ग्वालियर : बकाया हजारों में तो कटेगा कनेक्शन, लाखों तो मेहरबानी…
बकाया हजारों में तो कटेगा कनेक्शन, लाखों तो मेहरबानी
बिजली कंपनी बिल वसूलने में दो प्रकार का रवैया अपना रही है। जिसका बिल 10 हजार या उससे अधिक है तो इतना बकाया होने वाले उपभोक्ताओं का कनेक्शन काट रही है। लेकिन जिन उपभोक्ताओं पर लाखों रुपए बकाया है, उनके यहां बिजली कंपनी के कारिंदे जाते ही नहीं है। जबकि ऐसे उपभोक्ता बिजली की चोरी भी कर रहे हैं। लेकिन कंपनी कोई कार्रवाई नहीं करती। ऐसे में लाइन लास भीबढरहाहै।
बिल वसूलने के लिए बिजली कंपनी की दोहरी नीति…..
- बकाया वसूलने को लेकर बिजली कंपनी व उसके अफसरों का अजब रवैया
- बिजली कंपनी के जिम्मेदार दस हजार से ज्यादा का बिल बकाया तो काट रहे कनेक्शन
- बिजली चोरी नहीं रोक पा रही कंपनी, लाइन लास 45 फीसदी तक पहुंचा
ग्वालियर। बकाया वसूलने को लेकर बिजली कंपनी का रवैया भी अजब है। आंकड़े बेहतर करने के लिए वह छोटे बकायेदारों के कनेक्शन एक झटके में काट रही है। वहीं बड़ी पहुंच रखने वाले और नेताओं के करीबी लाखों के बकायेदारों से बकाया वसूलने में अफसरों को पसीना आ रहा है। छोटों पर शिकंजा कस वाहवाही लूटी जा रही है। दस हजार रुपये से ज्यादा के बकायेदारों के कनेक्शन को काटा जा रहा है, जबकि पांच लाख से ज्यादा के बड़े बकायादार धड़ल्ले से बिजली जला रहे हैं।
इनके यहां कंपनी बिजली चोरी रोक नहीं पा रहा है। इस कारण जो लाइन लास 15 से 20 प्रतिशत होना चाहिए, वह 45 प्रतिशत पहुंच चुका है। शहर में बिजली कंपनी के अधिकारी मनमाने ढंग से काम कर रहे हैं, जिनका कम बिल बकाया है, उन्हें परेशान करने की शिकायतें आ रही हैं। पर लाखों रुपये न जमा करने वालों के कनेक्शन नहीं काटे जा रहे है। ऐसी शिकायतों पर अफसर भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। बिजली कंपनी के अफसर 130 करोड़ के टारगेट को पूरा करने के लिए छोटे बकायेदारों के पीछे पड़े हैं। अब तक 70 करोड़ का बकाया वसूला जा चुका है।
- कुल उपभोक्ता संख्या : 298084
- घरेलू उपभोक्ता संख्या : 251229
- व्यावसायिक उपभोक्ता संख्या : 43027
- कृषि उपभोक्ता : 552
- इवी चार्जिंग स्टेशन: 19
बकायादार छोटा हो या बड़ा कार्रवाई दोनों पर की जाती है। बकाया न चुकाने पर कनेक्शन काटने की कार्रवाई के लिए अभियान चलाया रहा है। हमने बड़े बकायेदारों के नाम तक सार्वजनिक किए हैं। साथ ही उनके शस्त्र लाइसेंस के निलंबन की कार्रवाई भी की जा रही है।
-नितिन मांगलिक, महाप्रबंधक, शहरवृत्त