गुरुग्राम में अवैध किडनी ट्रांसप्लांट मामले में पांच गिरफ्ता !

गुरुग्राम में अवैध किडनी ट्रांसप्लांट मामले में पांच गिरफ्तार, सभी बांग्लादेशी
गुरुग्राम में एक रैकेट का भंडाफोड़ हो गया है। अवैध किडनी ट्रांसप्लांट मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में तीन किडनी लेने वाले और दो डोनर को अरेस्ट किया गया है। सभी को जेल भेज दिया है।
Police arrested five people in illegal kidney transplant case in Gurugram
गेस्ट हाउस में रह रहे थे आरोपी …

गुरुग्राम पुलिस ने बांग्लादेश के पांच नागरिकों को अवैध रूप से किडनी बेचने व खरीदने के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए तीन आरोपी किडनी रिसीवर हैं, जबकि दो युवक अपनी किडनी बेचने वाले शामिल हैं। इस संबंध में सदर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अर्जुन देव ने बताया कि अवैध रूप से किडनी देना व किडनी ट्रांसप्लांट कराना अवैध है, ऐसे में कार्रवाई करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिए हैं।

गुरुग्राम में सीएम फ्लाइंग स्क्वाड, जिला स्वास्थ्य विभाग और गुरुग्राम पुलिस की एक संयुक्त टीम ने गत चार अप्रैल को किडनी ट्रांसप्लांट गिरोह का भंडाफोड़ किया था। इस गिरोह के द्वारा जयपुर के दो निजी अस्पतालों में पैसे के लिए अवैध रूप से किडनी ट्रांसप्लांट किया जाता था। प्रत्यारोपण के बाद गिरोह मरीज और किडनी दाता को गुरुग्राम के एक गेस्ट हाउस में ठहराते थे। 

गुरुग्राम के बाबिल गेस्ट हाउस पर छापेमारी की गई तो वहां पर दो किडनी डोनर व तीन किडनी लेने वाले मरीज मिले थे। इस संबंध में सदर थाना गुरुग्राम पुलिस ने केस दर्ज कर तीन लोगों को पहले नागरिक अस्पताल गुरुग्राम में एडमिट कराया था, लेकिन बाद में तीनों को सफदरजंग अस्पताल दिल्ली भेज दिया गया। पुलिस को किडनी के अवैध कारोबार के मास्टरमाइंड झारखंड के मूल निवासी मोहम्मद मुर्तजा अंसारी को पकड़ने के लिए पिछले दस दिन से छापेमारी कर रही है। लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। 

पांच आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेजे
सदर थाना प्रभारी अर्जुनदेव ने बताया कि अवैध रूप से किडनी लेने व देने वाले पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 31 वर्षीय मोहम्मद अहसानुल किडनी प्राप्तकर्ता, 24 वर्षीय मेहंदी हसन समीम किडनी डोनर, 56 वर्षीय नुरुल इस्लाम किडनी प्राप्तकर्ता, 25 वर्षीय सैयद अकिब महमूद किडनी प्राप्तकर्ता व 30 मोहम्मद आजाद हुसैन किडनी डोनर शामिल हैं। 

इनमें से मेहंदी हसन समीम का विजा रविंद्रनाथ टैगोर अस्पताल कोलकाता का पाया गया जबकि अन्य चारों का विजा फोर्टिस जयपुर का मिला है। सभी आरोपियों को गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पेश किया गया, जहां से सभी न्यायिक हिरासत में भोंडसी जेल भेज दिए।

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