भोपाल RGPV में 19.48 करोड़ का घोटाला .. जांच में खुलासा !
RGPV के अफसरों को बैंक अफसर देता रहा फर्जी स्टेटमेंट
6.98 करोड़ के चेक यूनिवर्सिटी के बजाय पर्सनल अकाउंट में जमा किए, जांच में खुलासा
यह खुलासा RBL बैंक की अरेरा कॉलोनी ब्रांच के मैनेजर विकास वर्मा ने अपने बयानों में किया है। उनके बयान हबीबगंज थाने में 9 फरवरी को हुए थे। इसमें उन्होंने हबीबगंज पुलिस से मामले में आरोपी कुमार मयंक के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की थी।
इधर, यूनिवर्सिटी प्रभारी रजिस्ट्रार मोहन सेन की शिकायत पर गांधीनगर पुलिस ने विश्वविद्यालय के तत्कालीन रजिस्ट्रार डॉ. आरएस राजपूत, कंट्रोलर फायनेंस ऋषिकेश वर्मा, कुलपति प्रोफेसर सुनील कुमार, आरबीएल बैंक के तत्कालीन टास्क हेड कुमार मयंक और दलित संघ सोहागपुर के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
कुमार मयंक ने बैंक में खुलवाया था सेविंग अकाउंट
विकास वर्मा ने बयानों में बताया कि कुमार मयंक RBL बैंक में नवंबर 2018 से मार्च 2023 तक टास्क हेड के पद पर कार्यरत रहे हैं। उन्हें सरकारी संस्थाओं के अकाउंट RBL बैंक में खुलवाने की जिम्मेदारी दी गई थी। कुमार मयंक ने जॉइन करने के बाद आरजीपीवी का सेविंग अकाउंट भी खुलवाया था।
यूनिवर्सिटी को बैंक में एफएफडी अकाउंट का फर्जी स्टेटमेंट दिया
कुमार मयंक ने मार्च 2023 में RBL बैंक में टास्क हेड की नौकरी छोड़ दी, लेकिन वह यूनिवर्सिटी को बैंक में एफएफडी अकाउंट का स्टेटमेंट देते रहे, जबकि बैंक में यूनिवर्सिटी का एफएफडी अकाउंट कभी खुला ही नहीं था। इसका खुलासा नवंबर 2023 में तब हुआ, जब आरजीपीवी प्रबंधन ने RBL बैंक की अरेरा कॉलोनी ब्रांच के मैनेजर विकास वर्मा से स्टेटमेंट मांगा। मैनेजर वर्मा ने बैंक में यूनिवर्सिटी का एफएफडी अकाउंट नहीं होने की जानकारी आरजीपीवी को भेजी। इस पर यूनिवर्सिटी के अफसरों ने मैनेजर वर्मा को कुमार मयंक द्वारा RBL बैंक में खोले गए एफएफडी अकाउंट का स्टेटमेंट भेजा, जो जांच में वह फर्जी निकला।
यूनिवर्सिटी से एफएफडी अकाउंट में जमा करने लिए 6.98 करोड़ के चेक
आरजीपीवी सूत्रों ने बताया कि RBL बैंक के तत्कालीन टास्क हेड कुमार मयंक को विश्चविद्यालय के एफएफडी अकाउंट में जमा करने के लिए 6.98 करोड़ रुपए के चेक दिए गए थे। यह चेक कुमार मयंक ने एक्सिस बैंक की एमपी नगर शाखा में खुद के अकाउंट नंबर 921010023537968 में जमा कर लिए। यूनिवर्सिटी के अफसरों को कुमार मयंक लगातार बैंक अकाउंट का फर्जी स्टेटमेंट देता रहा।
RBL बैंक में 16 लाख के पैकेज पर थे कुमार मयंक
कुमार मयंक 16 लाख रुपए के एनुअल पैकेज पर RBL बैंक में नवंबर 2018 में नौकरी जॉइन की थी। कुमार मयंक को बैंक में असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट के पद पर मुंबई फोर्ट शाखा में जॉइन कराया गया था। कुछ महीने मुंबई फोर्ट शाखा से भोपाल की अरेरा कॉलोनी शाखा में टास्क हेड पद पर पदस्थ किया गया था।
भोपाल RGPV में 19.48 करोड़ का घोटाला
