ग्वालियर : ट्रैफिक सुधार का प्लान फिर फेल ?

ट्रैफिक सुधार का प्लान फिर फेल
ई-रिक्शा 3 जोन में चलाने की तैयारी थी, 2 शिफ्टों में शहरभर में चलेंगे, मॉ​निटरिंग की व्यवस्था नहीं

टमटम से घिरा महाराज बाडा जबकि यहां दाे पुलिस चाैकी बनी हुई हैं……

  • बदहाल ट्रैफिक पर सिर्फ मंथन, एक्शन नहीं… करीब 10 हजार ई-रिक्शा में से 5 हजार अवैध, ऐसे ही अवैध ऑटो-विक्रम 7 हजार हैं

लेकिन सासंद की अध्यक्षता में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में इस प्लान पर चर्चा तक नहीं हुई, बल्कि ई-रिक्शा को दो शिफ्ट में पूरे शहर में मनमर्जी से चलाने की छूट दे दी गई। इसकी मॉनिटरिंग की कोई व्यवस्था भी नहीं है। इसका कारण है कि यह वाहन दिन-रात चलेंगे। ऐसे में रात के समय और दोपहर में पुलिस सड़कों पर सबसे कम रहती है।

शहर के प्रमुख बाजारों से अतिक्रमण हटाने के लिए पुलिस, प्रशासन और निगम की संयुक्त म​ुहिम भी अब बंद हुई

दो शिफ्ट में यह होगी परेशानी

  • नए प्लान के मुताबिक ई-रिक्शा दोपहर 3 बजे से रात 3 बजे तक और रात 3 बजे से दोपहर 3 बजे तक चलेंगे।
  • अ‌ाधी रात 3 बजे तक की शिफ्ट वालों को रात 10 से 3 बजे तक कम काम मिलेगा। ऐसी स्थिति में कितने ई-रिक्शा चालक पूरी रात जागकर सड़कों पर चलाएंगे। इन्हें काम दोपहर 3 से रात 10 बजे तक ही मिलेगा।
  • दोपहर 3 बजे तक की शिफ्ट वालों को रात 3 बजे से सुबह 8 बजे तक काम नहीं मिलेगा। इस अवधि में केवल सब्जी मंडी के आसपास ही ई-रिक्शा का संचालन होगा। ऐसी स्थिति में सुबह 8 से रात 10 बजे तक ही ई-रिक्शा चालक शिफ्ट व्यवस्था को तोड़कर कहीं भी संचालित होंगे। जबकि जोन आवंटन में कलर कोड से आसानी से इनकी पहचान हो सकती थी।

एक माह में पहले बने प्लान की खूबियों को बैठक में सुना नहीं

प्रशासन के अधिकारी जिस संभावित प्लान पर काम कर रहे थे वह जोन आवंटन करना था। प्लान में किसी जोन में अधिक संख्या होने पर ई-रिक्शा को शिफ्ट में संचालित किया जाएगा। लेकिन बैठक में इस प्लान के बारे में चर्चा भी नहीं की।

दिग्विजय सरकार जैसी स्थिति फिर बनी शहर विकास में बाधक

कांग्रेस की दिग्विजय सरकार के कार्यकाल में सत्तासीन सरकार के 2 नेताओं की आपसी खींचतान से शहर का विकास रुक गया था। वर्तमान में सत्तासीन 2 नेताओं में ऐसी स्थिति बन गई है। इस समय शहरवासियों के बीच यह चर्चा का विषय बना हुआ है।

ट्रैफिक सुधार के लिए यह दो कार्रवाई पर लगी रोक

  • बाजारों में अतिक्रमण : शहर के प्रमुख बाजारों व सड़कों पर अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन, पुलिस व निगम की संयुक्त मुहिम चलाने का निर्णय प्रशासनिक अधिकारियों ने लिया था। यह मुहिम शहर में चली भी, जिसके कुछ सुधार हुए। बैठक के बाद वह भी बंद है।
  • अवैध वाहनों की धरपकड़: शहर में अवैध रूप से लगभग 12 हजार सवारी वाहन शहर में ट्रैफिक अव्यवस्था बढ़ा रहे थे। परिवहन ​विभाग ने इन पर कार्रवाई बंद कर दी है।
  • सासंद से भी किया संपर्क: ई-रिक्शा का प्लान बदलने पर भास्कर रिपोर्टर ने सासंद भारत सिंह से कई बार संपर्क किया, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।

अभी व्यवस्था ट्रायल के रूप में लागू की जा रही है

ई-रिक्शा के संचालन की व्यवस्था अभी दो शिफ्टों में की जा रही है। यह व्यवस्था ट्रायल पर है। जरूरत पड़ने पर जोन व रूट की व्यवस्था भी लागू की जा सकती है।
 कलेक्टर

2019 से उठा रहा हूं मुद्दा, हर बार बदल जाता है प्लान

ई-रिक्शा के संचालन की व्यवस्था को लेकर मैंने सड़क सुरक्षा समिति, दिशा की बैठक में 2019 में मुद्दा उठाया था। उस समय रूट बने, लेकिन फिर प्लान बदल गया। भाजपा नेताओंं का विजन निजी विकास करना है। शहर की अव्यवस्था से उन्हें फर्क नहीं पड़ता।
-प्रवीण पाठक, पूर्व विधायक कांग्रेस

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