संसद की सिक्योरिटी में बदलाव…
संसद की सिक्योरिटी में बदलाव… पार्लियामेंट को सुरक्षा देने वाले CISF और CRPF में क्या है अंतर?
CISF Vs CRPF: नई संसद की सुरक्षा की कमान अब केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के हाथों में है. यहां की सुरक्षा में तैनात 1400 सीआरपीएफ जवानों को हटा दिया गया है. इनकी जगह 3,317 सीआइएसएफ जवानों की तैनाती की गई है. जानिए CISF और CRPF में क्या है अंतर.

नए संसद की सुरक्षा में बदलाव किया गया है. अब यहां की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) नहीं केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के हवाले होगी. यहां की सुरक्षा में तैनात 1400 सीआरपीएफ जवानों को हटा दिया गया है. इनकी जगह 3,317 सीआइएसएफ जवानों की तैनाती की गई है. पिछले साल 13 दिसंबर को संसद भवन की सुरक्षा में चूक की घटना के बाद सरकार ने यह बदलाव किया है.
क्या है सीआरपीएफ का काम?
सीआरपीएफ यानी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का मुख्य काम देश में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति को बनाए रखने में मदद करना है. देश में इमरजेंसी के हालात में इनकी तैनाती की जाती है. इसके अलावा भी इनके पास कई जिम्मेदारियां होती हैं. कानून व्यवस्था बनाए रखने और उग्रवाद का मुकाबला करने के लिए पुलिस के साथ मिलकर काम करती है. प्राकृतिक आपदाओं के दौरान बचाव और राहत कार्यों में भाग लेने में अहम भूमिका निभाती है. भीड़ और दंगों की स्थिति में इनकी तैनाती की जाती है ताकि इन्हें नियंत्रित किया जा सके. देश के वीआईपी की सुरक्षा, जंग के समय दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए भी इनकी तैनाती की जा सकती है. यूएन पीस कीपिंग मिशन में भी इनकी तैनाती की जाती है्.
27 जुलाई 1939 को क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस के रूप में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल यारी CRPF अस्तित्व में आया. 28 दिसंबर 1949 को केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल अधिनियम लागू हुआ और इसे केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल नाम मिला. इस सुरक्षा बल ने अपने गौरवशाली इतिहास के 84 वर्ष पूरे कर लिए हैं.
CISF के पास हैं जिम्मेदारियां?
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल यानी CISF भारत का केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल है, जो सरकारी भवनों और निजी फर्मों को सुरक्षा प्रदान करता है. सीआइएसफ के जिम्मे कई काम हैं. देश में बुनयादी ढांचे की सुरक्षा करना प्रमुख काम है. इसमें परमाणु प्रतिष्ठान, अंतरिक्ष प्रतिष्ठान, हवाई अड्डे, बंदरगाह और बिजली संयंत्र शामिल हैं. सरकारी इमारतों और दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा इनके कार्यक्षेत्र का हिस्सा है.
CISF की स्थापना 1969 में संसद के एक अधिनियम के जरिए की गई थी.इसकी तीन शाखाएं हैं, एक्जीक्यूटिव ऑफिस, फायर सर्विस डिवीजन और मिनिस्ट्री डिवीजन. इसे 9 सेक्टर में बांटा गया है. इसमें एयरपोर्ट, नॉर्थ-ईस्ट, ईस्ट, वेस्ट, साउथ, ट्रेनिंग, साउथ-ईस्ट और सेंट्रल शामिल हैं. सीआईएसएफ का हेडक्वार्टर नई दिल्ली में हैं.