यूनिवर्सिटी के खाते से प्राइवेट अकाउंट में ट्रांसफर हुए रुपए, तत्कालीन रजिस्ट्रार डॉ. राजपूत निलंबित
भोपाल की राजीव गांधी प्रोद्यौगिकी विश्वविद्यालय (RGPV) के अकाउंट से 19.48 करोड़ रुपए प्राइवेट अकाउंट में ट्रांसफर किए गए हैं। यह काम अनाधिकृत तरीके से किया गया। यह खुलासा मामले की जांच के लिए बनाई गई समिति की रिपोर्ट में हुआ है। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट शनिवार रात 9 बजे विभाग के प्रमुख सचिव को सौंपी।
रिपोर्ट के आधार पर शनिवार को यूनिवर्सिटी में रजिस्ट्रार रहे डॉ. आरएस राजपूत को निलंबित कर दिया गया, जबकि यूनिवर्सिटी के रिटायर्ड फायनेंस कंट्रोलर एचके वर्मा के खिलाफ यूनिवर्सिटी कार्रवाई करेगी। इसके अलावा, जांच के लिए तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग FIR दर्ज कराएगा।
दरअसल, यूनिवर्सिटी के तकनीकी शिक्षा विभाग को फरवरी के दूसरे हफ्ते में शिकायत मिली थी कि यूनिवर्सिटी के अकाउंट से 19.48 करोड़ रुपए रजिस्ट्रार और फायनेंस कंट्रोलर के साइन से प्राइवेट अकाउंट में ट्रांसफर हुए। जांच के लिए 19 फरवरी 20224 को तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग ने तीन सदस्यीय समिति बनाई थी।
समिति के अलावा पुलिस भी करेगी जांच
प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के अनुसार यूनिवर्सिटी के अकाउंट से 19.48 करोड़ रुपए प्राइवेट अकाउंट में आपराधिक षड्यंत्र के तहत ट्रांसफर किए गए। यूनिवर्सिटी के खाते में स्टूडेंट्स की फीस सहित अलग-अलग माध्यमों से जमा हुई राशि किन परिस्थितियों में प्राइवेट अकाउंट में ट्रांसफर की गई? इसकी जांच होगी। यह जांच समिति के अलावा पुलिस करेगी।
अकाउंट शाखा के अफसर और कर्मचारी भी होंगे निलंबित
तकनीकी शिक्षा संचालनालय के अफसरों ने बताया कि यूनिवर्सिटी के अकाउंट में हुई वित्तीय गड़बड़ी के मामले में अकाउंट शाखा में कार्यरत सभी अधिकारी और कर्मचारियों को निलंबित किया जाएगा। इनके निलंबन आदेश जल्द ही जारी होंगे। साथ ही, यूनिवर्सिटी की अकाउंट शाखा में नए अफसर और कर्मचारियों की पोस्टिंग की जाएगी।
तीन सदस्यीय समिति ने रात 9 बजे सबमिट की रिपोर्ट
अफसरों ने बताया कि मामले की जांच रिपाेर्ट शनिवार रात 9 बजे विभाग को सबमिट हुई थी। प्राइमरी रिपोर्ट में सामने आए तथ्यों के आधार पर फिलहाल यूनिवर्सिटी में रजिस्ट्रार रहे डॉ. आरएस राजपूत को निलंबित किए जाने का फैसला हुआ है।
12 दिन में सबमिट की रिपोर्ट
मामले की जांच के लिए तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग ने तीन सदस्यीय कमेटी 19 फरवरी को बनाई थी। जांच समिति में तकनीकी शिक्षा विभाग के डिप्टी सेक्रेट्री सोमेश मिश्रा, विभाग की जॉइंट डायरेक्टर पुष्पलता शेखर और रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी जबलपुर के कुलपति डॉ. राजेश कुमार वर्मा को शामिल किया गया था। जांच समिति ने कमेटी बनने के 12वें दिन प्राइमरी जांच रिपोर्ट विभाग को सबमिट की है।