ग्वालियर : बाजारों से हटेंगे ठेले-फुटपाथी ?
बाजारों से हटेंगे ठेले-फुटपाथी, एक बार फिर हॉकर्स जोन में शिफ्ट कराने की कोशिश
- जिला प्रशासन ने निगम से तलब की हॉकर्स जोन व वेंडरों की जानकारी ….
एक बार फिर शहर के बाजार व सड़कों से ठेले-फुटपाथियों को हटाकर हॉकर्स जोन में पहुंचाने की कवायद शुरू हो रही है। शहर के किस बाजार में कितने ठेले, फुटपाथी हैं और किन बाजारों के आसपास हॉकर्स जोन इनके विस्थापन के लिए बनाए गए। इन सभी बिंदुओं के साथ कलेक्टर रूचिका चौहान ने नगर निगम से जानकारी तलब की है।
इस जानकारी के आने पर जिला प्रशासन, नगर निगम, पुलिस विभाग के अधिकारियों की बैठक में तय किया जाएगा कि क्रमवार तरीके से अभियान चलाकर बाजारों को इस अतिक्रमण की अव्यवस्था से कैसे मुक्त कराया जाए। फिलहाल इस कार्रवाई का फोकस शहर के प्रमुख बाजारों पर रखा जाएगा।
बाड़े पर हॉकर्स और सदर बाजार में ठेले ज्यादा
बाड़े पर फुटपाथियों ने सड़क, पेडस्ट्रियल जोन सब पर कब्जा कर रखा है और इनकी वजह से राहगीरों का निकलना तक मुश्किल हो जाता है। वहीं सदर बाजार की स्थिति यह है कि दोपहर से देर शाम तक बारादरी चौराहा और अग्रसेन चौक से बाजार में कोई बाइक लेकर भी नहीं गुजर सकता।
18 हजार रजिस्टर्ड वेंडर…4-5 दिन ही रहता कार्रवाई का असर
- नगर निगम की जानकारी के अनुसार ग्वालियर में 18 हजार वेंडर रजिस्टर्ड हैं। निगम ने 10 हॉकर्स जोन बनाए हैं, जो कि वेडर्स की संख्या की तुलना में कम हैं।
- पहले भी महाराज बाड़ा, सदर बाजार, हजीरा, बहोड़ापुर, जीवाजीगंज, लक्ष्मीगंज समेत कई क्षेत्रों से हाथ ठेले हटवा कर हॉकर्स जोन में पहुंचाए जा चुके हैं। लेकिन 4-5 दिन बीतने के बाद ये ठेले वापस सड़कों पर आ जाते हैं।
- पिछली कार्रवाई को बेनतीजा देखते हुए इस बार तैयारी ये की जा रही है कि अब वेंडर्स को हॉकर्स जोन में पहुंचाया जाए तो वे वापस सड़कों पर न लौट सकें। इसके लिए हर क्षेत्र में एसडीएम व तहसीलदार को मॉनिटरिंग का जिम्मा दिया जाएगा।
अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी
हॉकर्स जोन में वेंडरों के लिए पहुंचाने के लिए प्लानिंग चल रही है। नगर निगम से इसके लिए जानकारी मांगी गई है। अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर इस व्यवस्था को शुरू करेंगे। ताकि, वेंडर व्यवस्थित ढंग से कारोबार कर सकें।
कलेक्टर