मुरार अस्पताल से रेडियोलाजिस्ट गायब…
मुरार अस्पताल से रेडियोलाजिस्ट गायब… सिविल सर्जन का आदेश, डाक्टर नहीं लिखें अल्ट्रासाउंड जांच
जिला अस्पताल के रेडियोलाजिस्ट काफी समय से गायब हैं। उन्हें अवैध गर्भपात के मामले में सजा मिली है। रेडियोलाजिस्ट के गायब होने से अस्पताला में अल्ट्रासाउंड नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में मरीजों को जांच के लिए जेएएच अस्पताल जाना पड रहा है। ऐसे में एक जांच के लिए मरीजों को काफी दूरी तय करनी पडती है और समय भी लगता है।
- सिविल अस्पताल हजीरा और जयारोग्य अस्पताल जांच के लिए रेफर किए जा रहे मरीज
- मुरार अस्पताल व हजीरा अस्पताल में रोजाना 40-50 होती थी जांच, लेकिन अब नहीं
- मरीजों को जांच के लिए करनी पड़ती है काफी दूरी तय, होती है परेशानी
ग्वालियर: जिला अस्पताल के संविदा रेडियोलाजिस्ट महेन्द्र पांडे अवैध रूप से गर्भपात करने के मामले में सजा मिलने के बाद से गायब हैं। इससे अस्पताल में अल्ट्रासाउंड जांच बंद हो गई हैं। रेडियोलाजिस्ट की व्यवस्था न होने पर सिविल सर्जन डा. आरके शर्मा ने आदेश जारी कर डाक्टरों को अल्ट्रासाउंड जांच नहीं लिखने के निर्देश दिए हैं। सिर्फ प्रसूति गृह में अल्ट्रासाउंड जांच पहले की तरह चालू रखी गई है।
सबसे ज्यादा दिक्कत पेट दर्द के मरीजों को
जिला अस्पताल के रेडियोलाजिस्ट कक्ष में ताला लगा होने से सबसे ज्यादा दिक्कत पेट दर्द के मरीजों को आ रही है। बड़ा गांव निवासी ऊषा ने बताया कि पेट में कई दिनों से दर्द हो रहा है। डाक्टर अल्ट्रासाउंड जांच लिखेंगे, यह सोचकर सुबह जल्दी आई थी, लेकिन डाक्टर ने अल्ट्रासाउंड जांच नहीं लिखी। डाक्टर ने कहा कि जांच करानी है तो सिविल अस्पताल हजीरा चली जाओ या फिर जेएएच। इसी तरह अन्य मरीज भी जांच के लिए परेशान होते रहे।
प्रसूति गृह में अलग व्यवस्था वरना होती दिक्कत
गनीमत है कि प्रसूति गृह में अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था है वर्ना गर्भवती को अल्ट्रासाउंड जांच के लिए परेशान होना पड़ता। रेडियोलाजिस्ट न होने के कारण जिला अस्पताल की ओपीडी में इलाज के लिए पहुंच रहे मरीजों को बिना अल्ट्रासाउंड लौटना पड़ रहा है। स्वास्थ्य संस्थाओं में रेडियोलाजिस्ट के पद रिक्त पड़े हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग अब तक इनकी भर्ती नहीं कर सका है। विभागीय अफसर शासन से स्वीकृति मिलने की बात कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं।
रेडियोलाजिस्ट न होने के कारण जांच को लेकर मरीज झगड़ रहे हैं। इस कारण डाक्टरों को अल्ट्रासाउंड जांच न लिखने को कहा गया है। रेडियोलाजिस्ट की व्यवस्था के लिए क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं को पत्र लिखा है इससे मेडिकल कालेज से रेडियोलाजिस्ट की व्यवस्था हो सके।
-डा.राजेश कुमार शर्मा, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल।