चंबल अंचल में बीमार हो रहीं स्वास्थ्य सेवाएं …! खाली पद बढ़कर हो गए 265 … ?
चंबल अंचल में बीमार हो रहीं स्वास्थ्य सेवाएं
मेडिकल ऑफिसर व विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी, खाली पद बढ़कर हो गए 265
अंचल में महज दो मेडिकल कॉलेज, उनमें भी सीटें अपर्याप्त
ग्वालियर. चंबल संभाग के जिलों में आबादी तो लगतार बढ रही है लेकिन उस अनुपात में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार नहीं हो रहा है। इसके उलट मौजूदा व्यवस्था मेें भी विशेषज्ञ चिकित्सकों का अभाव है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं बेपटरी नजर आ रही है। अंचल के अस्पतालों में 265 मेडिकल ऑफीसर व विशेषज्ञ चिकित्सकों के पद खाली हैं। बीते दो दशक में आबादी दो गुना बढ़ गई है लेकिन सरकारी अस्पतालों में 20 साल पूर्व उस समय की आबादी के हिसाब से स्वीकृत किए गए चिकित्सकों के पदों में बढोतरी तो दूर मौजूदा पद भी रिक्त चल रहे हैं। इसके चलते चंबल अंचल के शिवपुरी, मुरैना,श्योपुर, दतिया एवं भिण्ड जैसे जिलों में आमजन को प्राइवेट अस्पतालों में महंगा इलाज कराने के लिए विवश होना पड़ रहा है साथ ही अन्य जिलों का भी रुख करना पड़ रहा है।
धड़ाधड़ खुल रहे प्राइवेट अस्पताल
सरकारी अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पाने के चलते लोग प्राइवेट अस्पतालों का रुख करते हैं। यही वजह है कि अंचल में प्राइवेट अस्पतालों की संख्या में भी लगातार वृद्धी हो रही है। चंबल संभाग में पिछले एक दशक में 200 से ज्यादा नए निजी अस्पताल खोले जा चुके हैं। प्रत्येक तबके का मरीज प्राइवेट अस्पताल से उपचार लेने के लिए लगभग मजबूर हो रहा है। भले ही कर्ज लेकर ही सही पर गरीब तबका भी प्राइवेट क्लीनिक तथा नर्सिंगहोम की ओर रुख कर रहा है।
अंचल के शिवपुरी एवं दतिया जिले में ही मेडिकल कॉलेज संचालित हैं। जबकि भिण्ड, मुरैना, श्योपुर जिले में मेडिकल कॉलेज नहीं हैं। ऐसे में स्थानीय स्तर पर नए चिकित्सक नहीं मिल पा रहे हैं। शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में 100 छात्रों के लिए सीट हैं, जबकि दतिया के मेडिकल कॉलेज में 120 सीट हैं। अंचल के सभी पांच जिलों की आबादी लगभग एक करोड़ है। बीस साल पूर्व यह आबादी महज 40 से 45 लाख थी। इन मेडिकल कॉलेजों में भी विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी बनी हुई है। ऐसे में छात्रों के अध्ययन एवं प्रायोगिक तैयारी में भी परेशानियां हो रही हैं।
चिकित्सकों की स्थिति
जिला स्वीकृत सेवारत खाली
दतिया 50 15 35
शिवपुरी 117 54 63
भिण्ड 56 17 39
मुरैना 86 15 71
श्योपुर 85 35 50
भितरवार तह. 11 04 07
सरकारी अस्पतालों को नहीं मिल रहे नए चिकित्सक
प्रत्येक जिले से हर साल मेडिकल ऑफीसर व विशेषज्ञ चिकित्सकों की पूर्ति किए जाने के लिए मांग पत्र शासन को भेजा जा रहा है। बावजूद इसके अंचल के अस्पतालों को स्वीकृत चिकित्सक तक नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसे में नए या अतिरिक्त चिकित्सकों के उपलब्ध होने की उम्मीद करना तो दूर की बात है।
नए डॉक्टर्स मिलने पर आवश्यकतानुसार सभी अस्पतालों में पदस्थापना कराई जाएगी।
डॉ. राकेश चतुर्वेदी, आरजेडी