देश के हर डॉक्टर का बनेगा विशिष्ट पहचान पत्र !

राष्ट्रीय चिकित्सा रजिस्टर (एनएमआर) पोर्टल का उद्घाटन 23 अगस्त को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने किया था। एनएमआर डाटाबेस है। इसमें डॉक्टरों का पंजीकरण होगा। उनकी प्रामाणिकता आधार आइडी द्वारा सत्यापित की जाएगी। एनएमआर के लांच होने से 13 लाख से अधिक डॉक्टरों का डाटा उपलब्ध होगा। एनएमसी के सचिव डॉ. बी. श्रीनिवास ने कहा कि एनएमआर तत्काल प्रभाव से डॉक्टरों के पंजीकरण के लिए तैयार है।

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डॉक्टर का बनेगा विशिष्ट पहचान पत्र (File Photo)
  1. एमएमसी पोर्टल पर एमबीबीएस डॉक्टरों के पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू
  2. देश के 13 लाख से अधिक डॉक्टरों के बारे में मिल सकेगी जानकारी

नई दिल्ली। अब आप महज एक क्लिक कर देश के किसी भी डॉक्टर की योग्यता, अनुभव के बारे में जान सकेंगे और अच्छे से अच्छे डॉक्टर से इलाज करा सकेंगे। आसानी से यह भी पता चल सकेगा कि देश में कुल कितने डॉक्टर हैं। किस डॉक्टर का लाइसेंस रद कर दिया गया है। दरअसल जल्द ही देश के हर डॉक्टर का विशिष्ट पहचान पत्र बनेगा। इससे देश का डिजिटल हेल्थकेयर इकोसिस्टम भी मजबूत होगा। आप अच्छे डॉक्टर से आनलाइन परामर्श ले सकेंगे।

देश में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित होगी।राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने अपने पोर्टल पर भारत में प्रैक्टिस करने के लिए पात्र सभी एमबीबीएस डॉक्टरों के पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू की है। इसके तहत सभी डॉक्टरों के पास विशिष्ट आईडी होगी।

एमबीबीएस डॉक्टरों का रजिस्ट्रेशन

एनएमसी ने हाल ही में नोटिस में कहा कि इंडियन मेडिकल रजिस्टर (आइएमआर) पर पंजीकृत सभी एमबीबीएस डॉक्टरों को एनएमआर पर फिर से पंजीकरण कराना होगा। सभी मेडिकल कालेज/संस्थान, राज्य चिकित्सा परिषद (एसएमसी) पोर्टल पर आपस में जुड़े हुए हैं। कुछ डाटा आम लोग भी देख सकेंगे, वहीं अन्य डाटा केवल एनएमसी, एसएमसी, राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (एनबीई), चिकित्सा संस्थानों और डॉक्टरों को ही दिखेंगे।

इस तरह होगा पंजीकरण
  • पंजीकरण के लिए डॉक्टरों को अपनी आधार आईडी, एमबीबीएस डिग्री की डिजिटल प्रति और उस राज्य चिकित्सा परिषद/भारतीय चिकित्सा परिषद के पंजीकरण प्रमाण पत्र की जरूरत होगी, जहां डॉक्टर पहली बार पंजीकरण कराया था।
  • डॉक्टर अपने योग्यता के बारे में अतिरिक्त जानकारी मैनुअली भी दर्ज कर सकेंगे। आवेदन सत्यापन के लिए आटोमेटिक तरीके से संबंधित एसएमसी तक पहुंचेगा।
  • एसएमसी आवेदन को समीक्षा के लिए संबंधित कॉलेज या संस्थान को भजेगा।
  • सत्यापन के बाद आवेदन एनएमसी को भेजा जाएगा। एनएमसी द्वारा सत्यापन के बाद विशिष्ट एनएमआर आइडी जारी की जाएगी।
  • इस प्रक्रिया के दौरान, डॉक्टर हेल्थकेयर प्रोवाइडर रजिस्ट्री में शामिल होने का विकल्प चुन सकते हैं, जो उन्हें व्यापक डिजिटल हेल्थकेयर इकोसिस्टम से जोड़ेगा।
  • इस पोर्टल के माध्यम से एसएमसी और शैक्षणिक संस्थानों सहित सभी हितधारक एक ही प्लेटफार्म से लाग इन और आवेदनों का सत्यापन कर सकते हैं।
एनएमआर पोर्टल पर मिलती हैं कई सुविधाएं

एनएमआर पोर्टल पर विभिन्न प्रकार की सुविधाएं मिलती हैं। इनमें आवेदनों को ट्रैक करने, लाइसेंस निलंबित करने और एनएमआर आइडी कार्ड और डिजिटल डॉक्टर प्रमाण पत्र जारी करने की क्षमता शामिल है।

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