साइबर क्रिमिनल्स ने देश के मुख्य न्यायाधीश को भी नहीं बख्शा ?
‘मैं CJI हूं, अर्जेंट मीटिंग में जाना है 500 रुपए चाहिए’… अब चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के नाम पर भी ठगी
देश में फ्रॉड करने वाले बदमाशों के हौसले इतने बढ़ गए हैं कि अब चीफ जस्टिस का नाम इस्तेमाल करने से भी कतरा नहीं रहे. चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के नाम पर एक पोस्ट सोशल मीडिया पर वायर हुआ है.
जानकारी के मुताबिक यह पूरा मामला मंगलवार को सामने आया है जब सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से वायरल होने लगा. इस पोस्ट में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया की तस्वीर दिखाई गई है. इस पोस्ट में चीफ जस्टिस के नाम का इस्तेमाल करके फ्रॉड करने वाले शख्स ने लिखा है कि ‘हैलो मैं सीजेआई हूं, मेरी कॉलेजियम में अर्जेंट मीटिंग है. मैं कनॉट प्लेस में फंसा हुआ हूं.’
इतना ही नहीं फ्रॉड करने वालों ने सीजेआई के नाम पर यहां तक लिख डाला कि कि ‘क्या आप कैब के लिए 500 रुपये भेज सकते हैं. कोर्ट पहुंचकर मैं लौटा दूंगा.’ देखते ही देखते यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. पूरे मामले के सामने आने के बाद तुरंत सुप्रीम कोर्ट प्रशासन एक्टिव हुआ और पुलिस में इस पूरे मामले की जानकारी देकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
साइबर पुलिस में इस पूरे मामले में सुप्रीम कोर्ट की ओर से मिली शिकायत के आधार पर जांच शुरू की है. पुलिस फिलहाल फ्रॉड करने वालों की तलाश में जुटी है. साइबर फ्रॉड पिछले कुछ महीनों में देश में चरम पर पहुंच गया है. एआई टूल्स आने के बाद साइबर क्राइम की नई-नई तरकीबें सामने आ रही हैं. करीब एक महीने पहले दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में जज के साथ भी इस तरह की ठगी का मामला सामने आया था.
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साइबर क्रिमिनल्स ने देश के मुख्य न्यायाधीश को भी नहीं बख्शा! कैब बुक करने के लिए मांगे 500 रुपए
साइबर क्रिमिनल्स ने देश के सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ के नाम पर पैसों की डिमांड की है। इन फ्रॉडियों ने कैब करने के लिए 500 रुपए मांगे और कहा कि मैं सीजेआई हूं।
नई दिल्ली: साइबर क्रिमिनल्स किस हद तक पहुंच सकते हैं, इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। ताजा मामला देश के मुख्य न्यायाधीश से जुड़ा हुआ है। साइबर फ्रॉड करने वालों ने देश के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के नाम पर पैसों की डिमांड की है।
साइबर अपराधियों ने मैसेज में क्या लिखा?
इस मैसेज में फ्रॉडियों ने लिखा है, ‘हैलो, मैं सीजेआई हूं और हमारी कोलेजियम के साथ अर्जेंट मीटिंग है। मैं कनॉट प्लेस में फंस गया हूं। क्या आप मुझे कैब के लिए 500 रुपए भेज सकते हैं। मैं जब कोर्ट पहुंचूंगा तो पैसे वापस कर दूंगा।’ इस मामले के सामने आने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने CJI के निर्देश पर साइबर फ्रॉड की शिकायत दर्ज कराई गई है।
बड़ा है साइबर फ्रॉड का जाल!
बता दें कि भारत में इस साल तेजी से साइबर फ्रॉड के मामले बढ़े हैं। मई 2024 में इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) की ताजा रिपोर्ट सामने आई थी, जिसमें कहा गया था कि साल के पहले 4 महीने में सैकड़ों करोड़ रुपये की ठगी की गई है। सबसे ज्यादा ठगी के मामले ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर की गई है। इसमें बताया गया था कि भारत में हर रोज 7 हजार से ज्यादा साइबर क्राइम की रिपोर्ट दर्ज की जा रही हैं। नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर लोग साइबर फ्रॉड की शिकायत कर रहे हैं।
I4C की रिपोर्ट की मानें तो साल की शुरुआती 4 महीनों में 4.70 लाख साइबर फ्रॉड की शिकायतें दर्ज कराई गई हैं। वहीं, मई में हर रोज करीब 7 हजार साइबर फ्रॉड की शिकायतें की जा रही हैं, जो 2021 में दर्ज की गई शिकायतों से 113.7 प्रतिशत और पिछले साल की गई शिकायतों के मुकाबले 60.9 प्रतिशत ज्यादा हैं।
साइबर फ्रॉड के सबसे ज्यादा मामले ट्रे़डिंग स्कैम के सामने आए हैं, जिनमें लोगों से 1420 करोड़ रुपये की ठगी की गई है। 2024 की शुरुआती 4 महीने में ट्रेडिंग स्कैम के 20,043 मामले दर्ज किए गए हैं। साइबर फ्रॉड करने वाले लोगों को ट्रेडिंग के नाम पर ज्यादा पैसे कमाने का लालच देकर लूट रहे हैं। वहीं, भारत में ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट, गेमिंग, सेक्सटॉर्शन, गिफ्ट और बैंकिंग फ्रॉड के मामले भी तेजी से बढ़े हैं।