Madhya Pradesh: 1 जुलाई से नहीं खुलेंगे स्कूल, सीएम शिवराज सिंह अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से करेंगे चर्चा
मध्य प्रदेश सरकार स्कूल खोलने में कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहती. स्कूल खोलने पर फैसला लेने से पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा करेंगे.
मध्य प्रदेश सरकार स्कूल (Madhya Pradesh schools) खोलने में कोई भी जल्दबाजी नहीं करना चाहती. स्कूल खोलने के निर्णय के संबंध में सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj singh Chauhan) अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा करेंगे. इसी के साथ इस मामले में स्कूल शिक्षा से संबंधित केंद्रीय मंत्रियों से भी चर्चा की जाएगी. सरकार इसकी के साथ स्कूल खोलने के फैसले पर अधिकारियों और विशेषज्ञों से भी बातचीत करेगी. सबसे सलाह करने के बाद ही प्रदेश में स्कूल खोलने को लेकर कोई फैसला लिया जाएगा.
अभी प्रदेश सरकार ने फैसला लिया है कि 1 जुलाई से स्कूल नहीं खुलेंगे. कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए ये फैसला लिया गया है. मध्य प्रदेश में पिछले डेढ़ साल से स्कूल बंद हैं. डेढ़ साल से सिर्फ ऑनलाइन पढ़ाई हो रही हैं. स्कूल शिक्षा विभाग का मानना है कि ऑनलाइन क्लास बच्चों के बौद्धिक और शरीरिक विकास के लिए अच्छ ऑपशन नहीं है.
स्कूलों में स्मार्ट क्लास के लिए 6952 करोड़
मध्य प्रदेश सरकार ने हालहीं में ‘स्मार्ट क्लास’ सहित सभी सुविधाओं से युक्त 350 स्कूलों की स्थापना के लिए 6,952 करोड़ रुपए मंजूर किए थे. प्रदेश के गृह मंत्री और राज्य सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने बताया था कि कैबिनेट ने स्मार्ट कक्षाओं समेत अन्य सुविधाओं वाले 350 स्कूलों की स्थापना के लिए 6,952 करोड़ रुपए के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. उन्होंने बताया कि स्कूल के 15 किलोमीटर की परिधि में रहने वाले छात्रों को इसका लाभ मिलेगा. प्रदेश में पहले चरण में ऐसे 350 स्कूल खोले जाएंगे जबकि चरणबद्ध तरीके से इस प्रकार के कुल 9,200 स्कूल खोलने की योजना है.
52 जिलों और 261 ब्लॉक में खोले जाएंगे स्कूल
प्रदेश सरकार की एक विज्ञप्ति में इस बारे में बताया गया कि पहले चरण में प्रदेश के 52 जिला मुख्यालयों और 261 ब्लॉक स्तर पर एक-एक स्कूल खोला जाएगा. इसके अलावा बड़े शहरों और अन्य क्षेत्रों में 37 स्कूल खोले जाएगें. इन स्कूलों में प्राथमिक से लेकर 12वीं तक की कक्षाएं संचालित की जाएंगी.