न्यूक्लियर वॉरहेड हैं.
चीन क्यों बढ़ा रहा है सेना की ताकत?

पहले यूक्रेन और रूस की जंग फिर इजराइल-गाजा वॉर, दोनों के बाद चीन ने सेना पर फोकस करना शुरू किया. द सन की रिपोर्ट के अनुसार, चीन सेना और परमाणु हथियारों का जखीरा बढ़ाने में अपनी पूरी ताकत झोंक रहा है. चीन की रणनीति कैसी है यह इस बात से समझा जा सकता है कि सेना के बजट में कैसे साल दर साल बढ़ोतरी हो रही है.

ब्रिटेन के इंटरनेशन इंस्टीयूट फॉर स्ट्रेटेजिक स्टडीज की रिपोर्ट कहती है, पिछले चीन ने डिफेंस बजट में बढ़ोतरी की. इसका दायरा 18.30 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया. सेना में 20 लाख सैनिक हैं. यह दुनिया की चौथी सबसे बड़ी सेना है. वहीं पहले पायदान पर अमेरिका है.
क्या है प्लान?

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीन अगले पांच साल में परमाणु हथियारों की संख्या को 1 हजार तक ले जाने की तैयारी में है. पिछले कुछ सालों चीन ने हथियारों का जखीरा बढ़ाया है. इसमें तोडीएफ-41 शामिल है. यह एक बैलिस्टिक मिसाइल है. 2020 में तैयार हुई इस मिसाइल की रेंज 12,000 से 15,000 किलोमीटर तक तक है.

ड्रैगन ने पनडुब्बी टाइप 094 अब नई जेएल-3 सबमरीन-लॉन्च बैलिस्टिक मिसाइल (एसएलबीएम) से लैस है. इस बैलिस्टक मिसाइल की रेंज लगभग 10 हजार किलोमीटर है. यह अमेरिका तक को निशाना बनाने में सक्षम है. इतना ही नहीं, चीन ने दो अतिरिक्त टाइप 094 परमाणु बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बियों को अपने बेड़े में शामिल करके ताकत को बढ़ाया है.

इतना ही नहीं, चीन नया अटॉमिक स्टील्थ बॉम्बर, जियान एच-20 भी विकसित कर रहा है. इसकी रेंज 10 हजार किलोमीटर बताई गई है. चीन की योजना क्या है, यह इससे समझा जा सकता है कि ज्यादातर मिसाइलों की रेंज 10 हजार किलोमीटर या इससे अधिक है.

चीनी सेना कितनी ताकतवर?

दुनिया की चौथी सबसे बड़ी चीनी सेना के पास करीब 5 हजार टैंक हैं. 2800 सेल्फ प्रोपेल्ड आर्टिलरी हैं. यह सेना खतरनाक हथियारों के लिए भी जानी जाती है. सेना के पास लम्बी दूरी की रेंज वाली मिसाइलों से लेकर बम वर्षक तक मौजूद हैं. चीन के पास सबसे पावरफुल परमाणु ICBM मिसाइल DF-5 है. इसकी रेंज 15,000 किलोमीटर है. इसके साथ ही डॉन्गफेंग-ZF जैसे हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल हथियार भी है. वहीं, कम दूरी में हमला करने के लिए DF-15C, DF-15B, DF-15A, DF-11A, M20, BP-12A, P-12 और B-611M जैसी मिसाइलें हैं. इसके अलावा एच-20 स्टेल्थ बॉम्बर भी चीनी सेना की ताकत का अहम हिस्सा है

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