नई दिल्ली। Old Leaders Around the World: भारत में अकसर ऐसा कहा जाता है कि जितनी ज्यादा उम्र होगी उतनी ही उसकी समझदारी होगी और वह किसी भी काम को किसी युवा से बेहतर तरीके से कर सकता है क्योंकि उसके पास उस काम को करने का अनुभव ज्यादा होता है। कुछ ऐसा ही विश्वभर में देखने को मिल रहा है जहां दुनियाभर के ताकतवर देशों के प्रमुख उम्रदराज हैं। सिर्फ भारत ही नहीं भारत के पड़ोसी मुल्क से लेकर सबसे शक्तिशाली देशों में शुमार अमेरिका भी इस लिस्ट में शामिल है।

बुजुर्ग नेताओं की इस लिस्ट में एक नाम भारत का भी है। अगर हम भारत की राजनीति और यहां के राजनेताओं के उम्र पर नजर डालें तो प्रधानमंत्री मोदी से पहले कांग्रेस सत्ता में थी और डॉ. मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे। डॉ. मनमोहन सिंह साल 2004 से 2014 तक भारत के 13वें प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। जब वह भारत के प्रधानमंत्री बने तब उनकी उम्र 72 साल थी और जब उनका कार्यकाल खत्म हुआ उस वक्त वह 82 साल के थे।
साल 2024 में इन देश के नेता हुए 70 पार 

डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान हमारे पड़ोसी देश (पाकिस्तान) के वजीरे आम थे जफरुल्लाह खान जमाली जो उस वक्त 60 साल के थे। वहीं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री खालिदा जिया 59 साल की थीं। उस वक्त पड़ोसी मुल्कों में सबसे उम्र दराज नेता भारत के ही थे। वहीं अगर विदेशी नेताओं और वहां के राजनेताओं की बात करें तो डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान जॉर्ज डब्ल्यू बुश अमेरिका के राष्ट्रपति थे और उस वक्त उनकी उम्र 58 थी। आज हम 2024 में हैं और भारत से लेकर विश्वभर के नेता 70 से अधिक के हो रहे हैं। जहां अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन सबसे उम्रदराज़ अमेरिकी राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने 78 साल की उम्र में प्रधानमंत्री का सत्ता संभाला। इसके अलावा वह ऐसे राष्ट्रपति बने जो कार्यालय में रहते हुए 80 वर्ष के होने वाले एकमात्र अमेरिकी राष्ट्रपति हैं।

इन देशों के अलावा और देशों की बात करें तो घाना देश के राष्ट्रपति नाना अकुफो-एडो भी 79 साल के हैं। वहीं, जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति एमर्सन मनांगाग्वा भी 81 साल के हैं। इसके अलावा, फ़िलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास भी 88 साल के हैं।